करिश्मा भोंसले को मिला इंसाफ : BMC पोल से हटाया गया मस्जिद का अवैध लाउडस्पीकर

मुंबई के मानखुर्द इलाके में स्थित मस्जिद से आज अवैध लाउडस्पीकर हटा दिया गया। इसकी जानकारी भाजपा सांसद किरीट सौमैया ने अपने ट्विटर हैंडल से दी। उन्होंने लिखा, “मानखुर्द की करिश्मा भोंसले को न्याय मिल गया। आज बीएमसी के खंबे से अवैध लाउडस्पीकर हटा दिया गया।”

बता दें, कुछ समय पहले करिश्मा भोंसले चर्चा में आई थीं। उन्होंने मानखुर्द में एक मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज कम करने को कहा था। लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनकी बात सुनने की जगह उनसे बहस शुरू कर दी। बात बढ़ने पर वहाँ आपसी झड़प भी हुई। मुस्लिम समुदाय ने करिश्मा को धमकाया भी।

इस घटना के बाद करिश्मा ने जब स्थानीय विधायक से इस सम्बन्ध में मदद माँगी तो उन्होंने सलाह दी कि यदि उन्हें लाउडस्पीकर की आवज से परेशानी है तो उन्हें अपना घर बदल लेना चाहिए।


करिश्मा भोंसले को मुंबई पुलिस का नोटिस : मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज कम करने को कहा था

June 30, 2020

मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज कम करने का अनुरोध करने पर मुंबई पुलिस ने करिश्मा भोंसले और उनकी मां के खिलाफ नोटिस जारी किया है।

यह नोटिस करिश्मा की मां वर्षा गणेश भोंसले के नाम है। इसमें कहा गया है कि करिश्मा का मानखुर्द इलाके में नूरी इलाही सुन्नी वेलफेयर एसोसिएशन की मस्जिद में जाकर वहाँ के अधिकारियों से लाउडस्पीकर की आवाज कम करने के लिए कहना ‘अनुचित’ था, जिससे अजान पढ़ा जा रहा था।

नोटिस में कहा गया है, “24 जून, 2020 को आपने नूरी इलाही सुन्नी वेलफेयर एसोसिएशन की मस्जिद का दौरा किया, जिसमें अजान की आवाज को कम करने की दलील दी गई थी, जो पड़ोस की लाउडस्पीकरों के माध्यम से होती है। अजान की आवाज कम करने के लिए उनसे अनुरोध करने के लिए मस्जिद का दौरा करना आपके लिए अनुचित था। मस्जिद में प्रवेश करने के बजाय, शिकायतकर्ता को नियत कानून का पालन करना चाहिए और शिकायत करने के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करना चाहिए था।”

नोटिस में कहा गया है कि इस तरह की हरकतें क्षेत्र में “कानून और व्यवस्था की स्थिति” के लिए खतरा पैदा करती हैं और करिश्मा और उसकी मां को नियमों का पालन करने का निर्देश दिया। करिश्मा और उनकी मां के खिलाफ धारा 188 और धारा 149 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और फिर उसके अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इस विषय में हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर मुंबई पुलिस को यह प्रश्न किया है कि आपने न्यायालय के आदेशानुसार मस्जिदों पर लगाए अवैध लाऊडस्पीकर्स के विरूद्ध क्या कार्यवाही की है ?


मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज कम करने को कहा तो हिन्दू लडकी को धमकाया, MLA ने कहा- घर बदल लो

जून २७, २०२०

हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि किसी भी मस्जिद से लाउडस्पीकर से अजान देना दूसरे लोगों के अधिकारों में दखल देना है। दूसरों को सुनने के लिए मजबूर करने का अधिकार किसी को नहीं है। लेकिन, इससे समुदाय विशेष के लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

मुंबई में एक महिला को मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज कम करने का अनुरोध भारी पड़ गया। करिश्मा भोंसले नाम की इस महिला ने ट्विटर पर अपना दर्द साझा किया है। उन्हें धमकाया गया। बकौल करिश्मा जब उन्होंने विधायक (MLA) से मदद मॉंगी तो उन्होंने उसे ही घर बदल लेने को कहा।

मानखुर्द इलाके में रहने वाली करिश्मा भोंसले के अनुसार उनके घर के पास ही मस्जिद की लाउडस्पीकर लगी है। इसलिए वे आवाज काम करने का अनुरोध लेकर मस्जिद गईं। लेकिन, मस्जिद के पास के मुस्लिम समुदाय के लोग करिश्मा और उनकी मां से बहस कर उन्हें धमकाने और उनके साथ झड़प करने लगे।

यही नहीं, जब करिश्मा ने स्थानीय विधायक से इस सम्बन्ध में मदद मांगी तो उन्होंने सलाह दी कि यदि उन्हें लाउडस्पीकर की आवज से परेशानी है तो उन्हें अपना घर बदल लेना चाहिए।

करिश्मा भोंसले ने इस घटना का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। करिश्मा ने लिखा है, “मुंबई के मानखुर्द में रहती हूँ। बहुत कम उम्मीद थी कि मेरी बात सुनी जाएगी, फिर भी मैं पास की मस्जिद में सम्बन्धित लोगों से अनुरोध करने के लिए गई कि वो उस लाउडस्पीकर (अज़ान) की आवाज कम कर दें, जो कि मेरी खिड़की के ठीक सामने लगा है। लेकिन यह प्रयास व्यर्थ रहा।”

इसके बाद ट्वीट की एक श्रृंखला में करिश्मा ने कुछ वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि जब वो सम्बन्धित लोगों से बात करने वहाँ पहुँची तो कुछ ही देर में वहाँ काफी लोग इकट्ठे हो गए।

इस वीडियो में हिजाब पहने एक महिला करिश्मा से बहस करते हुए कह रही है कि तुम्हारे मंदिर में भी तो घंटा बजता है और क्या हम स्पीकर किसी के घर में लगा रहे हैं? इस पर युवती ने जवाब दिया कि अगर मंदिर में घंटी बजती है तो उहें वहाँ जाकर अपनी बात रखनी चाहिए। लेकिन बुर्का पहने महिला युवती की बात अनसुनी कर उसे वहाँ से जाने को कहते हुए देखी जा सकती है।

अगले वीडियो में देखा जा सकता है कि एक और महिला इस युवती और उनकी मां के साथ बदसलूकी और हाथापाई कर रही है। विवाद के बढ़ने पर वहाँ पुलिस भी पहुँच चुकी थी जो कि दोनों पक्षों को किनारे करने की कोशिश करती देखी जा रही है।

लेकिन जब पुलिस ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो मुस्लिम समुदाय की बड़ी भीड़ वहाँ पहुँच गई और पुलिस से भी उलझने लगी। ट्विटर पर करिश्मा भोंसले ने लिखा है कि इतनी दादागिरी है कि पुलिस तक को नहीं बख्श रहे हैं।

करिश्मा भोंसले ने ट्विटर पर एक व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा है कि जब उन्होंने स्थानीय विधायक अबू आसिम आजमी से इस बारे में बात की तो उन्होंने जवाब दिया कि यदि अजान की आवाज से समस्या है तो उन्हें वह जगह छोड़ देनी चाहिए।

ज्ञात हो कि अबू आज़मी मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, जो कुछ ही दिन पहले एक महिला पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी के कारण चर्चा में आए थे।

इस व्हाट्सएप चैट में लिखा गया है कि नामूर्ख महिला ने सुन्नी नूरे इलाही मस्जिद पर आवाज उठाई, जिसे पुलिस ने भी कह दिया कि वह अजान पर पाबंदी नहीं लगा सकते हैं। इस चैट में लिखा गया है कि जब मस्जिद में अजान की आवाज को लेकर मुद्दा उठाया गया तो इलाके के तमाम मुसलमान मर्द और औरत पुलिस स्टेशन पहुँचे।

उल्लेखनीय है कि देशभर में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब लोगों ने मुस्लिम समुदाय द्वारा लाउडस्पीकर पर बजाई जाने वाली अजान की आवाज से होने वाली परेशानी को जाहिर किया है। ऐसे ही एक मामले पर कुछ इ माह पूर्व उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि लाउडस्पीकर से अजान देना इस्लाम का हिस्सा नहीं है।

करिश्मा भोंसले द्वारा दिखाए गए इस साहस की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ भी हो रही है। वहीं, विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता श्रीराज नायर ने ट्विटर पर बताया है कि उनके कार्यकर्ता करिश्मा के सम्पर्क में हैं और बजरंग दल के साथ ही दुर्गावाहिनी टीम ने उन्हें हर प्रकार की कानूनी सहायता देने का आश्वासन दिया है।

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