हिन्दू राष्ट्रका धर्मध्वज !

हिन्दू धर्ममें ध्वजके दो प्रकार दिखाई देते हैं । एक छोरवाले ध्वज सफलताका प्रतीक होता है । युद्धकालावधिमें उसका उपयोग होता है, शक्ति प्रतीत होती है । दो छोरवाले ध्वजको धर्मध्वज कहते हैं । उसे धर्मके प्रतीकके रूपमें धार्मिक उत्सवमें मंदिरोंपर लगाया जाता है । Read more »

राष्ट्रध्वजकी विविधता !

भारतीय स्वतंत्रता दिवसके निमित्तसे भारतका इतिहास सभीको सूचित करने एवं राष्ट्रध्वजकी विविधता ध्यानमें आनेके उद्देश्यसे ये ध्वज यहां प्रसिद्ध कर रहे हैं । Read more »

वन्दे मातरम् इस गीत की लोकप्रियता तथा देशभक्ति किसी के कितने भी विरोध के पश्चात अल्प नहीं होगी ! –

राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् को १३३ वर्ष पूर्ण हो चुके हैं । ऐसा होते हुए भी, यह विश्व के दूसरे क्रमांक का लोकप्रिय गीत है । बीबीसी द्वारा हाल ही में लोकप्रिय गीतों के संदर्भ में १५५ देशों के सूचनाजालपर एक सर्वेक्षण किया गया । उसमें प्रथम क्रमांक पर आयरलैण्ड के `ए नेशन्स वन्स अगेन’, इस गीतको घोषित किया गया । Read more »

हिन्दू संस्कृतिरक्षक श्रीराम सेना को किया जा रहा विरोध रोकना चाहिए ! – (पू.) श्री. संदीप आळशी

मद्य, पब, बलात्कार, अपराध आदि के कारण गोवा का नाम पहले से ही अपकीर्त हो चुका है । इन कुप्रथाओं के उच्चाटन का आरम्भ गोवा से ही क्यों न करें ? सिर्फ श्रीराम सेना का विरोध हो रहा है, ऐसा नहीं, इससे समस्त हिन्दूनिष्ठ संगठनों का भी अनादर हो रहा है, जागो, हिन्दुओ जागो !!! Read more »

इसरायलसे अब मित्रता होनी ही चाहिए !

इसरायलके साथ मित्रता रखनेसे धर्मांधोंके मन आहत होंगे, इसकी चिंता करनेका मोदी शासनको कारण नहीं है । वह वोट बैंक अब बेबाक की गई है । यही वह समय है, पराराष्ट्र नीतिमें अच्छे दिन आनेके ! Read more »

इसरायलविरोधी विषवमन रोके !

जिहादी आतंकवादियोंका समर्थन करनेसे गाजावासियोंके प्राण संकटमें पड गए हैं । इसलिए इसरायलको उत्तरदायी ठहराना हास्यास्पद है ! Read more »

अजीबोगरीब रहस्य में उलझे इस मंदिर में शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए स्वयं गंगा जमीन पर आती हैं !

भारत ! जहां कदम-कदम पर चमत्कार होते रहते हैं, में विभिन्न देवी–देवताओं की पूजा की जाती है वहां शिव एक ऐसी शक्ति हैं जिनके साथ मानव की आस्था सदैव जुड़ी रही है। झारखंड के रामगढ़ में एक ऐसा ही शिवमंदिर है ! देखिये कैसा है ये . . . Read more »

आपत्कालीन घटनाओंके विषयमें भारतियोंकी असंवेदनशीलता विनाशक !

आज पूरे विश्वमें अनेक देश जिहादी आतंकवादकी छायामें हैं; परंतु विदेशके नागरिकोंकी अपेक्षा भारतीय नागरिक सर्वाधिक दुर्बल एवं कौशल्यहीन हैं । Read more »

बांग्लादेश : पडोसके शत्रु राष्ट्रोंमें से एक बम !

वर्ष १९७१ में भारतकी सहायतासे निर्मित बांग्लादेश आज भारतके शत्रुराष्ट्रके रूपमें खडा है । वहा तत्सम आतंकवादी संगठन भारतके साथ दक्षिण एशियाका इस्लामीकरण करनेमें उलझे हुए हैं । Read more »

पश्चिमी सभ्यताके घेरेमें फंसी वर्तमान पीढीके कारण ही राष्ट संकटमें है !

जिस देश स्वतंत्र करने हेतु एक संंपूर्ण पीढीने रक्तको पानीसमान बहाया, वही देश आज अराजकताकी देहरीपर खडा है । ऐसी स्थितिमें अगली पीढी इस विषयमें अत्यधिक उदासीन दिखाई देती है । Read more »

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