कश्मीर में फिर निशाने पर हिन्दू : आतंकियों द्वारा महाविद्यालय में घुसकर महिला शिक्षक की गोली मारकर हत्या

कुलगाम के गोपालपोरा इलाके में महाविद्यालय की शिक्षिका रजनी बाला पर आतंकियों ने गोलबिारी कर दी। 36 साल की रजनी को कई गोलियां लगीं। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। सांबा की रहने वाली घायल शिक्षिका ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। इसके पहले 12 मई को एक कश्मीरी हिन्दू राहुल भट की भी आतंकियों ने उसके ऑफिस में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

कश्मीर में टारगेट किलिंग अक्टूबर में शुरू हुईं। यहां पांच दिनों में सात नागरिक मारे गए इनमें एक कश्मीरी हिन्दू, एक सिख और प्रवासी हिंदू शामिल हैं, जो नौकरी की तलाश में आए थे। 14 अप्रैल को आतंकियों ने सतीश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले शनिवार को आतंकियों ने अली जान रोड स्थित ऐवा ब्रिज पर पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

अब राहुल की हत्या के बाद कश्मीरी हिन्दुओंों की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़ा हो गया है। कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद 4 कश्मीरी हिन्दुओंों समेत 14 हिंदू आतंकी हमलों में मारे गए। गृह मंत्रालय ने संसद में इसकी जानकारी दी थी।

कश्मीरी हिन्दुओंों का घाटी में 18 दिन से आंदोलन चल रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत नौकरी पाने वाले हिन्दू काम का बहिष्कार कर प्रदर्शन कर रहे हैं। घाटी में सबसे लंबे समय तक चलने वाला ये प्रदर्शन बन चुका है। ​​रेवन्यू विभाग के कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद प्रदर्शन शुरू हुआ था। काम करने वाले कश्मीरी हिन्दुओंों की मांग है कि हमें कश्मीर के बाहर पोस्टिंग दी जाए।

प्रदर्शनकारी कश्मीरी हिन्दू बोले- हमें कश्मीर से स्थलांतरित करो

प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत नौकरी पाने वाले हिन्दू काम का बहिष्कार कर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम कैदियों जैसी जिंदगी नहीं जीना चाहते, इसीलिए हमें कश्मीर से स्थानांतरित करो। LG, उनके सलाहकार, IGP और अन्य अधिकारियों ने सड़क पर बैठे कश्मीरी हिन्दुओं से कई बार बातचीत कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद हिन्दुओं का विरोध जारी है।

कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए राहुल भट की हत्या के 10वें दिन अनंतनाग जिले के कश्मीरी हिन्दूों ने सिर मुंडवा कर प्रदर्शन किया था। उन्होंने राहुल भट की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की। साथ ही मांग की है कि उन्हें घाटी में सुरक्षा दी जाए या फिर उनकी पोस्टिंग जम्मू कर दी जाए।

स्रोत : भास्कर

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