भारतभूमि एक स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है । किंतु, अधर्मी शासकों ने इस हिन्दू राष्ट्र को धर्मनिरपेक्ष घोषित कर इसे कलंकित किया है । वर्तमान लोकतंत्र हिन्दू धर्मपर आधारित न होने के कारण हिन्दू समाज एवं राष्ट्रका परम पतन हुआ है । यह पतन रोकने के लिए एवं भारतभूमि को पुनः वैभवसंपन्न बनाने के लिए भारत में धर्म की संस्थापना होना परम आवश्यक है । इस धर्मसंस्थापना के लिए, अर्थात धर्म पर आधारित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए ७ अक्टूबर २००२ को हिन्दू जनजागृति समिति की स्थापना की गई । उस समय से आजतक हिन्दू जनजागृति समिति ने धर्मशिक्षा, धर्मजागृति, राष्ट्ररक्षा, धर्मरक्षा एवं हिंदूसंगठन, इस पांचसूत्री उपक्रम को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया ।
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चर्चा हिन्दू राष्ट्र की
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Recent Activities
- प्रत्येक हिन्दू तक ‘हलाल जिहाद’के षड्यंत्र की जानकारी पहुंचाकर यह जिहादी प्रयत्न रोकने की आवश्यकता – दत्तात्रय पिसे, हिन्दू जनजागृति समिति
- अमरावती के ‘भागवत महापुराण कथा’में हिन्दूसंगठन के प्रशंसनीय प्रयत्न !
- कॉनवेंट विद्यालय, इसके साथ ही चर्चप्रणीत अनाथालयों में अवयस्क लडके-लडकियों पर लैंगिक अत्याचार करनेवालों पर कठोर कार्रवाई की जाए !