‘कुछ संतों के शिष्य अच्छे स्तर के होते हुए भी वे अपने उत्तराधिकारी के रूप में विशेष साधना न होनेवाले अपने पुत्र की नियुक्ति करते हैं !’
‘कुछ संतों के शिष्य अच्छे स्तर के होते हुए भी वे अपने उत्तराधिकारी के रूप में विशेष साधना न होनेवाले अपने पुत्र की नियुक्ति करते हैं !’