‘केवल महाराष्ट्र में गिरोह ने किया 400 का इस्लाम में धर्मांतरण’: ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिगों का ब्रेनवॉश

4 राज्यों में फैला है पाकिस्तान से जुड़ा धर्मांतरण रैकेट

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार मौलवी ने गेमिंग एप के जरिए धर्मान्तरण करवाने के मामले में कई खुलासे किए हैं। इस गैंग के तार पाकिस्तान से जुड़तेे दिख रहे हैं। गिरोह का सरगना शाहनवाज नाबालिगों को जाकिर नाइक और पाकिस्तानी मौलानाओं का वीडियो दिखाकर उन्होंने कट्टरपंथी बनाता था। अब तक 4 राज्यों में इस गैंग का नेटवर्क पाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य आरोपित शाहनवाज मकसूद खान नाबालिग छात्रों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाए गए सोशल मीडिया ग्रुप में पाकिस्तानी चैनल यूथ क्लब के वीडियो को शेयर करता था। इसमें पाकिस्तानी मौलाना तारिक जमील और भारत के भगोड़े कट्टरपंथी इस्लामी प्रचारक ज़ाकिर नाइक के वीडियो भी शामिल हैं।

देश के अंदर तेजी से फैल रहे धर्मान्तरण के इस रैकेट के तार उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र से जुड़े पाए गए हैं। गुजरात और महाराष्ट्र के एक अनजान कॉलर ने महाराष्ट्र पुलिस को फोन करके बताया कि इस गैंग ने सिर्फ महाराष्ट्र में 400 से अधिक लोगों का धर्मान्तरण कराए हैं।

शाहनवाज और उसके गैंग के निशाने पर ज्यादातर नाबालिग हुआ करते थे। गाजियाबाद में मामला उजागर होने के बाद फरीदाबाद के एक छात्र ने पुलिस को बताया की एक ऐप पर शेमलेस नाम का एक ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में कई नाबालिग बच्चे मौजूद हैं, जिन्हें इस्लाम की बारीकी बताई जाती थी।

छात्र का आरोप है कि इस ग्रुप में अन्य धर्म के लोगों को मुस्लिमों से नीचे साबित करने की कोशिश की जाती थी। फरीदाबाद के इस छात्र का भी धर्मान्तरण करवाने का प्रयास हुआ, लेकिन उसकी माँ के विरोध के चलते साजिश में सफलता नहीं मिल पाई।

इन तमाम इनपुट के बाद अब NIA और ATS भी इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। मुंबई के मुंब्रा क्षेत्र के रहने वाले शाहनवाज उर्फ़ बद्दो के फंडिंग सोर्स की भी जाँच पुलिस कर रही है। फ़िलहाल पुलिस की अलग-अलग टीमें अलग-अलग ठिकानों पर भेजी गईं हैं।

स्रोत : ऑप इंडिया


5 जून

ऑनलाइन धर्मांतरण कराने वाले रहमान का सच : गेम में हारने वाले हिंदू लडकों को पढवाता था आयतें, फिर जिताकर कुरान पर दिलाता था भरोसा

गाजियाबाद में जैन परिवार के नाबालिग बेटे के धर्मांतरण में पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मस्जिद कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि रहमान एक गैंग के साथ काम कर रहा था, जो ऑनलाइन गेम जिताने के लिए कुरान की आयतें पढ़वाता था। फिर ब्रेनवॉश करके उनका धर्मांतरण कराता था। रहमान के मोबाइल से धर्मांतरण से जुड़े सबूत भी मिले हैं।

30 मई को राजनगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने थाना कविनगर में धर्मांतरण मामले में FIR दर्ज कराई थी। FIR में संजयनगर सेक्टर-23 की मस्जिद का मौलवी अब्दुल रहमान और दूसरा मुंबई का रहने वाला बद्दो नामक के शख्स का जिक्र था। दोनों पर आरोप है कि वह हिंदू लड़कों का ब्रेनवॉश कर नमाज पढ़वाते थे।

DCP (सिटी) निपुण अग्रवाल ने बताया, अब्दुल रहमान संजयनगर सेक्टर-23 की मस्जिद कमेटी का सदस्य था। दो महीने पहले इसे कमेटी से बाहर निकाल दिया गया था। पूछताछ में अब्दुल रहमान ने धर्मांतरण की बात कबूल की है।

रहमान ने बताया, “मैं गैर मुस्लिम लड़कों को इस्लाम के बारे में बताता था। मेरी पहचान एक साल पहले दो नाबालिग लड़कों से हुई। इसमें एक जैन और दूसरा हिंदू था। मैंने इस्लाम को सर्वोपरि बताकर इन दोनों को उकसाया। ये मेरी बातों से प्रभावित हो गए। उन्होंने नमाज पढ़नी भी शुरू कर दी थी। लेकिन जैन फैमिली को इसका पता चल गया। पकड़े जाने के डर से मैंने अपने मोबाइल की सारी हिस्ट्री और चैट डिलीट कर दी थी।”

धर्मांतरण के थे तीन स्टेप, पूरा गेम समझिए…

DCP निपुण अग्रवाल ने बताया, पुलिस ने इस केस में तीन पीड़ित बच्चों से पूछताछ की है। इसमें पता चला है कि धर्मांतरण के तीन स्टेप थे।

पहले स्टेप में एक ऐसा गैंग एक्टिव था जो अन्य धर्मों के नाम से ID बनाकर मोबाइल-कम्प्यूटर पर Fort Nite एप पर गेम्स खेलता था। अगर कुछ लड़के गेम हार जाते थे तो उन्हें कुरान की आयत पढ़वाई जाती थी और फिर उन्हें गेम जिताकर कुरान पर भरोसा दिलाया जाता था।

सेकेंड स्टेप में Discord App के द्वारा मुस्लिम लड़के हिंदू नाम की यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैटिंग करते थे। उन्हें इस्लामिक रीति-रिवाज अपनाने के लिए बहलाते थे।

तीसरे स्टेज में वे प्रतिबंधित इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाईक के कुछ वीडियो स्पीच सुनाकर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। साथ ही वे इस्लामिक कल्चर और रीति-रिवाज के संबंध में सारी जानकारी उपलब्ध कराते थे।

स्रोत : भास्कर


31 मई

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में ऑनलाइन गेम्स से ब्रेनवॉश होकर नमाज पढने मस्जिद जाने लगा 17 साल का जैन लडका

  • पीड़ित पिता ने करवाई FIR
  • जाकिर नाईक से प्रभावित हो बना मुस्लिम

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से धर्मांतरण का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जैन परिवार के एक 17 साल के लड़के का ऑन लाइन गेमिंग ऐप के जरिए ब्रेनवॉश किया गया। फिर वह 5 वक्त की नमाज पढ़ने मस्जिद जाने लगा। जब परिवार को इसका पता चला तो उसने भगोड़े कट्टरपंथी जाकिर नाईक से प्रभावित होकर मुस्लिम बन जाने की बात कबूली। पीड़ित पिता ने बेटे की धर्मांतरण की कोशिश और ब्रेनवॉश करने के आरोप में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में केस दर्ज करवाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ित परिवार कवि नगर थाना क्षेत्र के राजनगर में रहता है। पीड़ित पिता के अनुसार उनका नाबालिग बेटा जिम जाने के बहाने घर से 5 बार बाहर निकलता था। शक होने पर जब उन्होंने पीछा किया तो पता चला कि वह हर बार मस्जिद जाकर नमाज पढ़ता है। इस पर जब उन्होंने बेटे से बात की तो उसने इस्लाम अपनाने की बात करते हुए उसे बाकी धर्मों से बेहतर बताया।

जब उन्होंने अपने बेटे के मोबाइल और लैपटॉप की जाँच की तो उसमें इस्लाम से जुड़ी कई सामग्रियाँ मिलीं। इसमें से कुछ गैर-कानूनी भी हैं। इसी दौरान उन्हें पता चला कि ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए उनके बेटे की दोस्ती मुंबई निवासी बद्दो नामक व्यक्ति से हुई थी। बद्दो से उनके बेटे ने कम्प्यूटर पार्ट्स भी खरीदे थे। इसके बाद से उन दोनों की दोस्ती बढ़ गई। पीड़ित व्यक्ति ने कहा है कि उनका बेटा कई घंटों तक बद्दो से बात करता था। इसके अलावा उसके फोन में कई अन्य संदिग्ध नंबर भी मिले हैं।

पीड़ित व्यक्ति ने कहा है कि उनका बेटा अभी समझदार नहीं है। उसका ब्रेनवॉश कर उसे इस्लामिक गतिविधियों में शामिल किया गया है। अब वह घर छोड़कर मस्जिद के इमाम के साथ रहने की बात कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि संजय नगर के सेक्टर-23 स्थित मस्जिद में उनका बेटा नमाज पढ़ने जाता है, वहाँ के लोग भी धर्मांतरण के इस रैकेट में शामिल हो सकते हैं। यही नहीं उन्होंने अपने बेटे के देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने की भी आशंका जताई है।

इस पूरे मामले में कविनगर के एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा है कि पीड़ित पिता की शिकायत के आधार पर संजय नगर सेक्टर-23 की मस्जिद के इमाम और मुंबई निवासी बद्दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है। मामले की जाँच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

स्रोत: ऑप इंडिया

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