हिन्दू धर्म पर अश्लाघ्य टिपण्णी : हिन्दू अमरिकन फाऊंडेशनद्वारा व्यक्त किया गया ‘सीएनएन’ का निषेध

वॉशिंग्टन (अमरिका) : यहां के सीएनएन से प्रसारित किए जानेवाले बिलीवर इस मालिका में रजा अस्लान का हिन्दू धर्म पर टिपण्णी करनेवाला कार्यक्रम प्रसारित किया जाने के कारण हिन्दू अमरिकन फाऊंडेशनद्वारा सीएनएन का निषेध व्यक्त किया गया।

यहां के हिन्दुओं ने ६ अप्रैल के दिन सीएनएन से संपर्क कर निषेध व्यक्त किया तथा यह चेतावनी दी कि, ‘हिन्दू धर्म के विरोध में इस कार्यक्रम का पुनः प्रक्षेपण न करें !’

रजा अस्लान के प्रक्षोभक तथा अनुचित व्यवहार के संदर्भ में यहां के अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों ने तथा नेताओं ने सीएनएन को सूचित किया; किंतु सीएनएन ने क्षमा मांगने के लिए अस्वीकृती व्यक्त की। अतः हिन्दू अमरिकन फाऊंडेशन तथा अमरिका के हिन्दुओंद्वारा यह मांग की गई कि, ‘सीएनएन प्रणाल इस कार्यक्रम का पुनर्प्रक्षेपण न करें !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


२९ मार्च २०१७

शिकागो : हिंदू धर्म को गलत तरीके से दिखाने के कारण सीएनएन ऑफिस के बाहर जुटे हजारों भारतीय अमेरिकी

सौजन्य : Asian media USA

शिकागो : शिकागो स्थित अमेरिकी न्‍यूज चैनल सीएनएन ऑफिस के बाहर इन दिनों हजारों की संख्‍या में भारतीय-अमेरिकी मौजूद हैं। वे सभी इस चैनल के विरुध्द विरोध प्रदर्शन कर रहे है। सीएनएन ने पिछले दिनों एक डॉक्‍यूमेंट्री टेलीकास्‍ट की थी जिसमें उसने हिंदू धर्म को नकारात्‍मक रुप से दिखाया था।

अब तक का सबसे बडा प्रदर्शन

सीएनएन के विरुध्द हो रहे विरोध-प्रदर्शन में एक रैली भी निकाली गई जिसमें हजारों की संख्‍या में भारतीय-अमेरिकी शामिल हुए। ये भारतीय बारिश की परवाह न करते हुए भी इस रैली का हिस्‍सा थे। विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रुप से हुआ। प्रदर्शनमें शामिल भरत बराई का आरोप था कि, सीएनएन के स्‍पेशल रिपोर्टर रजा असलान ने एक डॉक्‍यूमेंट्री में पांच अघोरी बाबाओं और उनकी पूजा को दिखाया था। बराई शिकोगा में बसे एक प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी हैं। बराई ने कहा कि, रजा ने इसी तस्‍वीर को पूरी दुनिया में हिंदू धर्म के तौर पर दिखाया। यह बात विरोध प्रदर्शन से जुड़े एक पर्चे में भी लिखी थी जिसे इस मौके पर लोगों के बीच बांटा गया था।

सौजन्य : Asian media USA

बराई ने कहा, ‘पांच अघोरी बाबा का जो विकृत चित्रण किया गया है उसका हिंदू धर्म से कोई लेना नहीं है। वे हिंदू धर्मग्रंथ या फिर इसमें सिखाई गई बातों का हिस्‍सा नहीं हैं।’ पांच मार्च को डॉक्‍यूमेंट्री के टेलीकास्‍ट होने के बाद से अमेरिका में फैले कई हिंदू संगठन अलग-अलग तरीकों सेसीएनएन के विरुध्द विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका न्‍यूयॉर्क, वॉशिंगटन, ह्यूस्‍टन, अटलांटा, सैन फ्रांसिस्‍को और लॉस एंजिल्‍स में प्रदर्शन जारी हैं। यह अभी तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन बन गया है।

सौजन्य : Asian media USA

एक और भारतीय-अमेरिकी वामसी जुलूरी ने सीएनएस के उस शो को अविचारी, नस्‍लभेदी और खतरनाक तौर पर अप्रवासियों के विरुध्द बताया है। उन्‍होंने शो की कई खामियों का उल्लेख किया और कहा, ‘यह काफी दुख की बात है कि, अमेरिका में पिछले कई दशकों से कई अप्रवासी बसे हैं और एक सीएनएन जैसे बड़े न्‍यूज चैनल जब भारत का उल्लख होता है तो कुछ भी बेहतर नहीं दिखा सकते हैं।’

सौजन्य : Asian media USA

चंद्रशेखर वाग जो कि इस प्रदर्शन में शामिल हैं, उन्‍होंने कहा कि, ऐसा लगता है कि रजा, भारत केवल इसलिए गए थे ताकि वह अपनी एकतरफा कल्‍पनाओं को सच साबित कर सकें।

स्त्रोत : वन इंडिया


१० मार्च २०१७

हिंदू धर्म की नकारात्मक छवि पेश करने के लिए अमेरिकी हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने CNN को लगाई फटकार

अमेरिकी कांग्रेस की पहली और एकमात्र हिंदू सदस्य तुलसी गबार्ड

अमेरिकी कांग्रेस की पहली और एकमात्र हिंदू सदस्य तुलसी गबार्ड ने हिंदू धर्म को लेकर ‘सनसनीखेज और गलत’ रिपोर्टिंग को लेकर मशहूर समाचार चैनल सीएनएन की आलोचना की है। हवाई से डेमोक्रेटिक पार्टी की कांग्रेस सदस्य तुलसी ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘रविवार को सीएनएन ने ‘बिलीवर’ :आस्तिक: नामक श्रृंखला का पहला भाग प्रसारित किया। ऐसा लगता है कि इस भाग के लिए एंकर रजा असलान ने हिंदू धर्म के बारे में बताने के लिए सनसनीखेज और बेतुके रुप तलाशने की कोशिश की।’’

इस कार्यक्रम में अघोरी के बारे में तथ्यों और मान्यताओं के बारे में दिखाया गया। तुलसी ने आरोप लगाया, ‘‘असलान और सीएनएन ने हैरान करनेवाले दृश्यों के माध्यम से न केवल तपस्वियों के एक पंथ को गलत ढंग से दिखाने की कोशिश की, बल्कि जाति, कर्म और पुनर्जन्म के बारे में गलत धारणाओं को बार बार दोहराया जिनसे हिंदू धर्म के लोग खुद लड़ते आए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीएनएन जानता है कि धर्मों के बारे में सनसनीखेज और गलत रिपोर्टिंग से केवल अज्ञानता को बढ़ावा मिलता है जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।’’

कुछ समय पहले अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने काशी को ‘मुर्दों का शहर’ बताया है। सीएनएन ने अपने नए शो ‘बिलिवर’ का टीजर अपने टि्वटर अकाउंट पर पोस्ट किया है। इस टीजर में चैनल ने काशी को ‘मुर्दो का शहर’ बताते हुए इस शो के बारे में बताया था। इस छह हिस्सों की सीरिज को धार्मिक स्कॉलर और आध्यात्मिक जिज्ञासु रेजा असलान होस्ट करेंगे। लेकिन सीएनएन के लिए यह ट्वीट गलत दाव पड़ गया। सीएनएन के इस ट्वीट के विरुध्द भारतीय समेत दुनिया भर के हिंदू भड़क गए है। तुलसी गबार्ड के अलावा रिपब्लिकन पार्टी जुड़े हिंदुओं ने भी इसका विरोध किया है।

स्त्रोत : जनसत्ता


९ मार्च २०१७

हिन्दुद्वेषी ‘सीएनएन’ समाचार चैनल पर प्रसारित होने वाले हिन्दुविरोधी कार्यक्रम के विरोध में हस्ताक्षर अभियान

अमेरिका के हिन्दू महासभा इस संगठन की ओर से हिन्दुद्वेषी ‘सीएनएन’ के विरोध में, हस्ताक्षर अभियान !

हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन न होने का परिणाम ! भारत के बडे बड़े हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन, क्या इसके विरोध में आवाज उठाएंगे ?

न्यूयॉर्क : १२ मार्च को अमेरिका की विख्यात समाचार वाहिनी सीएनएन पर ‘बिलिव्हर विथ रेजा अस्लम’ नामक कार्यक्रम का प्रसारण होनेवाला है। धर्मांध रेजा अस्लम इस कार्यक्रम का प्रमुख सूत्रसंचालक है। इस बार यह कार्यक्रम हिन्दू धर्मपर आधारित है। इस कार्यक्रम के प्रसारण के पहले सीएनएन समाचार वाहिनी पर इस कार्यक्रम का कुछ अंश प्रसारित किया गया था। इस कार्यक्रम में हिन्दू धर्मिय ‘नरभक्षीय’ (कॅनिबॉल) है ऐसा दिखाया गया। अब ‘शेष कार्यक्रम में हिन्दू धर्म का कितना विकृत रूप प्रसारित किया जाएगा’, इसकी कल्पना करना भी कठीन है !

सीएनएन समाचार वाहिनी से इस कार्यक्रम का प्रसारण न हो, इसलिए इस समाचार वाहिनी को आग्रह के रूप में हिन्दू महासभा, अमेरिका इस संगठन की ओर से ऑनलाईन हस्ताक्षर अभियान का प्रारंभ किया गया है। (हिन्दू धर्मपर होनेवाले आघातों के विरोध में क्रियाशील होनेवाले हिन्दू महासभा, अमेरिका इस संगठन का अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

इस अभियान के समर्थन में लिखे गए पत्र में इसका उल्लेख किया गया है कि, ‘पाश्‍चात्त्य देशों में धर्म की जो व्याख्या प्रचलित है, उन मापदंडों के अनुसार ‘हिन्दू धर्म’ है ही नहीं ! हिन्दू धर्म में निहित ‘अध्यात्म’ सर्वव्यापी है तथा उसमें स्थूल एवं सूक्ष्म जगत का ज्ञान उपलब्ध है। हिन्दू धर्म का पालन करनेवालों को साधना की संपूर्ण स्वतंत्रता है तथा केवल किसी एक धर्मग्रंथ में जो विशद किया गया है, केवल उसका ही पालन करने का कोई बंधन नहीं है। इस धर्म में कोई भी कानून, आदेश (कमांडमेंट), फतवा इनका अस्तित्व ही नहीं है। जिस देश में रहते हो उस देश के कानून का पालन करना पड़ता है। हिन्दू धर्म में धर्मांतरण की तो कोई मान्यता ही नहीं है; क्योंकि वह उस परिप्रेक्ष्य में धर्म ही नहीं है। अतः सीएनएन समाचार वाहिनी उपर्युक्त कार्यक्रम के माध्यम से होनेवाले हिन्दू धर्म के अनादर को टालने हेतु इस कार्यक्रम को ही निरस्त करें, ऐसा अनुरोध किया जाता है !’

हस्ताक्षर अभियान निम्न लिंकपर उपलब्ध है तथा उसपर धर्माभिमानी अपने हस्ताक्षर कर रहे हैं . . .

goo.gl/M22sMq (इस लिंक में कुछ अक्षर कैपिटल हैं, इसे ध्यान में लें)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


७ मार्च २०१७

हिंदुत्व का नकारात्मक चित्रण करनेवाले सीएनएन के कार्यक्रम का भारतीयों ने किया विरोध

वॉशिंग्टन : हिंदुत्व का नकारात्मक चित्रण करनेवाला कार्यक्रम दिखाने को लेकर भारतीय मूल के अमेरिकियों ने सीएनएन की आलोचना की है। ‘बिलीवर विद रेजा अस्लान’ शीर्षक से छह कड़ियोंवाली धार्मिक श्रृंखला का रविवार को प्रीमियर हुआ था। इसमें अघोरी से जुड़े तथ्यों एवं मिथकों के बारे में बताया गया है।

जाने-माने भारतवंशी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रबल समर्थक शलभ कुमार ने इसे हिंदुत्व पर घटिया हमला बताया है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में हिंदू अमेरिकियों ने ट्रंप का समर्थन किया था, इसलिए हिंदुत्व पर हमला किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मैं परिकल्पना पर आधारित कार्यक्रम को प्रसारित करने के लिए रेजा अस्लान और सीएनएन की निंदा करता हूं। यह हिंदुओं पर घटिया हमला है। कुमार रिपब्लिकन हिंदू कोलिशन के संस्थापक भी हैं।

साल २००४ में कैलिफोर्निया की पुस्तकों से हिंदुत्व के गलत चित्रण को हटाने के लिए प्रयास शुरू करनेवाले समूह के नेता खांडेराव कंद ने कहा कि ऐसे वक्त में जब अल्पसंख्यकों पर असहिष्णु हमले हो रहे हैं, इस कार्यक्रम से घृणा अपराध और बढ़ सकते हैं। यूएस इंडिया पॅालिटिकल एक्शन कमिटी और अमेरिकन हिंदु अगेंस्ट डेफमेशन जैसे संगठनों ने भी कार्यक्रम का प्रसारण रोकने की मांग की है !

स्त्रोत : नई दुनिया

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