श्रीरामजन्मभूमि

५ अगस्‍त को श्रीराममंदिर भूमिपूजन के उपलक्ष्य में कृतज्ञता उत्‍सव मनाकर प्रभु श्रीराम की कृपा संपादन करें !

रामो राजमणिः सदा विजयते !

रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे ।
रघुनाथाय नाथाय सीतायाःपतये नमः ॥

अर्थ : राम, रामभद्र, रामचंद्र, वेधा (सृष्‍टिकर्ता), रघुनाथ, नाथ आदि जिनके नाम हैं, ऐसे सीतापति श्रीराम को प्रणाम !

‘राममंदिर’ शब्द का उच्चार करते ही हिन्दुओं में चेतना और उत्साह का संचार होने लगता है । ‘राममंदिर’ हिन्दुओं की अस्मिता से जुडा विषय है । रामजन्मभूमि मुसलमानों से मुक्त हो और वहां भव्य राममंदिर बने’, इसके लिए हिन्दू सैकडों वर्ष से लड रहे हैं । ‘प्रभु श्रीराम की कृपा से ५ अगस्‍त को अयोध्‍या में श्रीराममंदिर का भूमिपूजन होनेवाला है । श्रीराममंदिर का अधिष्‍ठान रामराज्‍य अर्थात हिन्‍दू राष्‍ट्र की स्‍थापना के कार्य में मील का पत्‍थर है । यह घटना हिन्‍दुओं के लिए अत्‍यंत आनंददायी है तथा श्रीरामजन्‍मभूमि की मुक्‍ति के लिए जिन्‍होंने अथक प्रयास किए, अपने प्राणों का बलिदान दिया, उनका स्‍मरण करने का क्षण भी है । इस दिन सभी आगे दिए अनुसार यह कृतज्ञता उत्‍सव मनाकर प्रभु श्रीराम की कृपा संपादन करें ।

श्रीरामभक्‍त, देशभक्‍त और धर्मप्रेमियों को आवाहन !

राममंदिर के विषय में मिले प्रमाण

राममंदिर हेतु हिन्दू जनजागृति समिति का योगदान !

राम मंदिर की वार्ता >>



रामनाम की लीला ऐसी की सेतू बना समंदर में !
फिर से प्रभू को चलो पुकारे की राम मंदिर बने अयोध्या में !