अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन वीर सावरकर का अपमान करनेवाली ‘एबीपी माझा’ की निंदा एवं सावरकर को ‘भारतरत्न’ देने की मांग !

बांग्लादेश के हिन्दुआें पर होनेवाले अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए अंत तक कार्य करता रहूंगा ! -अधिवक्ता रबिंद्र घोष, अध्यक्ष, ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’, बांग्लादेश

अधिवक्ता रबिंद्र घोष, अध्यक्ष, ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’, बांग्लादेश

रामनाथी (गोवा) : बांग्लादेश में हिन्दुआें की स्थिति दयनीय होने से बलात्कार, हिन्दुआें के घर जलाना, लूटपाट करना, मंदिरों की तोडफोड ये घटनाएं वहां अब नित्य की हो गई हैं । बांग्लादेश की निर्मिति के समय वहां १८ से २० प्रतिशत हिन्दुआें की जनसंख्या अनेक प्रदेशों में १ से ८ प्रतिशत तक घट गई है । बांग्लादेश सरकार हिन्दुआें की रक्षा के लिए निष्क्रिय है । भारत सरकार को ही अब निष्क्रियता छोडकर हम बांग्लादेशी हिन्दुआें की सुरक्षा की ओर ध्यान देना चाहिए । बांग्लादेश में हिन्दुआें के लिए सुरक्षित वातावरण निर्माण करने के लिए हम अंत तक लडते रहेंगे, यह दृढ निश्‍चय बांग्लादेश के ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ के अध्यक्ष अधिवक्ता रबिंद्र घोष ने व्यक्त किया । वे ३० मई को श्री रामनाथ देवस्थान के श्री विद्याधिराज सभागृह में ‘अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में बोेल रहे थे । उन्होंने आगे कहा, ‘बांग्लादेश के संविधान में ही ‘इस्लामी राष्ट्र’ शब्द है । वहां हिन्दुआें पर होनेवाले अत्याचारों के विषय में भारत सरकार को भी ज्ञापन दिया गया था; परंतु कुछ नहीं हुआ । केवल भगवान के आशीर्वाद के कारण हम वहां हिन्दुआें की रक्षा के लिए कार्य कर पा रहे हैं ।’ इस अवसर पर ‘वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन’ के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. अजय सिंह, हिन्दू जनजागृति समिति के प्रयाग (उत्तर प्रदेश) संयोजक श्री. गुरुराज प्रभु और कर्नाटक राज्य संयोजक श्री. गुरुप्रसाद गौडा व्यासपीठ पर उपस्थित थे ।

‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के व्यासपीठ पर बाएं से श्री. गुरुप्रसाद गौडा, अधिवक्ता रबिंद्र घोष, श्री. गुरुराज प्रभु एवं उपस्थितों का मार्गदर्शन करते श्री. अजय सिंह

अधिवेशन के आरंभ में अधिवेशन को दिए संतों के संदेश पढे गए । सिंधुदुर्ग के संत प.पू. दास महाराजजी का संदेश हिन्दू जनजागृति समिति, कर्नाटक राज्य के संयोजक श्री. गुरुप्रसाद गौडा ने और रत्नागिरी के संत प.पू. उल्हासगिरी महाराजजी का संदेश हिन्दू जनजागृति समिति, रत्नागिरी के संयोजक श्री. विनोद गादीकर ने पढकर सुनाया । अधिवेशन में उपस्थित पू. चंद्रकांत शुक्ल महाराजजी का सम्मान हिन्दू जनजागृति समिति के गुजरात राज्य संयोजक श्री. संतोष आळशी ने किया ।

क्षणिकाएं

१. अधिवक्ता रबिंद्र घोष के अपने संबोधन के समय परदे (स्क्रीन) पर बांग्लादेश में हिन्दुआें पर हुए अत्याचार की कुछ घटनाआें का वीडियो दिखाया । इसमें, सामूहिक बलात्कार से पीडित कुछ महिलाआें की कहानियां, हिन्दुआें के घरों पर धर्मांधों के आक्रमण, मंदिरों को जलाने की घटनाआें पर प्रकाश डाला गया था । यह वीडियो देखकर उपस्थित सभी हिन्दुत्वनिष्ठों के मन में इस अन्याय के विषय में रोष उत्पन्न हुआ ।

२. ‘हम बांग्लादेश के हिन्दुआें के साथ हैं । वहां के हिन्दुआें को न्याय दिलाने के लिए प्रयत्न करते रहेंगे’, यह आश्‍वासन सूत्रसंचालक श्री. कार्तिक साळुंखे ने अधिवेशन में सम्मिलित हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से दिया ।

३. ‘बांग्लादेश के हिन्दुआें पर जारी अत्याचार, नहीं सहेगा हिन्दुस्थान !’ इस घोषणा से बांग्लादेशी हिन्दुआें का समर्थन किया गया ।

भगवान के आशीर्वाद से ही हिन्दुआें की रक्षा का कार्य कर पा रहा हूं ! – अधिवक्ता रबिंद्र घोष

‘भगवान के आशीर्वाद से ही हम बांग्लादेश में हिन्दुआें की रक्षा के लिए कार्य कर पा रहे हैं । वहां के हिन्दुआें के लिए कार्य करते रहना ही मेरी साधना है’, यह विचार अधिवक्ता रबिंद्र घोष ने व्यक्त किया ।

‘बांग्लादेश के हिन्दुआें पर होनेवाले भयानक अत्याचार रोकने का क्या उपाय है ?’ यह प्रश्‍न उपस्थित कर अधिवक्ता रबिंद्र घोष ने कहा, ‘बांग्लादेश के हिन्दुआें की रक्षा के लिए, संतों के आशीर्वाद और शुभकामनाएं ही समाधान है ।’ हिन्दुआें की रक्षा के लिए सरकार, पुलिस-प्रशासन से बार-बार निवेदन करने पर भी अब तक अधिवक्ता घोष को कोई सहायता नहीं मिली । इन प्रयत्नों के अंत में उन्हें यही लगता है कि ‘बांग्लादेश के हिन्दुआें का भगवान ही सहारा है ।’ अपने प्राण संकट में डालकर, अनेक आक्रमण झेलकर, हिन्दुआें की रक्षा के लिए निरंतर प्रयत्नशील अधिवक्ता घोष की सर्वसामान्य हिन्दुआें के प्रति आत्मीयता और लगन हिन्दुत्वनिष्ठों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध हुई ।

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का संगठित होकर शक्ति का प्रदर्शन करना आवश्यक ! – अजय सिंह, अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष, वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन

अजय सिंह, अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष, वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन

‘सब धर्मों में हिन्दू धर्म उत्तम है । वह संसार के सब प्राणियों के हित का विचार करता है । इसलिए हिन्दू धर्म की रक्षा और प्रचार करना चाहिए । हिन्दुआें की संख्या पूरे विश्‍व में लगातार घटती जा रही है । विश्‍व में हिन्दुआें के लिए कार्य करनेवाले अनेक संगठन हैं । उन्हें एकजुट होकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए ।’ इस अवसर पर श्री. अजय सिंह ने ‘वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन’ की स्थापना और उसके देश-विदेश में चलनेवाले कार्य की जानकारी दी ।

हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दुआें की आत्मा को उज्ज्वल कर रही है ! – अजय सिंह

हिन्दू जनजागृति समिति हिन्दुआें की आत्मा को उज्ज्वल कर रही है । हिन्दुआें को संस्कार सिखाने का काम कर रही है ।

भारत सहित पूरे विश्‍व में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी, इस विषय में मिला दैवी संकेत !

‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दुआें को संगठित करने के प्रयास’ विषय पर जब उद्बोधन चल रहा था, तब सभागार के छत पर कुछ बंदर उछल रहे थे । उद्बोधन में श्री. अजय सिंह नेपाल देश के विषय में बता रहे थे । हमारा नेपाल सीता की जन्मभूमि है । हनुमान भी सीमापार कर लंका गए और रामराज्य के स्थापना कार्य में सम्मिलित हुए । बंदरों के कूदने की इस घटना के माध्यम से हनुमानजी हमें संकेत कर रहे हैं कि ‘न केवल भारत में, अपितु भारत के पार संपूर्ण विश्‍व में भी हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनेवाली है ।’

धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्रवादी देश होने के पश्‍चात से नेपाल में भारत विरोधी शक्तियों की कार्रवाइयों में वृद्धि ! – गुरुराज प्रभु

गुरुराज प्रभु

एक षड्यंत्र रचकर राजतंत्रवाले नेपाल देश पर सेक्युलर लोकतंत्र थोपा गया । उस समय वहां की जनता ने संगठित रूप से विरोध नहीं किया । नेपाल को निगलने के लिए चीन प्रयत्नशील है । वहां के हिन्दुआें और बौद्धों का धर्म-परिवर्तन कराने के लिए सैकडों चर्च सक्रिय हैं । जब नेपाल में लोकतंत्र आया, तब वहां की जनता ने आवाज उठाई कि संविधान में नेपाल को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित किया जाए; परंतु ऐसा न कर, उसमें ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द डाल दिया गया । ऐसा कर वहां के शासनकर्ताआें ने नेपाली जनता की पीठ में छुरा घोंप दिया है । नेपाल में पहले राजतंत्र था, तब सनातन धर्मरक्षा के लिए कार्य किया जाता था । जब से नेपाल धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्रवादी हुआ है, तब से वहां भारत विरोधी शक्तियों को बल मिल रहा है ।

सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति के विषय में नेपाल में आदर की भावना

‘नेपाल में सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति के विषय में आदर की भावना है । वहां की जनता मानती है कि ये दो संस्थाएं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रही हैं’, यह जानकारी श्री. गुरुराज प्रभु ने दी ।

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