न्यायालयद्वारा निर्माताओं को `अध्यक्षा’ कन्नड चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालनेका आदेश !

भाद्रपद कृष्ण पक्ष तृतिया, कलियुग वर्ष ५११६

हिन्दुओ, इस सफलता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें !

  • चित्रपट में किया जानेवाला अनादर रोकने हेतु प्रयास करनेवाले हिन्दूनिष्ठों का अभिनन्दन !

  • बेंगलुरूमें श्री श्री प्रणवानन्द रामस्वामीजी द्वारा चित्रपट के विरुद्ध न्यायालयमें याचिका प्रविष्ट की गई थी !

  • निर्माता द्वारा चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालनेकी स्वीकृति

विचारविमर्श के समय दायींr ओर से श्रीराम सेना के श्री. प्रमोद मुतालिक, अधिवक्ता श्री. अमृतेश, श्रीराम सेना के श्री. शिवकुमार रेड्डी, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. चन्द्रू मोगेर, चित्रपट निर्माता गंगाधर तथा अन्य

बेंगलुरू (कर्नाटक) – ‘अध्यक्षा’ कन्नड चित्रपट में श्रीकृष्ण का अनादर करने के सन्दर्भ में हिन्दू महासभा के कार्याध्यक्ष श्री श्री प्रणवानद रामस्वामीजी ने ११ अगस्त को नगर के दीवानी न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की थी । इस परिवाद के कारण न्यायालयने चित्रपट निर्माता तथा निर्देशक को इस चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालने के आदेश दिए हैं । न्यायालय के आदेशानुसार निर्माता ने इस चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालनेकी  स्वीकृति प्रदर्शित की है ।

१. शंकर मूविज निर्मित अध्यक्षा चित्रपटमें नायक शरण को श्रीकृष्ण का वेष परिधान कर लोगों के साथ नृत्य करते हुए प्रदर्शित किया है, साथ ही चित्रपट के भित्तिपत्रकों पर भी चित्रपट के नायक तथा नायिका कृष्ण का वेश परिधान कर लोगों को आशीर्वाद देते हुए प्रदर्शित किए गए हैं ।

२ . चित्रपट के अनादर के विरोध में कर्नाटक राज्य में मंगलुरू, उडुपी, हुबळी, विजापुर, हलियाल, गदग तथा अन्य जनपदों में राष्ट्रीय हिन्दू आन्दोलन के माध्यम से तीव्र निषेध पंजीकृत किया गया था । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा केन्द्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण मंडल को निवेदन प्रस्तुत कर यह मांग की गई थी कि इस चित्रपट का प्रमाणपत्र निरस्त कर उस पर पाबन्दी डालनी चाहिए ।

३. हिन्दू जनजागृति समिति, श्रीराम सेना, उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री. अमृतेशने चित्रपटके निर्माताके साथ विचारविमर्श कर इस चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा निकालने के संदर्भ में चेतावनी दी थी; किंतु दो दिन के पश्चात भी निर्माता द्वारा कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ । अतः ११ अगस्त को श्री श्री प्रणवानन्द रामस्वामीजी ने न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की ।

४. न्यायालय द्वारा अनादरयुक्त हिस्सा निकालने के आदेशके पश्चात चित्रपट निर्माता बसवराज तथा गंगाधर ने न्यायालय में क्षमायाचना काप्रमाणपत्र प्रस्तुत किया । साथ ही यह बताया कि किसी की भी धार्मिक भावना आहत करने का हमारा उद्देश्य नहीं था । इस चित्रपट का अनादरयुक्त हिस्सा हम निकाल रहे हैं ।

५. निर्माता द्वारा अनादरयुक्त हिस्सा निकालने की बात स्वीकार करने के पश्चात न्यायाधीश रवि ने १५ अगस्त को चित्रपट प्रदर्शित करनेकी अनुमति दी तथा बताया कि यह चित्रपट देखने के लिए हमारे ५ प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे । यदि चित्रपट में अनादरयुक्त हिस्सा पाया गया, तो न्यायालय का अनादर करने के विषय में इस चित्रपट के सर्व चित्रपटगृहों के खेलों पर पाबंदी डाली जाएगी ।

६. उस समय न्यायालय में श्री श्री प्रणवानंद रामस्वामी तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. चन्द्रू मोगेर उपस्थित थे । श्री श्री प्रणवानंद रामस्वामी गोवा में सम्पन्न हुए दि्वतीय अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में समि्मलित हुए थे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलको भगवान श्रीकृष्णका अनादर करनेवाले ‘अध्यक्षा’ कन्नड चलचित्रके विरोधमें निवेदन

भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितिया, कलियुग वर्ष ५११६

कर्नाटक – हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलको भगवान श्रीकृष्णका अनादर करनेवाले शंकर मुवीज निर्मित ‘अध्यक्षा’ कन्नड चलचित्रके विरोधमें निवेदन दिया गया है एवं इस चलचित्रका प्रमाणपत्र निरस्त कर उसपर प्रतिबंध लगानेकी मांग की गई है ।

इस चलचित्रमें नायक शरण भगवान श्रीकृष्णका वेश परिधान किए लोगोंके साथ नाचते हुए तथा चलचित्रके भित्तिपत्रकपर भी चलचित्रके नायक एवं नायिका कृष्णका वेश परिधान किए लोगोंको आशीर्वाद देते हुए दर्शाया गया है । अतः समस्त हिन्दुओंकी भावनाएं आहत हुई हैं । फलतः इस चलचित्रके विरोधमें कर्नाटक राज्यमें राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनके माध्यमसे तीव्र निषेध किया गया है । समितिद्वारा इस निवेदनमें कहा गया है कि इस विषयमें यदि मंडलद्वारा कार्यवाही नहीं की गई, तो समितिद्वारा तीव्र आंदोलन छेडा जाएगा एवं इस परिस्थितिके लिए केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल उत्तरदायी होेगा ।

केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलसे की गई मांगें

१. भविष्यमें कोई भी चलचित्र निर्माताद्वारा हिन्दुओंके देवी-देवता, संत एवं संस्कृतिका अपमान कर हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत न हो इस हेतु चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलको ऐसे चलचित्रोंको नियंत्रित करना चाहिए ।

२.चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलमें धार्मिक क्षेत्रोंके सदस्योंका समाविष्ट किया जाना चाहिए ।

 

बेंगलुरूमें ‘अध्यक्षा’ नामक चलचित्रके विरोधमें निवेदन प्रस्तुत

बेंगलुुरू (कर्नाटक) – ‘अध्यक्षा’ कन्नड चलचित्रमें की गई भगवान श्रीकृष्णके अनादरके विरोधमें हिन्दू जनजागृति समितिके प्रतिनिधिमंडलने यहांके विभागीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलके अधिकारी श्री. नागेंद्र प्रसादसे मिलकर निवेदन प्रस्तुत किया । इस अवसरपर श्री. प्रसादने कहा,  आपका निवेदन ‘फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स’को भेजा है तथा इस विषयमें ‘चलचित्र निरीक्षण समिति’को भी पत्र दिया जाएगा ।

 

‘अध्यक्षा’ चलचित्र एवं तेलंगानामें मुसलमानोंको दिए गए आरक्षणके विरोधमें  कारवारमें (कर्नाटक) राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन

कारवार (कर्नाटक) – ‘अध्यक्षा’ चलचित्रको शासनद्वारा अनुमति नहीं दी जानी चाहिए तथा तेलंगाना राज्यमें धर्मके नामपर मुसलमानोंको दिया गया आरक्षण निरस्त करनेकी मांगके लिए हिन्दू जनजागृति समिति एवं समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंद्वारा कारवारमें राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया । तत्पश्चात उत्तर  कन्नडके उपायुक्तको मांग करनेवाला निवेदन प्रस्तुत किया गया । इस अवसरपर विश्‍व हिन्दू परिषदके जिला सचिव श्री. बी.जी. मोहन, भारतीय जनता पक्षके श्री. मनोज भट, हिन्दू जनजागृति समितिके श्री. विश्‍वेश्‍वर कली, के. मनोहर नाईक, सर्वश्री रतन दुर्गेकर, सोमनाथ सालगावकर, राजन कोलमकर, सागर कुर्डेकर आदि धर्माभिमानी हिन्दू एवं सनातन संस्थाके साधक उपस्थित थे ।

विजापुरके (कर्नाटक) चलचित्रगृह मालिकद्वारा सकारात्मक प्रतिसाद

अपमानजनक प्रसंग हटाए बिना चलचित्र नहीं प्रदर्शित करेंगे !

विजापुर (कर्नाटक) – ‘अध्यक्षा’ चलचित्रके विरोधमें हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दुुत्वनिष्ठ संगठनोंने यहांके चलचित्रगृहके मालिकको किए गए आवाहनको उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला । इस अवसरपर चलचित्रटगृह मालिकने कहा कि जबतक इस चलचित्रसे भगवान श्रीकृष्णके विषयमें रहनेवाले अपमानजनक प्रसंग नहीं हटाए जाएंगे, तबतक हम यह चलचित्र नहीं दिखाएंगे । इस चलचित्रगृहमें जयश्री, अमीर, त्रिपुरा सुंदरी, लक्ष्मी, अलंकार, ड्रीम लैंड एवं अप्सराका समावेश है । चलचित्रगृहके मालिकने कहा कि इस अवसरपर इस चलचित्रके विषयमें आपने हमें जानकारी दी, अच्छा किया । ऐसे चलचित्रोंको अनुमति देना त्रुटिपूर्ण है । ( इस चलचित्रगृहके मालिकद्वारा सभीको सीख लेना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

इस अवसरपर श्रीराम सेनाके जिला प्रमुख श्री. नीलकंठ कन्डगल, विश्‍व हिन्दू युवा सेनाके संस्थापक श्री. संतोष विश्‍वकर्मा, श्रीराम सेनाके श्री. आनंद कुलकर्णी, तथा सर्वश्री समीर, प्रथमेश, शशांक पाटिल, किरण काले, सिद्धू आदि धर्माभिमानी उपस्थित थे ।

धर्माभिमानी हिन्दू अपनी धार्मिक भावनाएं आहत होनेके विषयमें आगे दिए क्रमांकोंपर निषेधकी प्रविष्ट कर रहे हैं ।
चलचित्रके निर्माता : बी. बसवराज, ९४४८०४८७५१; बी.के. गंगाधर, ९४४८०४६०९२

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


बेंगलुरू (कर्नाटक) : आगामी कन्नड चलचित्र ‘अध्यक्षा’ के माध्यमसे भगवान श्रीकृष्णकी विडंबना !

५ अगस्त २०१४, श्रावण शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६

हिन्दुओ, ऐसी प्रतिष्ठा उत्पन्न करें कि जिससे अपनी धार्मिक भावनाओंको आहत करनेका कोई साहस नहीं करेगा !

बेंगलुरू (कर्नाटक) : वर्तमान समयमें शंकर मुवीजनिर्मित आगामी कन्नड चलचित्र ‘अध्यक्षा’ के विज्ञापन (ट्रेलर) सर्वत्र दर्शाए जा रहे हैं । इन विज्ञापनोंद्वारा हिन्दुओंके आराध्य दैवत भगवान श्रीकृष्णका उपहास किया गया है ।

१. चलचित्रका नायक श्रीकृष्णका वेश परिधान किए लोगोंके साथ नाचता है ।

२. इस चलचित्रके विषयमें बताते हुए चलचित्रका नायक कहता है कि यद्यपि कृष्ण बहुत है, परंतु लडकी एक ही है ।

३. कुछ लोग कृष्णका वेश परिधान कर गायके पुतलेमें नाचते हुए दर्शाए गए है ।

४. चलचित्रके पोस्टरपर चलचित्रका नायक एवं नायिका कृष्णके वेशमें रहनेवाले लोगोंको आशीर्वाद देते हुए दर्शाया गया है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​