आश्विन शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
गुलामों को बेड़ियों में जकड़कर बाजार में बेचने ले जाया जाता है।
बगदाद – ISIS (अब इस्लामिक स्टेट) के सुन्नी आतंकियों ने इराक में अब एक ‘स्लेव मार्केट’ यानी गुलामों का बाजार बनाया है, जहां यजीदी व ईसाई समुदाय की बंधक महिलाओं व बच्चों को बेचा जा रहा है। यह दावा संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने किया है। यूएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट ने कम से कम 2,500 महिलाओं और बच्चों को बंधक बना रखा है। इनके साथ न सिर्फ यौन दुर्व्यवहार किया जा रहा है, बल्कि इन्हें आईएसआईएस आतंकियों को लगभग 10 डॉलर यानी 615 रुपए में बेचा जा रहा है।
एक अंग्रेजी वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र ने दावा किया है कि इस्लामिक स्टेट ने यह बाजार संगठन में नई भर्तियों के लिए युवकों को लुभाने के लिए किया है। गौरतलब है कि इराक में इस तरह का बाजार मोसुल से लगे अल-कुद्स और सीरिया के रक्का में खोला गया है।
अगस्त में आतंकियों के चंगुल में फंसी कुछ महिलाओं ने फोन कर संयुक्त राष्ट्र को बताया था कि उन पर यौन हमले किए जा रहे हैं। एक यजीदी महिला को दस आतंकियों के हाथों सौंप दिया गया।
सबीहा (परिवर्तित नाम) ने वेबसाइट यूरो न्यूज को बताया, “हमें 10 या 12 डॉलर में बेच दिया गया। हमसे जानवरों सरीखा सलूक किया जाता रहा।” साथ ही कहा, “सुन्नी आतंकी वहशी दरिंदे हैं। एक महिला के साथ वहां सामूहिक बलात्कार हो रहा है। उनके साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जा रहा है।”
17 वर्षीय सबीहा किसी तरह आतंकियों के चंगुल से भाग निकलने में कामयाब रही। उसने कहा कि उसे मोसुल में यजीदी समुदाय की ही अन्य 40 महिलाओं के साथ बंधक बना कर रखा गया था।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर