शंकराचार्य श्री निश्चलानंदसरस्वती महाराजद्वारा धर्मसभाके माध्यमसे सानपाडा (मुंबई)में हिंदुओ

हिंदू जनजागृति समितिद्वारा सानपाडा, नई मुंबईमें शंकराचार्य श्री निश्चलानंदसरस्वती महाराजद्वारा विशाल धर्मसभाके माध्यमसे हिंदुओंको मार्गदर्शन किया । सभाके लिए ५ सहस्र ८०० से अधिक हिंदू उपस्थित थे । Read more »

हिंदुओंके धर्मगुरु एवं नेताओंको चुनकर उनकी हत्या करनेका षडयंत्र जानें !

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराजद्वारा किया जानेवाला हिंदू जागृतिका कार्य रोकने हेतु अन्य पंथीय धर्मांध कार्यरत हैं । जिसप्रकारसे हिंदू नेताओंकी हत्या कर उनका कार्य समाप्त किया जाता है, उसीप्रकार हिंदूद्वेषी धर्मांधोंद्वारा दो बार जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराजकी भी हत्या करनेके प्रयास किए गए हैं । Read more »

जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंदसरस्वती महाराजकी विशाल धर्मसभाओंके अवसरपर योगतज्ञ प.पू. दा

वर्तमानमें हिंदू धर्मकी रक्षा करना हम सबका कर्तव्यकर्म है । शिवछत्रपति तथा समर्थ रामदासस्वामीजीने गोब्राह्मण प्रतिपालनका ध्येय निभाया; इसी कारण म्लेच्छ आक्रमणोंसे हिंदू धर्म की रक्षा हुई । प.पू. स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती महाराजने हिंदू संगठनका जो कार्य हाथमें लिया है, वह प्रशंसनीय है । Read more »

पुरी शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वतीजी के चरणस्पर्शसे पनवेल का सनातन आश्रम हुआ पावन !

१९ नवंबरको सवेरे ७ बजे पूर्वाम्नाय गोवर्धनमठ, पुरी पिठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंदसरस्वतीजी महाराजका देवदके (पनवेलके) आश्रममें शुभागमन हुआ । तदुपरांत सनातनके संत, हाथोंमें आरती एवं कलश धारण की हुई सुहागीन स्त्रियां एवं सनातनके अन्य साधकोंने अनन्य शरणागतभावसे उनका स्वागत किया । Read more »

यदि प्रसिद्धिमाध्यमोंने समाचारोंको उचित पद्धतिसे प्रसारित किया, तो एक माहमें देशकी स्थितिमें

शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंदसरस्वती महाराजने आगे कहा कि हिंदुओंको हिंदुत्वके प्रति आस्था न रहनेके कारण ही आज विश्वमें एक भी ‘हिंदू राष्ट्र’ नहीं है । हिंदुओंके धर्मविषयक कृत्य एवं कुलाचारसे ही आज देश टिका हुआ है । यदि हिंदुओंने धर्माचरण एवं कुलाचारका पालन करना छोड दिया, तो देशमें ही नहीं, अपितु विश्वमें कुछ भी शेष नहीं रहेगा । हिंदुओंको दुर्बल न समझें । Read more »

भारतवर्ष और हिंदु धर्मके पुनरुत्थानकी पुकार !

सनातन भारतवर्षकी इस आद्यपरंपराका संवर्धन कर रहे हैं, गोवर्द्धनमठ (पुरी, ओडिशा) के १४५ वें जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्‍चलानंदसरस्वतीजी महाराज ! भारतवर्ष और हिंदु धर्मके पुनरुत्थानके विचारसे प्रेरित होकर हिंदू जनजागृति समितिने हिंदु धर्मजागृति सभाओंका यज्ञ आरंभ किया है । इस यज्ञका यजमानपद भूषित करनेके लिए और हिंदू समाजको उत्तिष्ठत जाग्रत । Read more »

गोवर्धनपीठके शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वतीद्वारा मुंबई, पुणे एवं गोवाकी विशाल धर्

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती २० नवंबरसे पूर्व ही महाराष्ट्र एवं गोवा राज्योंकी भ्रमण भेंटके लिए आ रहे हैं । इस निमित्त उनके राष्ट्र एवं धर्मके विषयमें स्पष्ट विचारों एवं ज्ञानपूर्ण वाणीका सबको लाभ होने हेतु हिंदू जनजागृति समितिद्वारा विशाल धर्मसभा एवं पादुका दर्शन समारोहका आयोजन किया गया है । Read more »

शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती २० नवंबरसे महाराष्ट्रकी यात्रापर : ३ विशाल धर्मसभाओंका आयोजन !

विद्यमान शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती २० नवंबरसे प्रथम बार ही महाराष्ट्र एवं गोवा राज्योंका भ्रमण करने आरहे हैं । इस विशाल धर्मसभा एवं पादुका दर्शन समारोह आयोजित किया गया है । Read more »

शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती करेंगे ‘धर्मजागृती सभा’ में हिंदू समाज को दिशादर्शन

आद्यशंकराचार्य द्वारा स्थापित भारतके चार पीठोंमेंसे गोवर्धनमठ, पुरी (ओडिशा) आद्यपीठ है । इस पीठके विद्यमान शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती नवंबरके दूसरे सप्ताहमें महाराष्ट्र एवं गोवा राज्योंके दौरेपर आ रहे हैं । Read more »

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