शिवा बन जागरण में मिला अख्तर, मंदिर में शादी, राज खुला तो हिंदू युवती को किया कैद

जब-जब लव जिहाद पर सख्ती की बात आती है तो लिबरल गिरोह इसे बीजेपी और हिंदू संगठनों का दुष्प्रचार बताता है। वह इसे समस्या मानने से ही इनकार कर देता है। दिल्ली में सामने आए एक मामले ने लव जिहाद के घिनौने रूप और कितने बड़े पैमाने पर इसकी साजिश रची जा रही है उसे फिर से बेनकाब कर दिया है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाले अख्तर ने शिवा बनकर हिंदू युवती को प्रेमजाल में फँसाया। जागरण में उससे मुलाकात की और मंदिर में शादी रचाई। उसके बाद लड़की को डिमांड के नाम पर परेशान करने लगा। जब एक दिन अख्तर की झूठी पहचान उजागर हो गई तो उसने अपने भाइयों अफजल, अरशद और पिता मोहम्मद इदरीश के साथ मिलकर युवती को पीटा।

ख़बरों के मुताबिक, शादी के बाद हिंदू युवती को अहसास हुआ कि वह जिसे शिवा समझ रही है असल में वह हिंदू है ही नहीं। उसका असली नाम अख्तर है। वह अपना नाम और मजहब छिपाकर उसके साथ रह रहा है। युवती ने विरोध किया तो अख्तर के परिवार ने उसके खूब मारा-पीटा। इसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस से की।

एफआईआर के अनुसार, सोशल मीडिया के जरिए 5 साल पहले प्रेम नगर इलाके में रहने वाली युवती की मुलाकात शिवा बने अख्तर से हुई थी। युवक ने बताया कि वह एक संपन्न हिंदू परिवार से है और किराड़ी का रहने वाला है। उसके बाद एक जागरण में दोनों मिले और उनकी दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे युवक ने अपनी प्यार भरी बातों में उसे फँसा लिया।

दोस्ती से प्यार में रिश्ते को बदल कर अख्तर ने कई बार युवती से शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद पीड़िता के कहने पर उसने हिंदू रीति-रिवाजों से 14 अगस्त को आर्य समाज वाहनवासी ट्रस्ट मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद भी वह युवती को अपने घर नहीं ले गया। पीड़िता के दबाव डालने पर वह प्लॉट, गाड़ी और पैसे की डिमांड करने लगा। कहा कि ये सब मिलने के बाद ही उसे अपने घर ले जाएगा।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, शिवा बने अख्तर के बदले व्यवहार से परेशान हो पीड़िता खुद ही उसके घर चली गई। इसके बाद यवुक का राज खुल गया। पता चला कि उसका असली नाम अख्तर है। यह जानने के बाद भी युवती वहाँ रुकी। अपनी शिकायत में पीड़िता ने यह भी बताया कि अख्तर के दोनों भाई अफजल और अरशद ने उसका यौन उत्पीड़न करने की भी कोशिश की। जिसका विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की।

पीड़िता ने बताया कि परिवार के इस रवैए से परेशान होकर उसने मायके जाने का फैसला कर लिया था। लेकिन अख्तर के परिजनों ने उसे घर मे कैद कर दिया। 8 दिसम्बर को जब उसने उनके चंगुल से निकलने की कोशिश की तब अख्तर के अब्बू मोहम्मद इदरीश और सभी लोगों ने उसे खूब मारा। इसके बाद उसने पड़ोसियों की मदद से पुलिस को इसकी सूचना दी।

रोहिणी पुलिस ने बताया है कि उसने आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 419, 467, 468, 471, 474, 376, 506, 34 के तहत केस दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित अख्तर फिलहाल फरार है। पुलिस उपायुक्त पीके मिश्रा का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपित अफजल, अरशद और मोहम्मद इदरीश को गिरफ्तार कर लिया गया है। अख्तर अभी फरार है। मामले की जाँच चल रही है।

संदर्भ : OpIndia

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