पाकिस्तान : धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीडन की खबरें देने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता पर हमला

जाने-माने ट्विटर यूजर और पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन पर चाकू से हमला किया गया। खुद ऑस्टिन ने मंगलवार (जनवरी 5, 2021) को इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “मुझ पर एक जिहादी ने चाकू से हमला किया। मुझे नहीं पता कि वह कौन था, मगर वह शायद मध्य-पूर्व या कहीं और से था।” राहत ने कहा कि वह घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ऑपइंडिया के साथ शेयर किए गए एक वीडियो मैसेज में राहत ऑस्टिन ने कहा, “अभी कुछ समय पहले मुझ पर एक इस्लामी जिहादी ने हमला किया था। उसके पास एक चाकू था और जिस तरह से उसने ‘अल्लाहू अकबर’ कहा था, मुझे लगता है कि वह मध्य-पूर्वी देश से है। ये लोग दुनिया में हर जगह ऐसी चीजें क्यों करते रहते हैं? हम कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं सिर्फ सरकार, और मुस्लिम बहुल देशों में धार्मिक उत्पीड़न, रंगभेद, नरसंहार और जातीय हिंसा के मामलों की रिपोर्टिंग कर रहा हूँ। (वे) इसे ‘जिहाद’ के तहत करते हैं। जब  70 साल पहले 1947 में पाकिस्तान बना था, तब हम 23% थे और अब हम केवल 3% बचे हैं।”

जिहादी हमले में जख्मी राहत ऑस्टिन ने कहा, “यह एक व्यवस्थित नरसंहार है।” मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि नियंत्रित मीडिया और सरकार की नीतियाँ यह सुनिश्चित करती हैं कि ऐसे मामले कभी किसी की नजर में न आए और अब ऐसे अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए भी उनके प्रयासों को रोकने की कोशिश की जा रही है। “ये पागल लोग हैं। मुझ पर हमला हुआ। अगर मैंने खुद को बचाया नहीं होता, तो वो मेरा भी सिर कलम कर देते, जैसा कि दूसरों के साथ करते हैं। ये पागल लोग हैं।”

राहत ऑस्टिन और पाकिस्तान में ‘समानता’ के लिए उनकी लड़ाई

राहत ऑस्टिन पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के मामलों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाश में लाने में सबसे आगे रहे हैं, जिसे पाकिस्तानी सरकार छुपाने का प्रयास करती है। मुस्लिम बहुल देश में बराबरी का दर्जा पाने के लिए संघर्ष करते हुए वह पाकिस्तानी समाज को आईना दिखाने का काम करते हैं। इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ‘नया पाकिस्तान’ में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर किए गए दावों के बावजूद, मानवाधिकार कार्यकर्ता पर हमला उनके खोखले दावों की पोल खोलता है।

पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने 01 जनवरी, 2021 को हिन्दू उत्पीड़न की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की। जिसमें उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के पंजाब के बहु भाटी गाँव में एक मुस्लिम व्यक्ति ने जबरन रतन लाल की बेटी मिजा कुमारी का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया और निक़ाह करने के लिए बलपूर्वक उसका इस्लाम में धर्मांतरण कर दिया गया।

एक्टिविस्ट ने पीड़िता के माता-पिता की एक वीडियो शेयर की, जिसमें उन्होंने लोगों से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने कहा, “यदि हमारी बेटी हमें वापस नहीं मिलती है तो हम आत्महत्या कर लेंगे। हम गरीब हैं, हम दोषियों से नहीं लड़ सकते, पाकिस्तान में कोई भी हमारी मदद नहीं कर रहा है। जो हमारी वीडियो देख रहा है, हम उनसे मदद का अनुरोध करते हैं।”

संदर्भ : OpIndia

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