• हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रध्वज का आदर रखें’ अभियान राष्ट्रध्वज का आदर न करनेवाले पुलिसकर्मियोंको निलंबित करें !
चिक्कमंगलुरू (कर्नाटक) : राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रस्तुत किया गया निवेदन यहां के पुलिस अधीक्षक संतोष बाबूद्वारा अस्वीकृत किया गया।
१० अगस्त को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता जनपद पुलिस अधीक्षक बाबू को निवेदन प्रस्तुत करने गए थे। उस समय बाबु ने कार्यकर्ताओंको ही प्रतिप्रश्न पूछा कि, ‘बालक राष्ट्रध्वज का उपयोग क्यों नहीं कर सकते ?’ उनके इस प्रश्नपर कार्यकर्ताओंने कहा कि बालकोंद्वारा उसका अनुचित प्रयोग किया जाता है; इस से राष्ट्रध्वज का अनादर हो रहा है, यह बात स्पष्ट हुई है।
इस पर बाबू ने पूछा कि ‘बालक भगवान के छायाचित्र का उपयोग करते हैं। कभी कभी उनके हाथ से वह फट जाता है, उस समय क्या हम उसे तुलसी में अथवा पेड के नीचे विसर्जित नहीं करते ?’
आगे बाबू ने बताया कि ‘एक बार आप वर्ष २०१४ का फ्लॅग कोड पढें। तदनुसार हम घर पर राष्ट्रध्वज लहरा सकते हैं। एक दिन इस प्रकार से ध्वज लहरा कर हम अपना अभिमान व्यक्त कर सकते हैं। ऐसा आंनद प्राप्त करने में क्या अनुचित है ? परदेश में कपडोंपर ध्वज का छायाचित्र मुद्रित कर अभिभान व्यक्त करते ही हैं।’ तत्पश्चात् कार्यकर्ताओं ने उन्हें निवेदन स्वीकार करने के लिए बताया, तो उन्होंने ‘तुम पहले फ्लॅग कोड का अभ्यास करो, पश्चात चर्चा करेंगे,’ ऐसा कह कर निवेदन स्वीकार करने से अस्वीकृति प्रदर्शित की।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात