ईसाई प्रचारक श्याम किशोरका मुंबईका कार्यक्रम निरस्त करें ! – हिंदू जनजागृति समितिकी मांग

माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५

हिंदुओ, आप असंगठित होनेके कारण ही अन्यधर्मीय ऐसे हिंदुविरोधी कार्यक्रम सार्वजनिक रूपसे करनेका साहस करते हैं । आपकी ऐसी धाक कब जमेगी कि जिससे ऐसे हिंदुविरोधी कार्यक्रम करने एवं उसके लिए मैदान देनेका किसीका साहस ही नहीं होगा ?

मुंबई – १२ फरवरीको यहांके सोमैय्या मैदानमें ईसाई प्रचारक श्याम किशोरके  ‘आपका चैनविलासका दिन’ कार्यक्रमका आयोजन किया गया है । इस कार्यक्रमका विज्ञापन करनेके लिए हिंदी भाषामें लगाए गए भित्तिपत्रकोंपर श्याम किशोरका उल्लेख ‘परमेश्वरका जन’ ऐसा किया गया है । ये भित्तिपत्रक देखकर यह कार्यक्रम हिंदुविरोधी होनेका ध्यानमें आते ही हिंदू जनजागृति समितिके समन्वयक श्री.शिवाजी वटकरद्वारा सोमैय्या न्यासको निषेधपत्र भेजकर सभा निरस्त करनेकी मांग की  गई । (क्या हिंदु धर्मपर होनेवाले प्रत्येक आघातके विरुद्ध तत्परतासे कृत्य करनेवाली हिंदू जनजागृति समितिसे अन्य हिंदुनिष्ठ संगठन सीख लेंगे ?-संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. इस कार्यक्रमके संदर्भमें जो भित्तिपत्रक लगाए गए हैं, उन पत्रकोंपर ‘ क्या आपका कोई सगा-संबंधी बीमार है ? उसपर उपचार करने हेतु उसे इस चंगाई सभामें लाएं, बहरे, मुके, अंधे, लंगडे तथा कर्करोग, क्षयरोग अथवा एड्स रोग अथवा मानसिक बीमारीसे ग्रस्त, दुष्ट आत्मासे प्रभावित एवं पारिवारिक, आर्थिक एवं अन्य कोई भी समस्या हो तो, येशु उनका निवारणक करेगा । इसलिए सोमैय्या मैदानपर उपस्थित रहें ।’

२. इस संदर्भमें हिंदू जनजागृति समितिद्वारा सोमैय्या न्यासको भेजे गए निषेधपत्रमें कहा गया है कि इस प्रकारका विज्ञापन करना ‘ड्रग्ज एंड मैजिक रिमेडिज  (ऑब्जेक्शनेबल एडवरटाईजमेंट) एक्ट १९५४ ‘ के अनुसार अपराध है । उसीप्रकार इसप्रकारका विज्ञापन नरबलि एवं जादूटोनाविरोधी कानूनके अनुसार ध्यान देनेयोग्य  एवं जमानत न मिलनेयोग्य अपराध है । कृपया यह बात ध्यानमें लें । (क्या अंनिसवाले इस संदर्भमे कुछ भाष्य करेंगे ? कहीं ऐसा तो नहीं कि वे केवल हिंदु धर्मकी श्रद्धाओंको ही आहत करना चाहते हैं ।-संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

३ अनेक वर्ष सार्वजनिक सभाएं आयोजित की गई हैं । ईसाई मिशनरी प्रचारक पॉल दिनकरने भी इसी स्थानपर ३१ जनवरीको सभा आयोजित की थी । उसको वैधानिक मार्गसे विरोध करनेपर भी न्यासद्वारा मैदान दिया गया था ।

४. सोमैय्या न्यासके प्रमुख परामर्शदाता श्री.वी.रंगनाथन्ने हिंदू जनजागृति समितिके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरको ‘भविष्यमें ऐसा अनुपयोग नहीं होगा ‘ ऐसा आश्वासन देकर भी १२ फरवरीको संध्या समय ५ बजे के.श्याम किशोरको कार्यक्रमके लिए मैदान क्यों दिया गया है ? ऐसा प्रश्न समितिके निषेधपत्रमें उपस्थित किया गया है ।
५. इस संदर्भमें श्री.वटकरने दूरभाषपर सोमैय्या न्यासके मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी.रंगनाथन्से संपर्क किया । रंगनाथन्ने कहा, ‘‘कार्यक्रमके लिए हम केवल मैदान देते हैं; परंतु अनुमति पुलिसद्वारा दी जाती है । इसलिए कौनसा कार्यक्रम है तथा उसपर आपत्ति लें अथवा नहीं, यह हमारे ध्यानमें नहीं आता । ‘( ऐसे विधान देकर के. रंगनाथन् ने अपनी दायित्वशून्य कामकाज स्पष्ट किया है । मैदानमें कौनसा कार्यक्रम है, यह ज्ञात नहीं अथवा क्या ईसाईयोंका कार्यक्रम होनेके कारण उसे जानबूझकर दुर्लक्षित किया जा रहा है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) पुलिसद्वारा अनुमति दी गई, तो मैदान देना पडता है । इस संदर्भमें पुलिसमें परिवाद करें ।’’
इसपर श्री.वटकरने कहा,’’यह आपत्तिजनक कार्यक्रम आपके मैदानमें होने जा रहा है । इसलिए आप इस कार्यक्रमको सहायता कर रहे हो । हम आपके विरोधमे भी परिवाद प्रविष्ट करेंगे । अतः आप इस मैदान देना निरस्त करें ।‘’ इसलिए रंगनाथन् ने कहा कि इस संदर्भमें वे गंभीरतासे निर्णय लेंगे ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात 

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