लव जिहाद का दर्दनाक खेल : वसीम पारुल ने दुपट्टे से गला दबाकर प्राची की हत्या की

  • खंभात से आती हुई ड्रामा आर्टिस्ट प्राची मौर्य की वसीम मलेक ने रास्ते में रोककर की हत्या

  • सीआईएसएफ से सेवानिवृत्त पीएसआई पिता ने बेटे की करतूत पर खामोशी ओढ ली

वडोदरा : शहर के पॉश इलाके जूना पादरा रोड पर गुरुवार को प्रेमी ने ब्रेकअप करने वाली प्रेमिका के साथ झगडा कर डेढ घंटे में ३ बार गला दबाया। इसके बाद भी जब वह बच गई, तो उसके दुपट्टे से फांसी लगाकर उसकी हत्या कर दी। फिर लाश को एक पेड के पीछे छिपा दी। पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी काे अरेस्ट कर लिया।

चार साल बाद हुआ ब्रेकअप

प्राची मौर्य और वसीम अरहान पारुल यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग के छात्र थे। चार साल पहले प्राची जब ५ वें सेमेस्टर में थी, तब वसीम तीसरे सेमेस्टर में था। इस दौरान वसीम को बेकलॉग लगा, जिससे प्राची उसे ट्यूशन देने लगी। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया। प्यार का यह सिलसिला लगभग ४ साल तक चलता रहा। इस दौरान दोनों देर रात तक चेटिंग करते रहते।

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वसीम को शक हो गया

चेटिंग के दौरान वसीम को शक हो गया कि प्राची देर रात ऑनलाइन रहती है, तो तय है कि वह किसी और के साथ सम्पर्क में है। डेढ महीने पहले प्राची ने वसीम को ब्लॉक कर दिया। इससे वसीम समझ गया कि प्राची अब उससे प्यार नहीं करती। १५ दिन पहले ही प्राची उसके साथ अलकापुरी स्थित एप्लास ड्रामा स्टूडियो में काम करने वाले अंकित के करीब आई और उससे प्यार करने लगी। वसीम को यह नागवार गुजरा। उसने प्राची को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।

बुधवार को प्राची खंभात गई

खंभात में गुरुवार को प्राची और उनके २० साथियों का स्पीचलेस नाटक था। जिसमें प्राची ने मां की भूमिका निभाई थी। उसके साथ अंकित भी था। इधर वसीम ने पता लगा लिया था कि प्राची कब लौटेगी। इसलिए वह उसके इंतजार में था। रात १.३५ बजे जैसे ही प्राची स्टूडियो वापस आई, तब वसीम ने देखा कि अंकित प्राची को उसके घर छोडने जा रहा है। अंकित बाइक पर और प्राची अपनी एक्टिवा पर थी। वसीम ने उसका पीछा किया। लगभग २.१५ बजे अंकित प्राची को सोसायटी के बाहर मेन रोड पर छोडकर वहां से चला गया।

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प्राची-वसीम के बीच हुआ विवाद

अंकित के जाने के बाद प्राची व वसीम के बीच झगडा हुआ तो प्राची ने तीन थप्पड जड दिए। इससे वसीम तमतमा उठा। उसने प्राची का गला दबाना शुरू किया। प्राची ने इसका प्रतिकार किया, तो उसके नाखून वसीम को लग गए। इस दौरान वह जैसे ही वापस घूमी, वसीम की कोहनी से प्राची का गला दब गया। दोनों रोड पर नीचे गिर पडे। प्राची बचने के लिए छटपटा रही थी। इस बीच वसीम ने प्राची के गले को कसकर दबा दिया, जिससे उसकी सांस थमने लगी। इस तरह से वसीम ने दो बार प्राची का गला दबाया।

…और प्राची बेहोश हो गई

सांस रूकने से प्राची बेहोश हो गई। इसी बीच वहां से एक बाइक गुजरी, उसे देखकर वसीम ने खडे होकरे मोबाइल पर बात करने का नाटक किया। बाइक चालक थोडा रूककर वहां से चला गया। इसके बाद वसीम ने एक बार फिर बेहाेश प्राची का गला दबाया और बाइक से वहां से चला गया। रास्ते में उसे याद आया कि वह अपना मोबाइल तो प्राची के पास ही भूल आया है। वह वापस लौटा। उस समय प्राची जीवित थी। वह दर्द से कराह रही थी। तब वसीम ने अपना मोबाइल लेकर चौथा प्रयास करते हुए प्राची के दुपट्टे से उसका गला दबा दिया। इस बार प्राची की जीवन समाप्त हो गया। तब वसीम ने उसकी लाश को घसीटकर रोड के किनारे पेड और दीवार के बीच सूखे पत्तों के पास फेंक दी।

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सेवानिवृत्त पीएसआई पिता के सामने कबूल की हत्या

गुरुवार की सुबह ३.३० बजे प्राची की हत्या कर वसीम घर पहुंचा, जहां उसने अपने सीआईएसएफ से सेवानिवृत्त पीएसआई पिता के पांव पकडकर प्राची की हत्या करना स्वीकार किया। इस पर उसके पिता खामोश रहे। सुबह ६.३० बजे वह बेग लेकर घर से भरुच जाने के लिए निकल गया। रेल्वे स्टेशन आकर वसीम ने भरुच के लिए टिकट खरीदा।

वडोदरा छोडने के पहले ही हुआ अरेस्ट

सुबह जब राहगीरों ने पेड के पीछे एक लाश को देखा, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में पुलिस ने सारी जानकारी जुटा ली, फिर आरोपी की तलाश शुरू की। पुलिस ने रिक्षा चालक और टिकट चेकर के रूप में स्टेशन में वसीम को तलाश किया, और उसे भरुच जाने के पहले अरेस्ट कर लिया।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


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