हिन्दू समाज के लिए धर्मशिक्षा एवं हिन्दूसंगठन इन दोनों की अत्यंत आवश्यकता ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
आगरतला (त्रिपुरा) : अंग्रेजों ने षड्यंत्र रचा कर हमारे देश की गुरुकुल शिक्षापद्धति को बंद किया। उसके कारण हिन्दुआें को धर्मशिक्षा मिलनी बंद हो गई। इसके कारण ही आज हिन्दुआें को लव जिहाद, धर्मांतर जैसी अनेक समस्याआें का सामना करना पड रहा है ! आज हिन्दू समाज को धर्मशिक्षा एवं हिन्दूसंगठन इन दोनों की अत्यंत आवश्यकता है। हिन्दू जनजागृति समिति ने इसी कार्य को हाथ में लिया है। हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने ऐसा प्रतिपादित किया। यहां के रामनगर में हाल ही में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हिन्दूसंगठन बैठक का आयोजन किया गया था। स्थानीय हिन्दू धर्माभिमानी श्री. देबज्योति दत्त गुप्ता के तत्त्वावधान में इस बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में श्री. रमेश शिंदे एवं धुबरी (असम) के समिति के कार्यकर्ता श्री. विश्वनाथ कुंडू ने मार्गदर्शन किया।
श्री. विश्वनाथ कुंडू ने ‘धर्मशिक्षा एवं जीवन में अध्यात्म का महत्त्व’ इस विषय पर धर्मप्रेमियों का मार्गदर्शन किया। इस बैठक में धर्मप्रेमियोंद्वारा पूछी गई शंकाआें का श्री. रमेश शिंदे ने निराकरण किया। सभी ने मार्गदर्शन अच्छा लगने की बात कही साथ ही यहां एक धर्मशिक्षावर्ग आरंभ करने की मांग भी की !
धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र ने हिन्दुआें का सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक उत्पीडन किया ! – श्री. रमेश शिंदे
काशीपुर (आगरतला) में हिन्दूसंगठन बैठक
आगरतला : नगर के काशीपुर में ३० अक्टूबर २०१८ को हिन्दू धर्माभिमानी श्री. सुमन घोष के तत्त्वावधान में हिन्दूसंगठन बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने ‘धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की असफलता एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ इस विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, ‘‘इतने वर्षों में धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र ने हिन्दुआें की एक भी मांग पूरी नहीं की, उल्टे हिन्दुआें का सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक उत्पीडन किया। हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही हिन्दुआें की सभी समस्याआें का एकमात्र समाधान है। उसके लिए सभी हिन्दू और हिन्दू संगठनों ने मिल कर हिन्दू राष्ट्र की मांग करनी चाहिए !’’
इस अवसर पर श्री. शिंदे ने धर्मप्रेमियोंद्वारा पूछी गई शंकाआें का निराकरण किया। उपस्थित धर्मप्रेमियों ने धर्मकार्य में सहभागी होने की इच्छा व्यक्त की !
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए गुरु-शिष्य परंपरा को अपनाने की आवश्यकता ! – श्री. विश्वनाथ कुंडू
इस बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के धुबरी (असम) के कार्यकर्ता श्री. विश्वनाथ कुंडू ने भी मार्गदर्शन किया। उन्होंने अपने मार्गदर्शन में हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के संदर्भ में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इतिहास से बोध लेना चाहिए। जब-जब धर्म पर आघात हुए हैं, तब-तब गुरु-शिष्य परंपरा ने ही धर्मसंस्थापना का कार्य किया है। भगवान श्रीकृष्ण-अर्जुन, आर्य चाणक्य-चंद्रगुप्त मौर्य, समर्थ रामदासस्वामी-छत्रपति शिवाजी महाराज, असम के महापुरुष शंकरदेव-माधवदेव आदि आदर्श उदाहरण हमारे सामने हैं। हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए हमें गुरु-शिष्य परंपरा को अपनाना चाहिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात