‘डबल धमाल’ चित्रपटमें श्रीराम, सीता, हनुमान तथा संतोंका अपमान !



हिंदु जनजागृति समितिका विरोध

समितिकी ओरसे चित्रपट परिनिरीक्षण मंडलको ज्ञापन

मुंबई (महाराष्ट्र), १० जुलाई (समाचार) – ‘रिलायन्स एंटरटेन्मेंट’ और ‘मारुति इंटरनॅशनल’ निर्मित ‘डबल धमाल’ नामक हिंदी चित्रपटमें हिंदु देवी-देवताओंका अपमान किया गया है । इस चित्रपटमें प्रभु श्रीराम, माता सीता तथा हनुमानजीको अपमानित करनेवाले संवाद डाले गए हैं । अतएवं हिंदुओंद्वारा विरोध व्यक्त किया गया है । हिंदु जनजागृति समितिने इस अपमानके लिए धिक्कार प्रदर्शित किया है । इस धिक्कारके विषयकी सूचना चित्रपटके वितरकोंने चित्रपट दिग्दर्शक और अन्य संबंधित व्यक्तिओंको देनेके लिए अनुमति दी है । समितिकी ओरसे केंद्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण मंडलको ज्ञापन भी दिया गया है । (हिंदुओ, आपके श्रद्धास्थानोंका अपमान होनपर उसके विरुद्ध हिंदु जनजागृति समितिद्वारा वैधानिक मार्गसे किए जा रहे कार्यमें धर्मकर्तव्य समझकर सहभागी हों ! – संपादक)

        हिंदु जनजागृति समितिके श्री. सतीश कोचरेकरने इस चित्रपटके द्वारा हुए अपमानके विषयमें ‘रिलायन्स एंटरटेन्मेंट’के प्रमुख वितरक सागर पाटीलके साथ संपर्क किया । इस अपमानके बारेमें बतानेपर पाटीलने कह दिया कि, ‘‘चित्रपटका कौनसा हिस्सा हटाया जाएगा, मैं इसके संदर्भमें कोई निर्णय नहीं ले सकता । आज रविवार होनेके कारण इस संदर्भमें निर्णय लेनेवालोंका संपर्क आज नहीं हो सकता ।’’ उसपर श्री. कोचरेकरने समझाया, ‘‘प्रतिदिन सहस्रों लोग यह चित्रपट देख रहे हैं ।

        हिंदुओंकी धार्मिक भावनाएं पैरोंतले कुचली जा रही हैं, आपने इसी प्रकारसे अन्य पंथियोंकी धार्मिक भावनाओंका अपमान किया होता क्या ? यदि ऐसा किया होता, तो उन्होंने आजतक यह चित्रपट चित्रपटगृहोंमें चलने दिया होता क्या ? आप भी उन्हें यही कारण बताते जो हमें बता रहे हैं ?’’ इसपर पाटीलने कहा कि ‘‘चित्रपटके दिग्दर्शक इंद्रकुमार और
अन्य निर्माताओंको त्वरित सूचित कर यह अनादर हटानेके लिए कहता हूं’’ । समितिके मुंबई, ठाणा और रायगड जनपदके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने केंद्रीय परिनिरीक्षण मंडलको फॅक्सद्वारा ज्ञापन पंजीकृत किया है । इस ज्ञापनके माध्यमसे मांग की गई है कि इसमें किया गया अपमान रहित चित्रपट दिखाया जाए ।

       इस चित्रपटमें अभिनेता सतीश कौशिकने गुंडेकी भूमिका निभाई है । इसमें दिखाया गया है कि वह भगवे वस्त्र पहनकर प्रवचन ले रहा है । उसके गलेमें पहनाई गई रुद्राक्षकी माला और उसका सारा पहनावा देखकर हिंदु संतोंके और अध्यात्मके विषयमें दर्शकोंके मनमें विद्यमान आदर समाप्त हो सकता है ।

कौशिक और उसका प्रवचन सुननेवाला दूधवाला इनके बीच हुआ संवाद

सतीश कौशिक : श्रीराम कहे, तो रामायणके सोलो हीरो पहलेइच ‘डील’में १४ साल तडीपार हो गए, बोलो । कंपनीके वास्ते सीतामाता भी साथ गए ली । उधर हीच आ टपका विलन रावण । ऑके सीतामाताको आऊटडोरसे किडनॅप कर डाला, बोलो । लेकिन तभीच सपोर्टींग रोलमें हनुमानजी महाराजने ‘दबंग’ स्टाईल में अपनी ढासू एन्ट्री मारी । बस पकडके लंकामें पहुंचे और रावण का वस्त्रहरण कर डाला ।

दूधवाला : रामायण और महाभारत मिक्स क्यों कर रहे हो ?

सतीश कौशिक : तू एरिया का दूधवाला है ना ? तू दूध में पानी मिला सकता है, तो मैं रामायणमें महाभारत क्यों नहीं मिला सकता ? यह पढकर जिसका रक्त नहीं खौलता, वह हिंदु ही नहीं !

धर्माभिमानी हिंदु आगे दिए हुए संपर्क क्रमांकपर धिक्कार पंजीकृत करें ।

१. सागर पाटील, भ्रमणध्वनी : ९३२५००२११५

२. रिलायन्स एंटरटेन्मेंट, ५ वो माला, ५० मरुत् चेंबर्स, फन रिपब्लिक सिनेमाके पास, ऑफ न्यू लाईन रोड, अंधेरी (पश्चिम), मुंबई ४०००५३.

दू.क्र. : (०२२) ३०६६ ४७७७

३. केंद्रीय चित्रपट परिनिरीक्षण मंडल, ९१ – इ, भारत भुवन, वाळकेश्वर मार्ग, मुंबई ४०००००६

फॅक्स क्रमांक : (०२२) २३६९ ००८३ / २३६२ ६४३२

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​