हिंदु जनजागृति समितिके परिवादके कारण पुलिसद्वारा कार्यवाही !

अद्ययावत


शुद्ध भाद्रपद कृ. ८, कलियुग वर्ष ५११४  

हिंदु जनजागृति समितिके परिवादके कारण पुलिसद्वारा कार्यवाही !

मुंबई (महाराष्ट्र) ८ अगस्त – जूते पहनकर शिवपिंडीपर चढनेका  छायाचित्र खिंचवाकर फेसबुकपर रखनेवाले लक्ष्मण जॉन्सन नामक धर्मांतरित ईसाई युवक एवं उसके भाईको मुंबईके शाहू नगर पुलिस थानेकी पुलिसद्वारा हाल ही में बंदी बनाया गया है । न्यायालयद्वारा दोनोंको पुलिस कोठरी मिली है, इसलिए उन्हें आर्थर रोड कारागृहमें भेजा गया है । हिंदु जनजागृति समितिद्वारा परिवाद प्रविष्ट किए  जानेसे इन दोनोंको बंदी बनाया गया है । पुलिसद्वारा परिवाद करनेवालोंकी जबानी ली गई है ।

लक्ष्मण जॉन्सन एवं उसका भाई मुंबईके धारावीमें रहनेवाले हैं । दोनोंके विरोधमें पुलिसद्वारा भा.द.वि.२९५ (अ) एवं अन्य धाराएं लगाई गई हैं । हिंदु जनजागृति समितिके कार्यकताओंने नई मुंबईमें स्थित पुलिसकी सायबर शाखामें तथा मुंबई पुलिस कार्यालयमें परिवाद प्रविष्ट किया था ।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात


श्रावण शुद्ध ११, कलियुग वर्ष ५११४

शिवपिंडीपर पैर रखनेवाले ईसाईके कुकृत्यके विरोधमें लासलगांवमें बंद !

लासलगांव (नाशिक), २७ जुलाई (वृत्तसंस्था) – मुंबईमें मध्य रेल्वेमें काम करनेवाले लक्ष्मण जॉन्सन ईसाई युवकने हिंदु धर्मियोंके श्रद्धास्थान शिवपिंडीपर खडे होकर छायाचित्र खिंचवाया एवं उसे ‘फेसबुक’ सामाजिक जालस्थानपर रखा । इस कृत्यसे करोडो हिंदुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं एवं उसकी गूंज सर्वत्र दिखाई दे रही है । लासलगांवमें भी कल इस घटनाका विरोध व्यक्त करने हेतु सभी शिवभक्तोंद्वारा एकत्र आकर नगर बंद घोषित किया गया । इस बंदमें प्रत्येक दुकानदार, यात्री वाहन, कृषि उत्पन्न बाजार समितिके व्यापारी, हमाल-माथाडी यूनियन इत्यादि  सभीने सहभागी होकर व्यवहार बंद रखा । ( ईसाईके हिंदुद्वेषी कृत्यके विरोधमें संगठित होनेवाले लासलगांवके धर्माभिमानी हिंदुओंका अभिनंदन ! अन्य हिंदु भी इससे सीखें ! – संपादक ) इस अवसरपर रा.प. मंडलके परिसरमें स्थित शिव मंदिरमें सहायक तहसीलदार कापसे, मंडल अधिकारी सुधीर सातपुते, तलाठी डी.टी.धाकराव, सहायक पुलिस निरीक्षक ए.एस आगरकरके शुभहाथों महाआरती संपन्न हुई । तत्पश्चात उन्हें धर्माभिमानी शिवभक्तोंद्वारा एक ज्ञापन दिया गया, जिसमें संबंधित ईसाईपर कार्यवाही करने हेतु मांग की गई थी । इसपर सहायक नायब तहसीलदार कापसेद्वारा शिवभक्तोंको आश्वासन दिया गया कि उनकी भावनाओंको तत्काल फॅक्सद्वारा सरकारकी ओर पहुंचाया जाएगा । इस अवसरपर सैकडो धर्माभिमानी शिवभक्त उपस्थित थे । प्रत्येक पक्षमें बिखरे हुए सभी कार्यकर्ता आज केवल शिवभक्तके रूपमें एकत्रित दिखाई दे रहे थे । छोटे बच्चे, महिला, वृद्ध, युवावर्ग ऐसे सभी लोग इस घटनापर आक्रोशित होकर संताप व्यक्त कर रहे थे ।

क्षणिकाएं

१. दैनिक ‘सनातन प्रभात’ में २४ जुलाई २०१२ को प्रकाशित समाचारकी सैकडो छायाचित्रांकित प्रतियां निकालकर इस अवसरपर शिवभक्तोंने प्रत्येक स्थानपर चिपकाई । यह समाचार देखने हेतु अत्यधिक भीड एकत्रित हुई थी ।

२. गत २ दिनोंसे इस कुकृत्यके विषयमें प्रत्येक स्थानपर चर्चा एवं संताप व्यक्त होते हुए दिखाई दे रहा था ।

३. अनेक स्थानपर इस समाचारके छायाचित्रकी भव्य आकारमें प्रतियां लगाकर शिवक्तोंद्वारा जनजागृति की गई ।

४. एबीपी माझा, सहारा समय, दूरदर्शन, ई. टी.व्ही. मराठी समाचार प्रणालोंने बंदका समाचार संकलित किया ।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात


संभाजीनगर पुलिस आयुक्तको हिंदू  धर्माभिमानियोंद्वारा ज्ञापन

श्रावण शुद्ध ९, कलियुग वर्ष ५११४

शिवपिंडीके अपमानका प्रकरण

संभाजीनगर – शिवपिंडीपर पैर रखकर छायाचित्र खिंचवानेवाले ईसाई युवक लक्ष्मण जॉन्सनने कोट्यावधि (करोडों) हिंदुओंकी धार्मिक भावनाओंको ठेस पहुंचाई है । इस युवकपर तत्काल कार्यवाही की जाए, यह मांग करनेके लिए गुरुवारको हिंदू धर्माभिमानियोंद्वारा संभाजीनगर पुलिस आयुक्त संजय कुमारको ज्ञापन दिया गया है । उस समय छत्रपति शिवाजी युवा मंचके श्री. संजय पाटील, श्री संप्रदायके संभाजीनगर जनपद अध्यक्ष श्री. शेषराव चव्हाण तथा हिंदू जनजागृति समितिके सर्वश्री नरेंद्र बोरखडे, अनिल आर्डक, सोमनाथ भायडे, अभिजीतसिंह पवार, अजय भीटे, उमेश कुमावत, प्रकाश कुलकर्णी, निनाद शेवतेकर इत्यादी धर्माभिमानी उपस्थित थे ।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात


शिवपिंडीपर खड़े रहेनेवाले  ईसाई युवकके निषेधमें लासलगाव(जनपद नाशिक)में  मोर्चा

श्रावण शुद्ध ८, कलियुग वर्ष ५११४


पुलिस अधिकारीको ज्ञापन देते हुए हिंदु धर्माभिमानि


लासलगांव (जनपद- नाशिक) २५ जुलाई (वृत्तसंस्था) –
लक्ष्मण जॉन्सन नामक धर्मांतरित ईसाई युवकने शिवपिंडीपर जूतों सहित चढकर अपना छायाचित्र खिंचवाया एवं उसे ‘फेसबुक‘ पर रखा, जिससे हिंदुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं । इसके विरोधमें लासलगावके धर्माभिमानियोंद्वारा एकत्र आकर विरोध मोर्चा निकाला गया एवं कल, गुरुवारको पूरा दिन गांव ‘बंद’ रखनेका निर्णय लिया गया है । ( हिंदुद्रोहियोंके विरोधमें वैध मार्गसे कृति करनेवाले लासलगाव (जनपद नाशिक) के हिंदु धर्माभिमानियोंका अभिनंदन ! हिंदुओ, अपने  प्रत्येक श्रद्धास्थानके अनादरके विरोधमें इस प्रकारकी संवेदनशीलता दिखाएं ! – संपादक )

ठीक श्रावणमें जॉन्सनद्वारा हिंदुओंकी भावनाएं आहत होनेके संदर्भमें समाचार दैनिक ‘सनातन प्रभात’ द्वारा प्रकाशित किया गया । उसे पढनेपर आक्रोशित हिंदुओंने संगठित होकर सुबह १० बजे बसस्थानकसे लेकर पुलिस थानेतक निषेध मोर्चा निकाला । पुलिस थानेमें एवं मंडल अधिकारीको ज्ञापन दिया । इस ज्ञापनमें चेतावनी दी गई की यदि इस नराधमको १० दिनमें  बंदी बनाकर  कार्यवाही नहीं की गई, तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा । इस मोर्चेमें हिंदु जनजागृति समिति, शिवसेना, मनसे, भाजपा, अमरनाथ मित्र मंडल, शिवभक्त मित्र मंडल, मुंजाबा मित्रमंडल एवं सैकडो धर्माभिमानी हिंदू उपस्थित थे ।

मुंबई – ‘फेसबुक’ पर एक पोष्टपर जानकारी दी गई है कि लक्ष्मण जॉन्सनको कुछ शिवसैनिकोंद्वारा पकडकर उसकी भली-भांति पिटाई की गई है एवं उसके परिवारजन भाग गए हैं ।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात


शिवजीकी पिंडीपर चढकर अपना छायाचित्र फेसबूकपर रखा !

श्रावण शुद्ध ५ /६ कलियुग वर्ष ५११४

ईसाई युवकद्वारा शिवजीकी पिंडीका अनादर


मुंबई (महाराष्ट्र) – मूलतः तिरुपति में एवार्तमानमें मुंबई निवासी में लक्ष्मण जॉन्सन नामक धर्मांतरित ईसाई युवकने शिवजीकी पिंडीपर जूतोंसहित बुटवे अपना छायाचित्र खिंचवाकर निकाचित्र ‘फेसबूक सामाजिक जालस्थल पर रखा है । ( ईसाईयोंकी हिंदुद्वेषी मानसिकता ! जॉन्सन धर्मांतरित है । धर्मांतरित अधिक कट्टर होते हैं, इस कहावतके अनुसार उसने अपनी विकृत मानसिकताका प्रदर्शन किया । हिंदू कायर होनेके कारण कोई भी उनके आस्थास्थानोंका उपहास एवं अनादर करता है । ऐसे हिंदुओंकी रक्षा ईश्वर एवं धर्म क्यों करे ? – संपादक ) इस छायाचित्रके साथ उसने निवासस्थान, विद्यालय एवं महाविद्यालयका नाम, सेवाका स्थान, भ्रमणभाष क्रमांककी जानकारी भी दी है । इसलिए धर्माभिमानी हिंदुओंकी भावनाओंको ठेस पहुंचानेके कारण उसे फेसबुकपर बूकसे विरोध किया जा रहा है । इसके विरोधमें सोमवारको हिंदु जनजागृति समितिके डॉ. उदय धुरीद्वारा नई मुंबईके सीबीडी पुलिस थानेकी सायबर शाखामें परिवाद प्रविष्ट किया गया है ।

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात

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