मुख पृष्ठ > सुवचने > धर्म > हिन्दुआें, जब तक विद्यमान मंदिरों की रक्षा करने का सामर्थ्य उत्त्पन्न नहीं होता, तब तक नए मंदिरों का निर्माण न करे । हिन्दुआें, जब तक विद्यमान मंदिरों की रक्षा करने का सामर्थ्य उत्त्पन्न नहीं होता, तब तक नए मंदिरों का निर्माण न करे । हिन्दुआें, जब तक विद्यमान मंदिरों की रक्षा करने का सामर्थ्य उत्त्पन्न नहीं होता, तब तक नए मंदिरों का निर्माण न करे । TwitterFacebookWhatsappKoo