तेलंगाना : मंदिरों की २४ हजार एकड जमीन पर है भू-माफियाओं का कब्‍जा

हैदराबाद : तेलंगाना राज्‍य में मंदिरों की करीब २४ हजार एकड जमीन भू-माफिया के कब्‍जे में है। पूरे प्रदेश में मंदिरों को दान में मिली धर्मार्थ जमीन ८७ हजार एकड है, यह जमीन उसकी लगभग २५ प्रतिशत है। आकार में देखा जाए तो भू-माफिया के चंगुल में आई इस जमीन का क्षेत्रफल इतना है कि इसमें हैदराबाद के बाहर बसे साइबराबाद जैसे दो उपनगर बस जाएं।

इन अवैध कब्‍जादारों में से कुछ ने यह जमीन प्‍लॉट काटकर बेच दी है। खासकर हैदराबाद और उसके आसपास के रंगा रेड्डी जिलों में, कुछ पर अवैध तौर पर खेती की जा रही है।

१६,००० एकड की रजिस्‍ट्री भी करा ली

धर्मार्थ विभाग ने पिछले साल ही राज्‍य सरकार के पास अपनी रिपोर्ट जमा की है। इसके अनुसार, पहले के नालगोंडा जिले में ३,५०० एकड पर अतिक्रमण किया गया है। यह पूरे प्रदेश में सबसे ज्‍यादा है। लगभग २,२०० एकड जमीन पर हैदराबाद में और लगभग १,८०० एकड पर रंगा रेड्डी जिले में अतिक्रमण हो चुका है। कुल अतिक्रमण हुई १६,००० एकड भूमि तो लोगों ने अपने नाम रजिस्‍टर करा ली है।

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गुरुवार को धर्मार्थ विभाग के कमिश्‍नर अनिल कुमार ने कहा, ‘कुछ लोगों ने निजी स्‍वार्थ के लिए धर्मार्थ जमीन पर कब्‍जा कर लिया है। ऐसे सभी अवैध कब्‍जाधारकों से कहा है कि वे यह जमीन मंदिरों को सौंप दें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्‍हें जबरन हटाने के अलावा उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई के तहत कदम उठाए जाएंगे।’

पिछले ५० साल में नहीं ली थी किसी ने सुध

इस मसले में सबसे दिलचस्‍प बात यह है कि पिछले ५० वर्षों में विभाग ने इस जमीन का कभी सर्वे नहीं कराया था। हाल ही में जब राजस्‍व विभाग ने भू-अभिलेख अपडेट करने का काम किया किया तो इस बात की जानकारी हुई। राज्‍य सरकार ने राजस्‍व विभाग से कहा है कि वह संबंधित मंदिरों के मुख्‍य देवता के नाम से जमीन की पट्टादार पासबुक जारी करें।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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