भोजशाला : धार के गंजीखाना क्षेत्र में उपद्रवीयोंद्वारा पथराव, पुलिस ने दो को पकडा

क्या आप जानते है आखिर क्या है भोजशाला का सत्य ?

आज हिन्दू संगठनों को भोजशाला के बाहर माता सरस्वती का पूजन करना पड रहा है । क्या यह स्थिती हिन्दू समाज के लिए चिंताजनक नहीं है, क्योंकि आज हम अपने ही देश में अपने ही मंदिर में माता सरस्वती की पूजा प्रशासन की अल्पसंख्यांकों की तुष्टीकरण के कारण नहीं कर सकते ? यह स्थिती बदलने के लिए अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना यही एकमात्र उपाय है । – संपादक, हिन्दूजागृति

धार – गंजीखाना क्षेत्र में अब से कुछ देर पहले अज्ञातोंद्वारा पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लोगों को खदेडने के लिए दौड लगाई। बताया जा रहा है कि, दो उपद्रवी लोगों को पकड़ा गया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। भारी पुलिस बल क्षेत्र में लगा दिया गया है। साथ ही आसपास खोज की जा रही है। 

स्त्रोत : रतन टाइम्स


अद्यतन वार्ताएं


१२ फरवरी २०१६

भोजशाला के अंदर पूजा करने को लेकर धरने पर बैठे शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती

हिन्दू संतों को धरना देने के लिए बैठना पडता है, यह हिन्दुआेंके लिए दुर्भाग्यपूर्ण है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति

 

धार – बसंत पंचमी पर पुरे दिन पूजा करने की अनुमति न मिलने से शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वतीजी भोजशाला के बाहर धरने पर बैठे है । वहीं अब हिंदू जागरण मंच के सदस्‍य और अन्‍य भाेजशाला के अंदर में पूजा करने को तैयार हो गए हैं। भोजशाला में पूजन सामग्री पहुंचाई जा रही है। वहीं नमाज के लिए भी प्रबंध किए जा रहे हैं। दोनों पक्ष आमने सामने न हो इसके लिए मार्ग भी पृथक बनाए गए हैं। वहीं शोभायात्रा भी भोजशाला पहुंची। सांसद और विधायकों ने पूजा कर इसे रवाना किया ।

शोभायात्रा का एक हिस्सा भोजशाला पर तो दूसरा हिस्सा धानमंडी पर था । इसमें १५ हजार से अधिक लोगों के सम्मिलित होने की आशा बतार्इ गर्इ है ।

स्त्रोत : नर्इ दुनिया


१२ फरवरी २०१६

धार शौभायात्रा में सांसद व विधायक हुए शामिल, भोजशाला के अंदर हो सकती है पूजा!

धार – शौभायात्रा अब से कुछ ही देर में मोतीबाग चौक पहुंचने वाली है। शोभायात्रा में करीब 15 हजार से अधिक लोग शमिल है। सांसद सावित्री ठाकुर, नपाध्यक्ष ममता जोशी, विधायक कालुसिंह ठाकुर, जिलाध्यक्ष राज बर्फा सहित हजारों युवा है, जो जय श्री राम के उद्घोष के साथ चल रहे है। इधर भोजशाला के अंदर पूजा करने की बात पर सहमति बनने की उम्‍मीद है। कुछ देर पहले विजयसिंह राठौर भोजशाला पहुंचे, यहां पर कलेक्‍टर व पुलिस अधीक्षक के साथ उन्‍होंने भोजशाला में जाकर व्यवस्था देखी। बताया जा रहा है कि प्रभारी मंत्री भी भोजशाला पहुंच सकते है। 

स्त्रोत : रतन टाइम्स


 

१२ फरवरी २०१६

भोजशाला : धार ज्योति मंदिर में शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वतीजीने किए दर्शन, लालबाग से निकली शौभायात्रा

धार – सुमेरुपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती अब से कुछ देर पहले मोतीबाग चौक स्थित ज्योति मंदिर पहुंचे। यहां पर उन्होंने दर्शन-पूजन किए। इस दौरान बाहर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा है। भोजशाला के अंदर पूजा का विरोध करने के बाद से अब तक कोई भी व्यक्ति भोजशाला के अंदर पूजन के लिए नहीं गया है। सिर्फ शासकीय कर्मचारियों ने ही पूजा की है। वर्तमान में भोजशाला परिसर में पुलिस के अलावा कोई नहीं है। इधर मोतीबाग चौक के लिए लालबाग से निकलने वाली शौभायात्रा शुरु हो चुकी है, मोहन टॉकीज, धानमंडी, राजवाड़ा होते हुए यात्रा मोतीबाग चौक पहुंचेगी।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


१२ फरवरी २०१६

भोजशाला : धार पहुंचे शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, शोभायात्रा में होगे सम्मिलित

shankaracharya_narendra_saraswati
धार – मोती बाग चौक अब से कुछ देर पहले काशी सुमेरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी पहुचे। यहां पर वे वाहन से नहीं उतरे, तथा सीधे लाल बाग के लिये निकल गए है। संत शोभा यात्रा में भाग लेकर मोती बाग़ चोक आएंगे।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


भोजशाला : प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों से करवाई दिखावे की पूजा, सटोर‍िये ने द‍िया साथ

फरवरी १२, २०१५

धार : एतिहासिक इमारत भोजशाला को लेकर गुथ्थी अभी तक नही सुलझी है। प्रशासन ने सरकारी कर्मचार‍ियों जैसे आंगनवाडी एवं मह‍िला एवं बाल विकास की मह‍िला कर्मचार‍ियों को मौख‍िक आदेश देकर जबरन पूजा के ल‍िए बुलाया हैं। जबकि ह‍िंदू संगठनों ने बाहर ही पूजा के तैयारी शुरु कर दी है वे अंदर नहीं जा रहे है।

भोजशाला के आसपास रहने वाले नामी सटोर‍िए के घर पर आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को रहने के न‍िर्देश द‍िए गए हैं। तीन-तीन चार-चार मह‍िलाओं को भेजकर सरकारी पूजा कराई जा रही हैं।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


धार ज्योति मंदिर के समीप हवन शुरू, हिन्दू संगठन के सभी नेता मौजूद

फरवरी १२, २०१५

मोतीबाग चोक भोजशाला के बाहर हवन प्रारम्भ

धार : वसन्त पंचमी पर आज भोज उत्सव समिति‍ व हिन्दू जागरण मंच के लोगो द्वारा ज्योति मन्दिर के समीप हवन कुण्ड शुरू कर दिया गया है। विधीवत तरीके से हवन प्रारभ किया गया है। अशोक जैन ने बताया कि हमने यहां बाहर ही हवन शुरू कर दिया है, सभी लोग यही पर आहुती देंगे। वही कुछ लोग दर्शन के लिए भी अंदर जा रहे है।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


भोजशाला में थोडी ही देर में शुरू होगी पूजा

फरवरी १२, २०१५

धार : शुक्रवार को बसंत पंचमी आने से भोजशाला में पिछले एक माह से तैयारियों में जुटे पुलिस-प्रशासन और हिंदू संगठनों के लिए परीक्षा की घडी है। कुछ ही देर में यहां पूजा शुरू होगी। उधर शुक्रवार सुबह मानखिड़की सहित भोजशाला के आस-पास के इलाकों में प्रशासन पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया गया है। यहां लोग घरों में कैद होने की बात कह रहे हैं।

सरकार से सकारात्मक हल नहीं मिलते देख हिंदू जागरण मंच ने गुरुवार देर रात घोषणा की है कि पूजा भोजशाला के बाहर करेंगे। इसके तहत मोतीबाग चौक में बनाए गए हवनकुंड पर ही पूजा-अर्चना और सारे आयोजन होंगे।

धार शहर ८ हजार पुलिसकर्मियों के हवाले किया जा चुका है। एडीजी और कमिश्नर ने साफ कर दिया है कि शासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। साथ ही सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि कानून के दायरे में पूजा और नमाज दोनों होगी।

तीसरी बार ऐसी स्थिति

तीसरी बार पूजा और नमाज एक साथ करवाने की चुनौती है। वर्ष २००६ और २०१३ में भी इसी तरह की स्थिति से जूझना पडा था।

प्रशासन ने खरीदे ५०० कुर्ते-पायजामे!

हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन राजनीति कर रहा है। अफसरों ने शहर की दुकानों से ५०० कुर्ते-पायजामे खरीद लिए हैं। हिंदू समाज यदि पूजा बाहर करता है तो पुलिसकर्मियों को कुर्ते और भगवा दुपट्टे पहनाकर भोजशाला में डमी पूजा करवा दी जाएगी। इसे रिकॉर्ड कर बताया जाएगा कि हमने पूजा और नमाज दोनों ही करवाई है।

स्त्रोत : जागरण


धार में हिंदू संगठनों का निर्णय, भोजशाला के बाहर होगी पूजा

फरवरी ११, २०१६

धार : बसंत पंचमी के दिन पूजा बाहर होगी या अंदर इन सभी बातों पर अब विराम लग गया है। संगठन की माने तो वे शुरु से प्रशासन को एक ही बात कह रहे है, कि अगर सूर्य उदय से सूर्यास्त तक पूजा अंदर करने दे, तो वे लोग अंदर जाएंगे अन्यथा नहीं।

अब कल सुबह बसंत पंचमी है, ऐसे में भोज उत्सव समिति के सरक्षक अशोक जैन ने चर्चा में यह बात स्पष्ट कर दी कि कल की पूजा बाहर ही होगी, हर साल समिति पहले से ही अंदर पूजा करने की तैयारी कर लेती है। इसबार कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

समिति ने बाहर हवन कुण्ड बनाया है, जहां ही पूजा-अर्चना होगी। तथा शोभायात्रा के साथ सभी हिंदू समाज के लोग ज्योति मंदिर पहुंचेंगे।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


धार के चालीसपीर क्षेत्र की सुरक्षा बढाई, यहीं से नमाजियों को भोजशाला ला सकता है प्रशासन !

फरवरी ११, २०१५

धार : भोजशाला में जहां पूजा बाहर करने की घोषणा के बाद प्रशासन चिंता में है, वहीं अब नमाज के लिए अलग-अलग रास्ता की तलाश की जा रही है। गुरुवार को प्रशासन ने चालीसपीर मार्ग की सुरक्षा बढा दी। मौका-मुआयना किया गया है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को नमाजियों को इसी रास्ते से लाया जा सकता है। गुरुवार को यहां पर पुलिस जवानों के साथ-साथ आरएएफ के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। साथ ही यहां पर मजारों व दरगाह की सुरक्षा भी बढाई गई है।

गौरतलब है कि २०१३ में नमाजियों को कंट्रोल रुम से पुलिस वैन में जेल रोड से भोजशाला से लाया गया है। लेकिन बताया ज रहा है कि सुरक्षा कारणों से इस बार नमाजियों को लाने का रुट बदला जा सकता है। विकल्प के तौर पर अयोध्या बस्ती से चालीसपीर होते हुए आबकारी रोड से इन्हें भोजशाला लाया जाएगा। इसलिए गुरुवार को इस पूरे रुट पर पुलिस मुस्तैद की गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

स्त्रोत : रतन टाइम्स


धार: नमाज की अनुमति को लेकर हिंदू नाराज, १३ साल में पहली बार मंगलवार को बाहर हुई पूजा

मध्‍य प्रदेश के धार में स्थिति तनावपूर्ण है। वजह है शुक्रवार (१२ फरवरी) को बसंत पंचमी का होना। इस दिन भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद में हिंदू दिन भर पूजा करने पर अड़े हैं, जबकि मुसलमान जुमे की नमाज पढने की जिद कर रहे हैं। हालात यह है कि जयंत पवार नाम के एक स्‍थानीय नौजवान ने कहा, ‘कर्फ्यू तो लगना ही है। एक म्‍यान में दो तलवारें नहीं रह सकतीं।’ जयंत गुरुवार को कुश्‍ती की तैयारी कर रहे थे, क्‍योंकि उन्‍हें १२ फरवरी को ‘भोज केशरी दंगल’ में हिस्‍सा लेना है। यह बसंत पंचमी पर हर साल आयोजित होने वाला कुश्‍ती का मुकाबला है।

एक दुकानदार दिनेश गोयल की शिकायत है कि ग्राहकों की संख्‍या में काफी कमी आ गई है। उनका कहना है, ‘बस एक घंटे की बात है, जब दोपहर में हालात बिगड़ने का खतरा रहता है।’ वह २००६ और २०१३ की बसंत पंचमी को याद करते हैं। तब भी शुक्रवार को ही यह त्‍योहार पड़ा था। तब परिसर खाली किए जाने पर लोगों के दुर्व्‍यवहार से पुलिस गुस्‍सा गई थी और लोगों पर काफी बल प्रयोग किया था। उन्‍हें शक है कि इस बार कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर होगी।

धार में पुलिस की तैनाती काफी बढ गई है। शहर के मुख्‍य सड़क पर पुलिस मार्च कर रही है। लेकिन शहरवासी अपने को उत्‍सव के लिए तैयार कर रहे हैं। प्रशासन अपनी रणनीति का खुलासा नहीं कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि वह पूजा और नमाज दोनों करवाएगा, लेकिन कैसे इस बारे में कुछ नहीं बता रहा है। हिंदू संगठन अपने रुख पर अड़े हैं। उनका कहना है कि वे भोजशाला में दिन भर पूजा करेंगे और नमाज के लिए खाली नहीं करेंगे। ऐसी अटकलें हैं कि प्रशासन परिसर में हिंदूओं को पूजा करने देगा और मुस्लिमों को नमाज के लिए छत पर ले जाएगा। लेकिन हिंदू जागरण मंच के संयोजक गोपाल शर्मा ने कहा, ‘लाल ढांचे की छत पर नमाज नहीं होगी। वे शहर में और कहीं भी नमाज अदा कर सकते हैं।’

स्त्रोत : जनसत्ता

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​