रामगढ : ‘इस्लाम जिंदाबाद’ नहीं बोलने पर धर्मांध युवकों द्वारा छात्राओं से छेडछाड एवं मारपीट

  •  एक दर्जन से अधिक घायल
  • एनसीपीसीआर ने लिया संज्ञान, डीसी से मांगी रिपोर्ट

झारखंड के रामगढ़ में विद्यालय से घर लौट रही छात्राओं को घेरकर जिहादी युवकों ने इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगाने के लिए दबाव डाला। जब छात्राओं ने ऐसा करने से मना कर दिया तो जिहादी युवकों ने लाठी डंडों से हमलाकर उनकी साथ मारपीट की।

इसमें एक दर्जन से अधिक छात्राएं घायल हुईं, इसके बाद बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने रजप्पा थाना पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। यह मामला आरवी प्लस टू उच्च विद्यालय सांडी का है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि विद्यालय से छुट्टी हो जाने के बाद हम वापस घर लौट रहे थे। इस बीच मुस्लिम लड़कों ने छेड़खानी की और इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगाने को कहने लगे।

सोशल मीडिया एक चैनल से बात करते हुए आरवी विद्यालय चितरपुर के एक छात्रों ने बताया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा विद्यालय के छात्राओं के साथ छेड़खानी की जाती है।

छात्रों ने कहा कि हम उनसे इस बारे में बात की तब उन्‍होंने हमारे साथ मारपीट की। जुम्‍मे के दिन वो योजना बनाकर मारपीट करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्‍होने मेरे और मेरे दोस्‍तों के साथ भी मारपीट की। मारपीट के नियत से पूरा परिवार और समाज के लोग आए हुए थे। उन्‍होंने हम सब के साथ मारपीट की है।

आरवी स्‍कूूल चितरपुर रजप्‍पा के छात्र ने बताया कि मुस्लिम युवकों के द्वारा मेरी बहनों के साथ छेड़खानी की जाती है। इस नियत से वे एक निश्चित समय और जगह पर हर रोज खड़े रहते हैं। उसने बताया कि लोग विद्यालय परिसर में भी आकर मारपीट करते हैं।

विद्यालय के छात्र ने कहा कि वे इस्‍लाम जिन्‍दाबाद बोलने के लिए कहते हैं और अपशब्‍द देकर गाली-गलौच करते हैं।

छात्र ने बताया कि मामले को लेकर रजरप्‍पा थाना में आवेदन दिया गया है, लेकिन थाना प्रभारी के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। हमलोगों का विद्यालय आना मुश्किल हो गया है। मामले की शिकायत लेकर विद्यालय के छात्र थाना को घेरा। इस दौरान विद्यालय की छात्र-छात्राएं विद्यालय यूनीफॉर्म में नजर आए।

विद्यालय की एक छात्रा ने बताया कि जब हम विद्यालय आते-जाते हैं तो रास्‍ते में मुस्लिम समुदाय के लड़के गंदी नजरों से घूरते हैं, पीछा भी करते हैं। जब यह बात अपने भाईयों को बताई तो उनके साथ घेराबंदी करके मारपीट की गई। लाठी और ईंटा-पत्‍थर से हमला किया गया। इसमें चार-पांच लड़कियों को भी चोटें आई हैं।

एनसीपीसीआर ने लिया संज्ञान

रामगढ़ के सांडी स्थित आरबी प्लस टू उच्च विद्यालय की छात्राओं के साथ धर्मांध युवकों द्वारा छेड़छाड़ व मारपीट किए जाने के मामले में एनसीपीसीआर ने स्वतः संज्ञान लिया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष ने मामले को लेकर रामगढ़ डीसी से तीन दिनों में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। पत्र के अनुसार आयोग ने समाचारपत्र में प्रकाशित खबर के आधार पर संज्ञान लिया है।

आयोग ने उक्त शिकायत का संज्ञान सीपीसीआर अधिनियम 2005 की धारा 13 के अंतर्गत लिया है। उक्त प्रकरण में किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 का स्पष्ट उलंघन प्रतीत होता है तथा यह छात्राओं के साथ मारपीट का यह एक अत्यंत गंभीर मामला है। अतः किशोर न्याय अधिनियम 2015 तथा भारतीय दण्ड संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत आरोपियों के विरुद्ध FIR दर्ज कर उचित कार्यवाही सुनिश्चित करें। अगर जांच के दौरान छात्राओं के यौन शोषण या शारीरिक छेड़छाड़ का मामला भी प्रकाश में आता है तो FIR में POCSO एक्ट की भी संबंधित धाराओं को जोड़ा जाये तथा कृत कार्यवाही की जाँच तीन दिनों के भीतर आयोग को प्रेषित करने का कष्ट करें।

इस पूरी घटना पर संज्ञान लेते हुए भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर कहा है कि प्रदेश में हेमंत की सरकार है,जो धर्म की आड़ में दरिंदगी और अपराधियों का समर्थन करती है? बच्चियां अब स्कूल जाने में भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। सरकार कैसा झारखण्ड बनाना चाहती है वो स्पष्ट करें।

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