पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति का और एक घोटाला उजागर !
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भक्तोे, मंदिर सरकारीकरण के दुष्परिणाम को जानें !
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हिन्दुओे, प्रसाद के माध्यम से भी भक्तों की लूट करने की इच्छा रखनेवालों को फटकार लगाने हेतु संगठित हों !
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) – पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति द्वारा दिए जानेवाले लड्डू के प्रसाद में संबंधित पट्टेदार की ओर से भक्तों के साथ धोखेबाजी की जा रही है । ३० ग्राम भार का लड्डू ५० ग्राम भार के रूप में विक्रय किया जा रहा है । (भगवान के प्रसाद में भी भ्रष्टाचार कर भक्तों के साथ धोखा करनेवाली शासकीय मंदिर समिति को और कितने दिन रखेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
लड्डू में काजू-किसमिस के टुकडे भी नहीं दिखाई देते तथा सिद्ध बूंदी (कलियां) लाकर उसे बनाया जा रहा है । लड्डू फूटकर अनेक पाकिटो में केवल कलियां शेष रह गई हैं । इस विषय में भक्तों द्वारा देवस्थान में परिवाद प्रविष्ट किए गए हैं । इसलिए १९ अक्तूबर को देवस्थान समिति द्वारा गुत्तेदार को सूचना (नोटिस) दी गई है । (इस से पूर्व हिन्दू जनजागृति समिति एवं हिन्दूू विधिज्ञ परिषद द्वारा पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति का करोडों रुपयों का घोटाला उजागर किया गया था । लड्डू के उदाहरण से देवस्थान समिति के कामकाज में कोई सुधार हुआ दिखाई नहीं देता । देवस्थान समिति भक्तों को सुविधाएं देने में असफल सिद्ध होने के कारण उसे विर्सिजत करने हेतु हिन्दू भक्तों को संगठित होकर देवस्थान समिति के विरुद्ध कानूनी लडाई करनी चाहिए । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
श्री महालक्ष्मी मंदिर में देवस्थान समिति द्वारा भक्तों को लड्डू का प्रसाद ५ रुपयों के मूल्य में दिया जाता है । निविदा प्रक्रिया द्वारा नवरात्रि उत्सव के दूसरे दिन लड्डू के प्रसाद का गुत्ता बदल दिया गया एवं वह अल्प मूल्य का होने से सिद्धार्थ बहुउद्देशीय सेवा संस्था को दिया गया; परंतु गुत्तेदार को इस काम का पूर्वानुभव न होने से प्रथम दिन से ही लड्डू के प्रसाद का अभाव प्रतीत हो रहा है । भक्तों को लड्डू का प्रसाद ही नहीं मिल पा रहा है । करार के अनुसार लड्डू ५० ग्राम भार का होना चाहिए; परंतु दो दिन पूर्व जानकारी मिली कि गुत्तेदार ने ५० ग्राम भार के रूप में ३० ग्राम भार का ही लड्डू भर कर भक्तों के साथ धोखा किया है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात