बेलगांव – १४ अगस्त को श्रीराम सेना द्वारा अखंड हिंदुस्थान संकल्प दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया था । इस अवसर पर बोलते हुए श्री प्रमोद मुतालिक ने कहा कि पिछले माह में ३० जुलाई को एक दिन में दो घटनाएं हुई । रामेश्वरम् में भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर अंतिम संस्कार किए गए । इसी समय देशभक्त नागरिकों ने उनके पार्थिव के समक्ष ‘भारतमाता की जय,’ ऐसी घोषणाएं दी । इसी समय मुंबई में देशद्रोही याकूब मेमन के समर्थनार्थ अल्पसंख्यक समुदाय के नागरिकों ने घोषणाएं दीं । इसलिए श्रीराम सेना के संस्थापक श्री. प्रमोद मुतालिक ने याकूब की अंत्यविधि के लिए उपस्थित एवं उसके समर्थनार्थ घोषणा देनेवालों पर कार्यवाही करने की मांग की ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मैत्रेय प्रतिष्ठान के डॉ. अमर आडके, हिन्दू महासभा के मुंबई के प्रवक्ता श्री. प्रमोद पंडित-जोशी तथा अन्य मानदों ने अपने मत व्यक्त किए ।
इस अवसर पर श्री. मुतालिक ने कहा कि पुलिस ने दंगा रोकने हेतु प्रयास करनेवाले श्रीराम सेना के जिलाध्यक्ष श्री. रमाकांत कोंडुस्कर को कारागृह में बंदिस्त किया है । वैधानिक मार्ग से कार्यक्रम करनेवालों को अनुमति के घेरे में फंसाया जाता है । हिन्दू समाज को अपनी शक्ति दिखाना अत्यावश्यक है । भविष्य में ऐसी घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा एवं श्रीराम सेना उसके लिए कटिबद्ध है ।
छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा हिन्दुत्व का प्राण ! – अमर अडके
इस अवसर पर श्री. अमर अडके ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा ही हिन्दुुत्व का प्राण है । इसलिए प्रत्येक हिन्दू को इसकी जानकारी रहना आवश्यक है । आज हम छत्रपति शिवाजी महाराज एवं छत्रपति संभाजी महाराज को भूलने के कारण देश की स्थिति ऐसी खराब हो गर्इ है ।
इस अवसर पर श्री. प्रमोद पंडित-जोशी ने कहा कि १४ अगस्त को १९४२ को १० लाख से अधिक निर्वासित हिन्दुओं की हत्या की गई । इसका प्रतिशोध लेना आवश्यक है । आरंभ में समाधि मठ के पू. प्राणलिंग स्वामीजी ने आशीर्वचन दिए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात