सुराना (मध्य प्रदेश) – कट्टरपंथियों के विरुद्ध कार्रवाई के उपरांत हिन्दुओं ने पलायन करने की चेतावनी वापस ली !

Update

  • कट्टरपंथियों के अवैध निर्माण पर प्रशासन की कार्रवाई !
  • ३ कट्टरपंथियों को बंदी बनाया !

मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा हिन्दुओं के विरुद्ध होने वाले अत्याचारों पर तत्काल कार्रवाई करने और उन्हें आश्वस्त करने के लिए प्रशासन को बधाई । हिन्दुओं को लगता है, कि भाजपा की सरकार को धर्मांधों के मन में ऐसा डर निर्माण करना चाहिए, कि जिससे ऐसी स्थिति निर्माण हो जहां कट्टरपंथी, हिन्दुओं को पलायन करने के लिए बाध्य ही न कर सकें ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति

रतलाम (मध्य प्रदेश) – यहां के सुराना गांव में कट्टरपंथियों के आतंक से हिन्दुओं द्वारा पलायन की चेतावनी दिए जाने के उपरांत, प्रशासन सक्रिय हो गया । राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गांव में स्थानीय प्रशासन को भेजकर वहां की स्थिति का विवरण मांगा । प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई के उपरांत, अब हिन्दुओं ने पलायन करने की चेतावनी वापस ले ली है और घरों पर लिखित ‘घर बिक्री के लिए है’ शब्दों को मिटा दिया है ।

१. रतलाम जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक स्थिति की विवेचना करने  के लिए सुराना गांव गए थे । जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि, ‘गांव में दो लोगों के बीच अतिक्रमण को लेकर विवाद हो गया था । पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी और मैं वहां गए । हमने वहां अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित कर अतिक्रमण पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं । इसलिए, अब किसी को पलायन करने की आवश्यकता नहीं है ।’

२. हिन्दुओं की शिकायतों के उपरांत, प्रशासन ने यहां नाले पर शहजाद अली द्वारा बनाए गए अनाधिकृत घरों को ध्वस्त कर दिया और इस मामले में मयूर खान, शेरू उपाख्य शेर अली और हैदर अली को बंदी बना लिया है ।

स्रोत : अमर उजाला


१९ जनवरी

मध्य प्रदेश : सुराना गांव के डरे-सहमे हिंदुओं ने कहा – ‘प्रशासन धर्मांधों से बचाए वरना तीन दिन में छोड देंगे गांव’

  • हिन्दुओं, अभी जागृत नही हुए तो यह स्थिति कल आपके गांव में भी आ सकती है । इसलिए हिन्दुओं का प्रभावी संगठन आवश्यक है !
  • बहुसंख्य हिन्दुओं के देश में विस्थापित होने की स्थिति आने के लिए क्या यह पाकिस्तान है या भारत ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति

रतलाम – जिस तरह उत्तर प्रदेश का कैराना क्षेत्र मुस्लिम समुदाय की प्रताडना के कारण हिंदुओं के पलायन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आया था, ठीक वैसी ही स्थिति अब मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के गांव सुराना में बन रही है। इस गांव में रह रहे हिंदू समुदाय के लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों की धमकियों और प्रताडनाओं से भयभीत हैं। मंगलवार को इन्होंने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर कहा कि, यदि हमारी मदद नहीं की गई तो हम तीन दिन में अपना घर, खेत, संपत्ति आदि छोडकर गांव से पलायन के लिए तैयार हैं। डरे-सहमे हिंदू ग्रामीणों का कहना है कि गांव की कुल आबादी 2200 है, जिसमें 60 प्रतिशत मुस्लिम व 40 प्रतिशत हिंदू हैं। रतलाम कलेक्टर इस मामले में बुधवार को सुबह 11 बजे गांव का दौरा करने पहुंचेंगे।

गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने जताई चिंता, एसपी से मांगी रिपोर्ट

रतलाम जिले के सुराना गांव में हिंदुओं द्वारा वर्ग विशेष के लोगों से भय और प्रताडना के चलते पलायन की चेतावनी देने के मामले ने तूल पकड लिया है। प्रदेश के गृहमंत्री डा नरोत्‍तम मिश्रा ने इस मामले में चिंता व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि वह पीडितों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन से बात करेंगे। उन्‍होन लोगों को आश्‍वस्‍त करते हुए कहा कि हमारा प्रदेश शांति का टापू है, कोई भी यहां भय का वातावरण नहीं फैला सकता है ।

हिन्दू जनजागृति समिति ने भी इस विषय में मुख्यमंत्री, गृहमंत्री एवं डीजीपी को इस विषय में ध्यान देकर प्रताडित करनेवालों पर कार्यवाही करने की मांग की है ।

सुराना गांव रतलाम जिला मु्ख्यालय से करीब 13 किमी दूर बिलपांक थाना अंतर्गत स्थित है। इस गांव में इन दिनों बहुत तनाव है। मंगलवार को गांव में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग रतलाम कलेक्टर आफिस पहुंचे और एसडीएम अभिषेक गेहलोत को ज्ञापन सौंप कर अपनी पीडा बताई।

ग्रामीण दशरथ, मुकेश जाट, भरतलाल जाट आदि ने बताया कि यहां हिंदू-मुसलमान कई पीढ़ियों से साथ रह रहे थे, लेकिन बीते दो-तीन वर्षों से गांव में हिंदू युवाओं के साथ गाली-गलौज, मारपीट व धमकाने जैसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं। हमेशा हिंदू युवाओं पर ही झूठी एफआइआर दर्ज हुई है। यहां गांव की गलियों, चबूतरों और चौराहों पर बैठे लोग आपस में बातें करते नजर आते हैं, लेकिन उनके बीच दूरी, अविश्वास और असुरक्षा की भावना साफ दिखाई देती है।

मुस्लिम ज्यादा हैं इसलिए धमकाते हैं

पीडित हिंदुओं के मुताबिक गांव में संख्याबल में अधिक होने के कारण मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा हिंदुओं को आए दिन डराया-धमकाया जाता है। पुलिस को सूचना देते हैं तो कार्रवाई के नाम पर दोनों पक्षों को बेवजह परेशान किया जाता है। पिछले दिनों हुए विवाद को लेकर एसपी से मिले तो सुनवाई के बजाय हमें ही घर तोडने, रासुका लगाने की धमकी दे दी गई। अब हमें इस गांव में नहीं रहना। तीन दिन में गांव खाली कर देंगे। प्रशासन हमें अन्य स्थान पर जमीन के पट्टे दे दे, जिससे हम सुरक्षित व शांतिपूर्वक रह सकें।

रात में घरों के बाहर लिखा, मकान बेचना है

मंगलवार दोपहर अपनी पीड़ा प्रशासकीय अधिकारियों को बताने के बाद गांव पहुंचे हिंदुओं ने अपने घरों के बाहर लिख दिया, मकान बेचना है। गांव के सुरेश पांचाल, विनोद जाट आदि ने बताया कि परेशानी को बताने का कोई और रास्ता नहीं था।

स्रोत : अमर उजाला

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