कोल्हापुर (महाराष्ट्र) में एकत्रित सहस्त्रों हिन्दुओं पर पुलिस का लाठीचार्ज !

  • छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के दिन क्रूरकर्मा टीपू सुल्तान की ‘स्टेटस´ रखने का प्रकरण

  • छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सहस्त्रों हिन्दू हुए एकत्रित !

(‘स्टेटस का अर्थ है किसी के मोबाइल फोन पर रखा गया चित्र अथवा घोषवाक्य जिसे दूसरे लोग देख सकें)

कोल्हापुर पुलिस ने दिखाई  मुगलई ! यदि ये भीड मुसलमानों की होती, तो क्या पुलिस लाठीचार्ज करने का दुस्साहस करती ? हिन्दुओं को कष्ट देनेवाली पुलिस कट्टरपंथियों के सामने जाने से भी मुंह छुपाती है, पुलिस का यही इतिहास है ! -संपादक

कोल्हापुर (महाराष्ट्र) – छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान के विरुद्ध नगर के विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा घोषित बंद के प्रत्युत्तर में ७ जून को कोल्हापुर नगर में संपूर्ण बंद रखा गया । छत्रपति के राज्याभिषेक के दिन ही क्रूरकर्मा औरंगजेब तथा टीपू सुल्तान का´स्टेटस´ रखनेवालों  के विरुद्ध निषेध दर्शानेवाले विभिन्न हिन्दू दल, संगठन एवं सर्वसाधारण हिन्दुओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सुबह ९ बजे से एकत्रित होना आरंभ कर दिया । उसके उपरांत हिन्दुओं तथा पुलिस के मध्य कहासुनी हुई तथा पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के कारण भाग दौड का वातावरण हो गया । 6 जून की रात्रि जब भीड पर आक्रमण हुआ तो नगर में कुछ स्थानों पर पथराव भी हुआ था । उस प्रकरण में कुछ हिन्दुओं को पुलिस ने रात्रि में ही बंदी बना लिया था । उन हिन्दुओं को त्वरित मुक्त किया जाना चाहिए । हिन्दुओं का निश्चय था कि हम तब तक नहीं हटेंगे जब तक हिन्दू कार्यकर्ता मुक्त नहीं किए जाते । तदुपरांत पुलिस ने लाठीचार्ज किया ।

(सौजन्य : TV9 Bharatvarsh)

१. ६ जून को हुई इस घटना के आधार पर पुलिस ने ९ जून तक धारा १४४ की घोषणा की । इस आदेश की अवहेलना करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा चौक पर सहस्त्रों की संख्या में हिन्दू युवक एकत्रित हुए ।

छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा चौक पर सहस्त्रों की संख्या में एकत्रित हुए हिन्दू युवक

२. पुलिस ने भीड पर लाठीचार्ज किया तो महापालिका चौक तथा शिवाजी चौक पर भगदड मच गई । जैसे ही भीड इकट्ठी हुई, पुलिस एवं राज्य सुरक्षा बल पुलिस ने वहां मारपीट आरंभ कर दी, जिससे भाग दौड का वातावरण हो गया ।

३. उस समय  कुछ पत्रकारों पर भी लाठियां बरसाई गईं। पुलिस की लाठी से कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं के सिर फूट गए तथा वे रक्तरंजित हो गए । भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोडे ।

४. समझा जाता है कि इस समय पथराव भी हुआ था । जैसे ही पुलिस ने हिन्दुओं पर लाठियां बरसाईं, उग्र भीड ने महापालिका चौक पर रिक्शों में तोड-फोड की साथ ही कुछ दुकानों में भी तोड फोड की गई ।

५. बडे स्तर पर हुए हंगामे के चलते छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सहस्त्रों जूते-चप्पल बिखरे पडे थे ।

 नगर  में हुई अन्य घटनाएं !

१. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुबह १० बजे के उपरांत नगर में बस सेवाएं बंद कर दी गईं ।

२. नगर  के लगभग प्रत्येक चौक पर पुलिस का एक बडा दल नियुक्त किया गया ।

३. हंगामे का प्रभाव  श्री महालक्ष्मी माता के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं पर भी पडा ।

४. पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने पत्रकारों को सूचित किया कि ‘आपत्तिजनक स्टेटस ‘ रखने के प्रकरण में ५ लोगों को बंदी बनाया गया है ।

५. प्रशासन ने मध्यान्ह के उपरांत नगर की सभी अंतरजाल सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं ।

विरोध करते समय  हिन्दुओं ने ‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम’, ‘जय भवानी-जय शिवराय’, ‘एक बार ही दिखेगा-भगवा ही दिखेगा’ जैसी धोषणाएं कीं । ‘छत्रपति के विरुद्ध उठने वाली प्रत्येक सुर को बंद कर दिया जाएगा’ की ध्वज-पट्टियां भी लहराई गईं।

छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समीप जब हिन्दुत्वनिष्ठ एकत्र हुए, तो उनमें से कुछ लोगों के पास चलचित्र ‘केरला स्टोरी’ के फलक थे । कोल्हापुर जिले में विगत कुछ दिनों से हो रही विभिन्न घटनाओं से हिन्दू कार्यकर्ता अत्यंत आक्रोशित थे ।

आंदोलन के अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों की प्रतिक्रिया

कानून तोडने वालों को क्षमा नहीं जाएगा ! – एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री

श्री. एकनाथ शिंदे

प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है । चूंकि कानून तथा व्यवस्था बनाए रखने का काम गृह विभाग का है, मैंने व्यक्तिगत रूप से संबंधित अधिकारियों से बात की है । किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए । गृह विभाग इस बात का ध्यान रख रहा है कि सभी सहयोग करें, कहीं कोई अप्रिय घटना न हो । इस प्रकरण पर स्वयं गृह मंत्री ने ध्यान रखा है । कानून का उल्लंघन करने वालों को कदापि क्षमा नहीं किया जाएगा ।

(सौजन्य : Republic Bharat)

क्रूरकर्मा औरंगजेब का महिमामंडन कदापि सहन नहीं किया जाएगा ! – देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्य मंत्री एवं गृह मंत्री ।

श्री. देवेंद्र फडणवीस

इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्य मंत्री एवं गृह मंत्री ने कहा, ‘महाराष्ट्र में यदि  कोई औरंगजेब का महिमामंडन करेगा तो कोई भी क्रोधित हो सकता है । हम औरंगजेब का महिमामंडन कदापि सहन नहीं करेंगे । मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कोई भी कानून को अपने हाथ में न ले । हमें यह पता लगाना है कि कोल्हापुर में जो हुआ वह किसने किया ?

हिन्दुओं के जागृत होने का समय आ गया है ! – शोभताई शेलार, अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा

हम छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिक हैं तथा छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान सहन नहीं करेंगे । यदि हिन्दू माता-बहनों पर अत्याचार होता है तो हम अब चुप नहीं रह सकते । हिन्दुओं के जागने का समय आ गया है।

छत्रपति शिवराय के अपमान के पीछे के सूत्रधार का पता लगाना आवश्यक ! – श्री. धनंजय महादिक, सांसद, भाजपा

श्री. धनंजय महादिक

क्रूरकर्मा औरंगजेब तथा टीपू सुल्तान आपके आदर्श नहीं हो सकते । ‘यह कौन कर रहा है तथा इसके पीछे कौन है ?’, इसका पता लगाने की आवश्यकता है । छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वालों को केवल  बंदी ही नहीं  बनाया जाना चाहिए, अपितु ‘उनको भडकाने वाले कौन हैं ?’, इसकी जांच की जानी चाहिए । अपमान के प्रकरण में बंदी बनाए गए लोग किसके कार्यकर्ता  हैं? इसकी जांच आवश्यक है ।

युवकों को बुद्धिभ्रम कर भडकानेवालों से सावधान रहना है तथा उन्हें उनके हाथों की कठपुतली नहीं बननी चाहिए ! – राजू शेट्टी, पूर्व सांसद, स्वाभिमानी किसान संघ

राजू शेट्टी

कोल्हापुर पर शाहू महाराज के विचारों के वलय हैं । इसके कारण जो घटनाएं घटी हैं, वे हम सबको अंतर्मुख करने वाली हैं । युवा मित्रों से मेरी विनती है कि भडकाने वालों के हाथ की कठपुतली न बनें । निर्धन लोगों के बच्चे ही ऐसे दंगों से प्रभावित होते हैं । जो दंगे करवाते हैं उनके घर में कभी ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।

स्रोत: दैनिक सनातन प्रभात

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