फ्रांस : २६ जुलाई को फ्रांस के एक चर्च में हुए आतंकी हमले के दौरान बुजुर्ग पादरी का गला काटने वाले आतंकी के चेहरे पर ‘शांति’ वाली मुस्कान थी। आतंकी पादरी का गला काटने के बाद कुरान के बारे में बात कर रहे थे। एक आतंकी ने तो नन से पूछा कि क्या वह कुरान के बारे में जानती हैं। पूरे आतंकी हमले की गवाह रही नर्सों ने ये बातें बताई हैं।
पश्चिमी फ्रांस के एक चर्च में हुए इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली थी। जिस समय पादरी का गला काटा जा रहा था चर्च में दो नन भी मौजूद थीं। उन्होंने बताया कि चर्च पर हमला करने वाला एक आतंकी नर्वस था, जबकि दूसरे के चेहरे पर शांति थी।
दोनों ननों में से एक सिस्टर पेरोन ने बताया कि उन्होंने दूसरे आतंकी के चेहरे पर मुस्कान देखी। उनके मुताबिक, ‘यह मुस्कान केवल जीत की नहीं थी, बल्कि ऐसी थी जिससे साफ था कि उसे खुशी मिली है।’ इस हमले में सुरक्षाबलों ने दोनों हमलावरों को मार गिराया था।
दोनों सिस्टरों की उम्र 80 के करीब है। दूसरी नन सिस्टर हेलेन ने बताया कि वह थक गईं थीं और उन्होंने आतंकी से अपनी छड़ी मांगी। आतंकी ने उनकी छड़ी उनको दे दी। इसके बाद वह धर्म के बारे में बात करने लगा। उसने पूछा कि क्या वह (नन) कुरान के बारे में जानती हैं।
इसपर सिस्टर हेलेन ने जवाब दिया, ‘हां, मैं बाइबल की तरह उसका भी सम्मान करती हूं। मैंने कई सूराह पढ़ी हैं। मुझे शांति की बात करने वाली सुराह ज्यादा प्रभावित करती हैं।’ इसपर आतंकी ने कहा कि हम भी शांति ही चाहते हैं।
आतंकी ने कहा, ‘जबतक सीरिया में बमबारी चलती रहेगी, हमारे हमले जारी रहेंगे। जब तुम रुकोगे, तभी हम रुकेंगे।’
स्रोत : नवभारत टाइम्स