केरल : आरएसएस नेता की हत्या के मामले में दमकल कर्मी बी जिशाद गिरफ्तार, 2008 से था PFI का सक्रिय कार्यकर्ता

Update

पलक्कड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता एस के श्रीनिवासन की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को एक दमकल एवं बचाव सेवा अधिकारी बी जिशाद को गिरफ्तार किया। एसआईटी ने कहा कि सरकारी अधिकारी नवंबर में आरएसएस कार्यकर्ता संजीत की हत्या में भी शामिल था।

वह 2008 से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का सक्रिय कार्यकर्ता था। हालांकि वह 2017 में आग और बचाव सेवा में शामिल हुआ, लेकिन उसने कट्टरपंथी संगठन के साथ अपना जुड़ाव जारी रखा। अब इस राजनीतिक हत्याकांड में एक सेवारत सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी से राज्य में हडकंप मच गया है।

अधिकारियों ने कहा कि, जब वे हत्या से संबंधित साजिश की जांच कर रहे थे तो उन्हें जिशाद की भूमिका का पता चला। उन्होंने कहा कि जिशाद ने संभावित लक्ष्य की सूची तैयार करने में पीएफआई की मदद की थी और उसने हत्या के दिन श्रीनिवासन की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी। नवंबर में एस संजीत की हत्या में उसने आरएसएस नेता के यात्रा मार्ग की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

पलक्कड़ के पुलिस अधीक्षक आर विश्वनाथ ने कहा कि एसआईटी अन्य मामलों में उसकी संभावित संलिप्तता की भी जांच करेगी। श्रीनिवासन हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। दमकल विभाग ने जिशाद को तत्काल प्रभाव से सेवा से निलंबित कर दिया है।

पिछले साल ऐसी खुफिया रिपोर्टें आई थीं कि पीएफआई के वर्कर राज्य पुलिस और अन्य बलों में घुस गए हैं। पिछले फरवरी में पुलिस ने एक सिविल पुलिस अधिकारी पी के अनस की सेवा समाप्त कर दी थी, जब उसने कथित तौर पर इडुक्की और कोट्टायम जिलों में 200 से अधिक आरएसएस कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी पीएफआई को लीक कर दी थी।

स्रोत : लाइव हिन्दुस्थान


26 अप्रैल

केरल : आरएसएस कार्यकर्ता श्रीनिवासन की हत्या के मामले में अब तक पीएफआइ तथा एसडीपीआइ के ९ कार्यकर्ता गिरफ्तार

केरल के पलक्कड़ जिले में हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नेता श्रीनिवासन की हुई हत्या के बाद आरोपियों की धरपकड जारी है । राज्य पुलिस से जुडे सूत्रों ने बताया कि, आरएसएस नेता एसके श्रीनिवासन ) की हत्या मामले में पुलिस ने पीएफआई और उसकी राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से जुडे नौ कार्यकर्ताओं को अब तक पलक्कड से गिरफ्तार किया है ।


२२ अप्रैल

मेलमुरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता श्रीनिवासन की हत्या के मामले में एसडीपीआई के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। पलक्कड़ के सभी निवासी बिलाल, रिजवान, रियाज खान और सहद को दक्षिण पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में कुल 16 आरोपी हैं। अधिक से अधिक लोगों से पूछताछ की जा रही है। विशु दिवस पर मारे गए एसडीपीआई कार्यकर्ता जुबैर के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे प्रतिवादी।श्रीनिवासन को मारने की साजिश मुर्दाघर के पास जमीन पर हुई। दो बाइक पर छह लोग ऊपर पहुंचे और तीन लोगों ने श्रीनिवासन को दुकान में टक्कर मार दी। हत्या के बाद भी आरोपियों को जिला अस्पताल ले जाया गया।


16 अप्रैल

केरल : पलक्कड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता की बेहरमी से हत्या, भाजपा ने लगाया एसडीपीआई पर आरोप

हिन्दुओंकी हत्याएं, दंगे, लव जिहाद आदी में संलिप्त जिहादी संगठन PFI तथा SDPI पर केंद्र सरकार ने तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति

केरल के पलक्कड में एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता की हमलावरों के एक समूह ने आज दोपहर हत्या कर कर दी। मृतक श्रीनिवासन (45) की बीच शहर में स्थित दुकान पर हमलावर पहुंचे और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि हमले में विवादित संगठन PFI के सहयोगी दल का हाथ है।

पुलिस ने बताया कि हमलावर मोटर साइकिलों पर आए थे और हमलाकर भाग निकले। गंभीर रूप से घायल श्रीनिवासन को तत्काल समीप के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड दिया। यह घटना पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) के एक नेता की हत्या के 24 घंटे बाद हुई। पीएफआई नेता सुबैर (43) की पलक्कड के समीप एक गांव में हत्या कर दी गई थी। इलापुल्ली में  सुबैर की हत्या तब की गई थी जब वह शुक्रवार को मस्जिद में जुमे की नमाज अदा कर घर लौट रहा था।

भाजपा ने एसडीपी पर लगाया हत्या का आरोप

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ता पर हमले पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि यह पीएफआई के राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (SDP) की करतूत है। श्रीनिवासन की हत्या के पीछे उसी का हाथ है।

स्रोत : अमर उजाला

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​