भ्रष्टाचारियों के राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी परिजनों को आवाहन !

व्यक्ति को नौकरी से मिलनेवाला वेतन राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी गृहिणी, उनकी युवा संतान एवं परिजनों को ज्ञात होता है । यदि वे अपेक्षा से अधिक राशि घर पर लाते हैं, तो ध्यान में रखें कि, वे भ्रष्टाचार कर रहे हैं । यह राष्ट्र के संदर्भ में अक्षम्य अपराध है ! अपराध के मूक साक्षी बनकर आप अपराध में सम्मिलित न हो तथा भ्रष्टाचार से प्राप्त धन पाप का धन होता है । इसका उपभोग कर आप पाप के भागीदार न बने ! इसके विपरीत भ्रष्टाचार उजागर कर आपका राष्ट्र एवं धर्म प्रेम विश्व को बताएं एवं समष्टि साधना का पुण्य प्राप्त करें !

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