मुंबई के परल एवं मुलुंड में, तो नई मुंबई के तुर्भे एवं वाशी में दिखा हिन्दू एकता का आविष्कार !

मुंबई :  जहां धर्मांतरण, लव जिहाद, लैंड जिहाद एवं मूर्तिभंजन की घटनाओं के कारण हिन्दू समाज ग्रस्त है, तो ऐसे में धर्मांधों द्वारा सरकार की ओर से देशहित में लिए गए निर्णयों का तीव्रता से विरोध किया जा रहा है । यह यदि ऐसा ही चलता रहा, तो आज बहुसंख्यक हिन्दू समाज अल्पसंख्य बनने में समय नहीं लगेगा । अतः हिन्दुओं का दिशादर्शन करने हेतु तथा उन्हें हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए कार्यप्रवण करने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से देशभर में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं का आयोजन किया जा रहा है । इसके अंतर्गत ४ जनवरी को नई मुंबई के तुर्भे एवं ५ जनवरी को वाशी और ५ जनवरी को मुंबई के परल और मुलुंड में संपन्न हिन्दू जनजागृति सभाएं की गईं, जिसका धर्माभिमानियों द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ । शंखनाद, वेदमंत्र का पाठ और श्री गणेशजी के श्‍लोक सेे आरंभित इन हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं का समापन ‘सर्वेत्र सुखिनः सन्तु’ श्‍लोक से किया गया । इन सभाओं में हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की जानकारी देनेवाली ध्वनिचित्रचक्रिका दिखाई गई ।

११ जनवरी

महाराष्ट्र : खरवली, भोम एवं आंबिवली में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाएं संपन्न

‘जीवन की समस्याओं का उपाय’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना की आवश्यकता’ विषयोंपर मार्गदर्शन

रायगढ : देश में आजकल परिवर्तन की हवा चल रही है । धारा ३७० हटाई गई, रामजन्मभूमि मुक्त हुई, साथ ही नागरिकता संशोधन विधि एवं राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण के संदर्भ में लोगों में विचारमंथन चल रहा है । कुछ वर्ष पहले जहां ‘हिन्दू राष्ट्र’ शब्द का उच्चारण करना भी अपराध था, तो आज उस हिन्दू राष्ट्र की सर्वत्र चर्चा चल रही है । हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. उदय धुरी ने ऐसा प्रतिपादित किया । यहां के खरवली गांव में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ५ जनवरी को एकवक्ता हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का आयोजन किया गया । इस सभा में वैद्य उदय धुरी ने उपस्थित धर्मप्रेमियों का मार्गदर्शन किया ।

खरवली (महाड) की सभा में उपस्थित धर्मप्रेमी

श्री. आल्हाद माळगांवकर ने सभा का सूत्रसंचालन किया । इस सभा में रायगढभूषण पुरस्कार प्राप्त ह.भ.प. विठोबा शिंदे की वंदनीय उपस्थिति थी । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुरेश पालशेतकर ने उन्हें सम्मानित किया । सभा में खरवली ग्रामपंचायत की सरपंच श्रीमती स्वाती विठ्ठल महामुनकर, साथ ही पूर्व सरपंच श्री. धोंडिराम कळसकर तथा शिवसेना शाखाप्रमुख श्री. सुरेश कळमकर उपस्थित थे ।

विशेष

१. गांव के पूर्व सरपंच श्री. धोंडिराम कळसकर ने सभा के प्रसार में सहयोग दिया । उन्होंने २ दिनों में समिति के कार्यकर्ताओं की गांव के गणमान्य व्यक्तियों के साथ भेंट कराई ।

२. धर्मशिक्षावर्ग में आनेवाली महिलाओं ने घर-घर जाकर सभा का प्रसार किया ।

आंबिवली (पनवेल)

पनवेल : यहां के आंबिवली गांव के दत्त मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ४ ज नवरी को हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा ली गई । मंत्रपाठ से सभा का आरंभ हुआ । उसके पश्‍चात हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. योगेश ठाकुर ने ‘राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा और हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषयपर उपस्थित धर्मप्रेमियों का मार्गदर्शन किया । श्री. मिलिंद पोशे ने सभा का सूत्रसंचालन किया ।

विशेष उपस्थिती : आंबिवली ग्रामपंचायत सदस्य श्री. अरुण जळे, श्री. अनंता पाटिल एवं श्री. मीननाथ चौधरी

सभा के आयोजन में प्राप्त विशेष सहयोग

१. सभा के लिए श्री दत्त देवस्थान समिति की ओर से मंदिर के सभागार की निःशुल्क उपलब्धता कराई गई । इसमें श्री. अनंता पाटिल का बहुमूल्य सहयोग मिला ।

२. श्री. वासुदेव गवते ने पेयजल का निःशुल्क प्रबंध किया ।

भोम (उरण)

यहां के हनुमान मंदिर में ४ जनवरी को हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का आयोजन किया गया । हिन्दू जनजागृति समिति की डॉ. (श्रीमती) ममता देसाई ने कुलदेवता एवं ’श्री गुरुदेव दत्त’ नामजप का महत्त्व विशद किया । साथ ही सामाजिक, स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र में फैली दुष्प्रवृत्तियों को रोकने हेतु तथा हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु संगठितरूप से और लोकतांत्रिक पद्धति से प्रयासों की आवश्यकता स्पष्ट की । श्री. मनीष माळी ने सभा का सूत्रसंचालन किया ।


९ जनवरी २०२०

जन्महिन्दुओं को कर्महिन्दू बनना चाहिए – हेमंत मणेरीकर, हिन्दू जनजागृति समिति

किवळे (तहसील हवेली, जनपद पुणे) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा

सभा में उपस्थित धर्माभिमानी

किवळे : लव जिहाद, मंदिरों का सरकारीकरण, धर्मांतरण जैसे हिन्दू धर्मपर हो रहे आघातों का सामना करने हेतु हिन्दुओं को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तरपर सक्षम होना आवश्यक है और उसके लिए हिन्दुओं को धर्मशिक्षा लेकर क्रियाशील बनना चाहिए, साथ ही जन्महिन्दुओं को कर्महिन्दू बनने हेतु प्रयास करने चाहिएं । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. हेमंत मणेरीकर ने यहां के भैरवनाथ मंदिर में आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में ऐसा प्रतिपादित किया । इस सभा में १०० से भी अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे । इस अवसरपर श्री. मणेकरीकर ने हिन्दू धर्मपर हो रहे आघातों के संदर्भ में उपस्थित लोगों को विस्तृतरूप से जानकारी दी, साथ ही हिन्दूसंगठन एवं साधना का महत्त्व भी विशद किया ।

सभा के आरंभ में शंखनाद और वेदमंत्र का पाठ किया गया । धर्मप्रेमी श्री. गणेश पराडे ने श्री. हेमंत मणेरीकर को सम्मानित किया । समिति के श्री. जयेश बोरसे ने सभा का सूत्रसंचालन किया । सभास्थानपर सनातन के ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पाद, साथ ही क्रांतिकारियों की जानकारी देनेवाली प्रदर्शनी भी थी । किवळे ग्रामवासियों ने सभा के लिए श्री भैरवनाथ मंदिर के सभागार की उपलब्धता कराई ।

सभा के पश्‍चात वक्ता श्री. हेमंत मणेरीकर के साथ चर्चा करते हुए युवक

सभा के समापन के पश्‍चात वक्ता श्री. मणेरीकर के साथ चर्चा करने के लिए गांव के युवक बडी संख्या में उपस्थित थे । उन्होंने धर्मसेवा के लिए समय देने की सिद्धता दर्शाई, साथ ही सामाजिक प्रसारमाध्यमोंपर धर्मप्रसार की सेवा में सहभागी होने का निश्‍चय किया ।

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