भगवा टोपियों के कारण ही हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की कार्रवाई – भाजपा सांसद अरविंद धर्मापुरी

इंदूर (निजामाबाद, तेलंगाना) के पुलिस प्रशासन द्वारा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाने का प्रकरण

हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के समर्थन में खडे रहनेवाले हिन्दू सांसद अरविंद धर्मापुरी का आभार ! प्रत्येक धर्मप्रेमी हिन्दू जनप्रतिनिधि हिन्दुत्वनिष्ठों के साथ खडा रहा, तो हिन्दूद्वेषियों को उनके विरुद्ध झूठे आरोप लगाने से पहले विचार करना पडेगा !

इंदूर (निजामाबाद, तेलंगाना) : निजामाबाद में क्या भगवा (हिन्दू) का प्रतिशोध लिया जा रहा है ? कोरोना के फैलाव के लिए कारणभूत प्रमाणित पुराने नगर (ओल्ड सिटी) में कदम भी रखने के लिए डरनेवाले पुलिसकर्मी उनके सहयोगियों को ही फलों का वितरण करनेवाले हिन्दुओं के विरुद्ध प्राथमिकी प्रविष्ट कर रहे हैं । इसका कारण समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा पहनी गई भगवा टोपी ही है । मेरा सभी से यह अनुरोध है कि घर से बाहर निकलते समय हम भगवा टोपी अथवा भगवा मास्क लगाते नहीं हैं, तो तिलक लगाएं । इन शब्दों में तेलंगाना के भाजपा सांसद अरविंद धर्मापुरी ने ट्वीट कर हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं का समर्थन किया ।


३० अप्रैल

अनुमति लेकर पुलिसकर्मी और महापालिका कर्मचारियों को फल देनेवाले हिन्‍दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध अपराध प्रविष्‍ट

इंदूर (तेलंगण) के पुलिस अधिकारीओं का हिन्दुद्वेष !

अनुमति लेकर भी पुलिस प्रशासन कार्रवाई करनेवाला हो, तो वह सीधे-सीधे लोगों के प्रति विश्‍वासघात है । अन्‍य समय किसी भी प्रकार की अनुमति न लेकर आंदोलन करनेवालों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई न करनेवाला पुलिस प्रशासन अनुमति लेकर कार्य करनेवाले हिन्‍दुओं के विरुद्ध कार्रवाई करते हैं, यही इस घटना से ध्‍यान में आता है !

इंदूर (तेलंगना) : यहां यातायात बंदी की अवधि में २१ अप्रैल को हिन्‍दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मी और महापालिका कर्मचारियों को शर्बत और केले वितरण करने का नियोजन किया था । इसके लिए सहायक पुलिस आयुक्‍त से दूरभाष से अनुमति भी ली गई थी । पुलिसकर्मी और महापालिका कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे काम के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्‍यक्‍त करने के उद्देश्‍य से समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा यह सहायता की जानेवाली थी । अनुमति मिलनेपर कार्यकर्ताओं ने ६० कर्मचारियों को शर्बत और फलों का वितरण किया । उसके पश्‍चात वे तीसरे स्‍थानपर गए, तब वहां के एक वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी ने इन कार्यकर्ताओं को रोका और उनके दोपहिया वाहन जब्‍त किए । चारों कार्यकर्ताओं को पुलिस थाने ले जाया गया । तब कार्यकर्ताओं ने उसे अनुमति लेकर वितरण किए जाने की बात बताई; परंतु यह अधिकारी उनकी बात सुनने की स्‍थिति में नहीं था । उसने इन कार्यकर्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी प्रविष्‍ट की और सायंकाल ७ बजेतक उन्‍हें पुलिस थाने में बिठा लिया ।

६० कर्मचारियों को शर्बत और फल देते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता

हिन्‍दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध अपराध प्रविष्‍ट किया और सायंकाल ७ बजेतक उन्‍हें पुलिस थाने में बिठा लिया

१. इस संदर्भ में कुछ पत्रकार और पुलिस कर्मचारियों से यह जानकारी मिली की समिति के कार्यकर्ताओं ने अपने माथेपर तिलक लगाए थे और समिति की भगवा रंग की टोपियां पहनी थीं । यह धार्मिक आचरण का भाग होने से समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध उनके हिन्‍दू होने के कारण से कार्रवाई की गई ।

२. इस घटना के ४ दिन पूर्व एक व्‍यक्‍ति ने अपनी फलों की दुकानपर भगवा ध्‍वज लगाए जाने के कारण इसी अधिकारी ने उसके विरुद्ध भी कार्रवाई की थी ।

३. यातायात बंदी की अवधि में अनेक सामाजिक संगठन लोगों की सहायता कर रहे हैं; परंतु उनके विरुद्ध किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई । केवल हिन्‍दूद्वेष के चलते ही समिति के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाने की यहां के लोगों में चर्चा है ।

अभिवक्ता शरथचंद्र के. इन्होने इस मामले को लेकर तेलंगाना डीजीपी को लिखा पत्र।,

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