सोलापुर में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा’में १ हजार हिन्दुओं का हिन्दू राष्ट्र के लिए संगठित होने का निर्धार

आक्रमकों के नियंत्रण से मंदिर छुडवाने के लिए तैयार हों ! – सद्गुरु स्वाती खाडये, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

व्यासपीठपर उपस्थित वक्ता एवं वेदमंत्रों का पठन करते हुए पुरोहित

सोलापुर – आज ‘काशीविश्वेश्वर कॉरीडॉर’ बना है, तब भी वहां का नंदी आज भी भगवान काशी विश्वेश्वर की ओर नहीं, अपितु ज्ञानव्यापी मस्जिद की ओर मुख कर मूल मंदिर का भग्नावशेष देख रहा है । केवल काशी, मथुरा नहीं, अपितु ‘कुतुबमिनार अर्थात विष्णुस्तंभ’, धार की ‘भोजशाला’ एवं अजमेर में ‘ढाई दिन का झोपडा अर्थात ‘श्री सरस्वती मंदिर’ ऐसे लगभग १ सहस्र ५६० हिन्दू मंदिरों का प्रश्न है । आज भी कुछ प्राचीन मंदिरों पर अतिक्रमण उसी स्थिति में है । इस संदर्भ में कुछ अधिवक्ता एवं संगठनों ने न्यायालयीन लढाई आरंभ की है । इसलिए अब आक्रमकों के नियंत्रण से प्रत्येक मंदिर छुडवाने के लिए तैयार हों !, ऐसा आवाहन सनातन संस्था की धर्मप्रचारक सद्गुरु स्वाती खाडये ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सोलापुर में १ जून को सायं ५.३० बजे भवानी पेठ के अथर्व गार्डन पर ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति’ सभा का आयोजन किया गया था । उस समय उन्होंने उपस्थित धर्मप्रेमियों को संबोधित किया ।

सद्गुरु स्वाती खाडये

सभा में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे, रणरागिणी शाखा की श्रीमती अलका व्हनमारे ने भी उपस्थितों का मार्गदर्शन किया । इस अवसर पर सनातन की संत पू. दीपाली मतकर की वंदनीय उपस्थिति भी थी । इस सभा के लिए विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता भाजप की नगरसेविका श्रीमती राधिका दत्तात्रय पोसा एवं सोलापुर के प्रसिद्ध उद्योजक श्री. सुरेश बिद्री के साथ शहर के १ सहस्र धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे ।

विशेष

सभा में ८ स्थानीय वृत्तवाहिनियां एवं समाचारपत्र के संपादक एवं वार्ताहार उपस्थित थे । सोलापुर के ‘राष्ट्रतेज मराठी न्यूज’ इस यू ट्यूब चैनल के श्री. हनुमंत श्रीराम ने सभा के स्थान पर आकर वार्तांकन किया, इसके साथ ही सभा के भाषणों सहित अनेक क्षणिकाएं उन्होंने समाचार के माध्यम से दिखाईं ।

हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित होने का धर्मप्रेमियों का निर्धार !

सद्गुरु स्वाती खाडये ने भाषण के समय उपस्थितों को ‘क्या हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित होंगे ?’, ऐसा पूछने पर धर्मप्रेमियों ने दोनों हाथ ऊपर कर ऊंचे स्वर में होकारार्थी अनुमोदन दिया ।

ऐसी संपन्न हुई सभा

सभा के प्रारंभ में शंखनाद कर सद्गुरु स्वाती खाडये के शुभहस्तों दीपप्रज्वलन हुआ । तदुपरांत हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे ने छत्रपति शिवाजी महाराजजी की मूर्ति को पुष्पहार अर्पण किया । पुरोहित श्री. वेणु गोपाल जिला एवं उनके सहयोगियों द्वारा किए वेदमंत्रपठन से वातावरण में चैतन्य निर्माण हो गया था । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य का ब्योरा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. दत्तात्रय पिसे ने प्रस्तुत किया । वक्ताओं के भाषणों के उपरांत समिति के कार्यकर्ताओं ने स्वरक्षा प्रशिक्षण के प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए । सभास्थल पर बालसाधकों ने क्रांतिकारियों एवं राष्ट्रपुरुषों की वेषभूषा में धर्माचरण करने के विषय में हिन्दुओं का प्रबोधन किया । सभा के अंत में समिति के श्री. विक्रम घोडके सहित उपस्थित धर्मप्रेमियों ने ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना’की प्रतिज्ञा की । सूत्रसंचालन एवं आभार प्रदर्शन कु. वर्षा जेवळे एवं श्री. ऋतुराज अरसिद ने किया ।

इस अवसर पर सद्गुरु स्वाती खाडये ने आगे कहा, ‘‘वर्तमान में गढ, दुर्ग, शासकीय कार्यालय, शासकीय भूमि आदि सर्वत्र स्थानों पर इस्लामी अतिक्रमण कर दरगाह अथवा मजार बनाने का षड्यंत्र शुरू है । अनेक स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठ संत एवं संगठनों ने इसके विरोध में कृति आरंभ की है । हमें भी इस लडाई में सम्मिलित होकर इस्लामी अतिक्रमण को रोकना होगा ।’’

सभी को समान न्याय देनेवाले हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता ! – राजन बुणगे, हिन्दू जनजागृति समिति

मुसलमान राष्ट्रों में धर्मपरिवर्तन नहीं होता; कारण वे भले ही निर्धन हों, तब भी उन्हें अपने पंथ के प्रति अभिमान है । हिन्दू धर्म, यह मोक्ष देनेवाला धर्म है; परंतु हिन्दुओं को धर्मशिक्षा न होने से वे धर्मपरिवर्तन कर लेते हैं । भारत में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध कुछ हो जाने पर उनका ‘अल्पसंख्यक आयोग’ होता है; परंतु बहुसंख्यक हिन्दुओं को कोई भी सुरक्षा नहीं दी जाती अथवा उनके लिए कोई ‘बहुसंख्यक आयोग’ नहीं । हिन्दुओं के हिन्दुस्थान में विद्यालयों में कुरान एवं बाइबल सिखाई जा सकती है; परंतु ‘भगवद्गीता’ एवं ‘हिंदु धर्मग्रंथ’ सिखाए नहीं जा सकते, इसलिए सभी को समान न्याय देनेाले हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. राजन बुणगे ने इस अवसर पर किया ।

हिन्दू महिलाओं को धर्माचरण एवं साधना करना आवश्यक ! – श्रीमती अलका व्हनमारे, रणरागिणी शाखा

महिलाओं पर बढते अत्याचार को देख उसे रोकने हेतु हिन्दू महिलाओं को धर्माचरण एवं साधना करना आवश्यक है । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्मशिक्षा वर्ग एवं स्वरक्षा के लिए ‘स्वरक्षा प्रशिक्षणवर्ग’ लिए जाते हैं । उसमें अवश्य सम्मिलित हों !, ऐसा आवाहन रणरागिणी शाखा की श्रीमती अलका व्हनमारे ने इस अवसर पर किया ।

अन्य विशेष

१. कुछ धर्मप्रेमियों ने सभास्थल पर आने के उपरांत उन्हें सभा में आने हेतु संपर्क करनेवाले संबंधित समिति के कार्यकर्ताओं को ‘सभा के लिए आए हैं’, यह बताने के लिए अपना मैदान पर का ही छायाचित्र उन्हें ‘वॉट्सअप’पर भेजा, इसके साथ ही दूरभाष कर बता भी दिया ।

२. सभा के प्रसार निमित्त हुई महिलाओं की बैठकों में सभी महिलाएं उत्स्फूर्तता से उपस्थित रहीं ।

३. एक अपंग व्यक्ति सभे के लिए पूरे समय उपस्थित था ।

सभा में उपस्थित धर्मप्रेमी

क्षणिकाएं

१. ८० वर्षीय २ दादियां सभा में उपस्थित थीं । उन्होंने वक्ताओं के प्रत्येक वक्तव्य को प्रतिसाद देते हुए नारे भी दिए ।

२. भाजप के विद्यमान नगरसेवक श्री. सुरेश पाटील ने हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में विशेष योगदान दिया । उनकी शारीरिक स्थिति ठीक न होते हुए भी वे दो सहयोगियों सहित प्रत्यक्ष सभा में उपस्थित रहे ।

३. सोलापुर के श्री. सुरेश बिद्री इन धर्मप्रेमियों ने सभा के लिए आए सभी धर्मप्रेमियों को भगवे रंग की टोपियों का नि:शुल्क वितरण किया । सभी के भगवे रंग की टोपियां पहनने से सभास्थल का संपूर्ण वातावरण भगवामय हो गया था ।

४. सभा में एक रिक्शाचालक भी आया था । सभा के एक वक्ता का भाषण होने के उपरांत वह इतना प्रभावित हो गया कि वह अपने घर से १५ जनों को सभा के लिए लाया । उसकी ऐसी लगन थी कि उसके परिवार के सदस्य भी यह सभा देखें ।

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​