फाल्गुन कृष्णपक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
कर्नाटक शासन ने डॉ. प्रवीण तोगाडिया को बेंगलुरू में हिन्दू सम्मेलन में उपस्थित रहने से प्रतिबंधित किया, उसी संदर्भ में हिन्दूनिष्ठोंकी घटनादत्त संचारस्वतंत्रता को पैरोंतले कुचलना, यह इस बात का द्योतक है कि हिन्दुत्व को ‘अच्छे दिन’ प्राप्त नहीं हुए हैं ! – प्रमोद मुतालिक
पणजी (गोवा) : यहां के कांग्रेस शासन ने विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगाडिया को बेंगलुरू में संपन्न होनेवाले विहिंप के ‘विराट हिन्दू सम्मेलन’ के लिए उपस्थित रहने पर प्रतिबंध लगाया है। उस पाश्र्वभूमि पर तीव्र हिन्दूनिष्ठ तथा श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने एक प्रसिद्धिपत्रक प्रकाशित किया है।
श्री. प्रमोद मुतालिक ने यह प्रस्तुत किया है कि डॉ. प्रवीण तोगाडिया को कर्नाटक के कांग्रेस शासन द्वारा प्रवेश अस्वीकार करना, साथ ही उनके वक्तव्य के प्रसारण पर भी पाबंदी लगाना, यह दुर्दैवी घटना है। विश्व हिन्दू परिषद विश्व के हिन्दुओंका प्रतिनिधित्व करती है, साथ ही वह सबसे बडा हिन्दूनिष्ठ संगठन है। सत्ताधारी राज्यशासन द्वारा हिन्दूनिष्ठ संगठन तथा उनके नेताओेंको दबोचने का कार्य आरंभ है।
मुझे इस बात का दुःख है कि हिन्दू नेताओंको इसी प्रकार दबोचने का कार्य गोवा के ‘भाजपा शासन’ द्वारा भी आरंभ हुआ है। गत ६ मासों से मुझे गोवा में प्रवेश करने पर पाबंदी लगाई गई है। अब कर्नाटक शासन ने डॉ. तोगाडिया पर भी प्रवेशबंदी लागू कर यही हिन्दू विरोधी नीति अपनाई है। मुझे इस बात का भय है कि श्रीराम सेना पर प्रवेशबंदी करनेवाला गोवा का भाजपा शासन १ मार्च २०१५ को मडगांव, गोवा में संपन्न होनेवाले विराट हिन्दू सम्मेलन के लिए उपस्थित रहनेवाले योगी आदित्यनाथ तथा डॉ. तोगाडिया पर भी प्रवेश बंदी कर सकता है। केंद्र में भाजपा का शासन होते हुए भी हिन्दूनिष्ठोंकी घटनादत्त अभिव्यक्ति संचारस्वतंत्रता को पैरोंतले कुचलना, यह इस बात का द्योतक है कि हिन्दुत्व को अच्छे दिन प्राप्त नहीं हुए हैं। धर्मप्रेमी हिन्दुओंको इस दबोचने की वृत्ति का विरोध करना चाहिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात