भोपाल (मध्य प्रदेश) : आयुष विभाग भारत सरकार ने रक्षा मंत्रलय को प्रस्ताव भेजा है, जिसमें आयुर्वेद डॉक्टरों को आर्मी में नियुक्तियां देने और आयुर्वेद औषधियों को चिकित्सा व्यवस्था के अंतर्गत शामिल किया जाना है। सूत्रों के अनुसार आयुष विभाग के इस प्रस्ताव जिस पर रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर ने केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यशो नाइक से चर्चा के बाद मौखिक सहमति भी प्रदान कर दी है। अब एमबीबीएस डॉक्टरों की तरह आयुर्वेद बीएएमएस डॉक्टर आर्मी में कार्य करते दिखेंगे।
आयुष मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश पाण्डेय का कहना है कि भारतीय सेना में आयुर्वेद डॉक्टरों की नियुक्तियां व औषधियों का प्रयोग की व्यवस्था स्वागत योग्य है। इससे न केवल आयुष पैथी से आर्मी सैनिकों का उपचार होगा बल्कि कई ऐसे रोगों से सैनिक दूर रहेंगे, जिनका उपचार केवल आयुष दवाओं में है। उल्लेखनीय है देश में २८१ आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों से प्रतिवर्ष लगभग १२६४५ बीएएमएस तथा ६ हजार विशेषज्ञ डॉक्टर प्रतिवर्ष निकल रहे हैं। जबकि लगभग १ लाख डॉक्टर बेरोजगारी के शिकार हैं। अभी तक आर्मी में केवल एमबीबीएस डॉक्टरों को ही लिया जाता था। आयुष डॉक्टर इन सेवाओं से अछूते थे।
स्त्रोत : राज एक्सप्रेस