हिन्दू जनजागृति समिति का ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’ सफलता पूर्वक संपन्न

१७ वर्षों के अथक परिश्रम के पश्चात् धूलिवंदन तथा रंगपंचमी के त्योहारों का धर्मशास्त्र विषयक हिन्दुओं में जागृति

जलाशय रक्षा अभियान करते हुए मान्यवर तथा कार्यकर्ताएं

पुणे : हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से २५ मार्च को धूलिवंदन तथा रंगपंचमी के दिन आयोजित किए गए ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’ सफलता पूर्वक संपन्न हुआ । प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी यह अभियान सौ प्रतिशत सफल हुआ ।

१७ वर्षों के अथक परिश्रम तथा प्रबोधन के पश्चात् यह बात ध्यान में आई है कि, धूलिवंदन तथा रंगपंचमी के उत्सवों में घटनेवाले अपप्रकारों की मात्रा न्यून हुई हैं तथा  र्मशास्त्र के संदर्भ में भी हिन्दु सतर्क हुए हैं । समिति के कार्यकर्ताओं ने खडकवासला बांध के चारों ओर मानवी शृंखला कर रंग से रंगे लोगों को पानी में प्रवेश करने के लिए प्रतिबंध किया; इसलिए जलाशय का संभाव्य प्रदूषण प्रतिबंधित हुआ । जलदेवता के अस्तित्व तथा कृपाशीर्वाद के कारण ही यह संभव हुआ । इस अभियान में खडकवासला के गावकरी, ‘कमिन्स इंडिया’ इस आस्थापन के ६० से अधिक कर्मचारी, सनातन संस्था तथा रणरागिणी शाखा के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे ।

नागरिकों का प्रबोधन करते समय (बायी ओर) समिति का कार्यकर्ता

मान्यवरों की प्रतिक्रियाएं

१. मेरी यही प्रार्थना है कि, यह कार्य सफल होने के लिए ईश्वर के आशीर्वाद अधिक मात्रा में प्राप्त हो ! – विद्याधर नारगोलकर, स्वतंत्रता वीर सावरकर स्मृति प्रतिष्ठान

हिन्दू जनजागृति समिति ने १७ वर्ष पूर्व ही खडकवासला बांध रक्षा के कार्य का बीज बोया था । उसका आज वटवृक्ष हुआ है । खडकवासला के गावकरी श्री. विलास मते ने भी अपने गांव में इस अभियान का आयोजन किया है । ईश्वर उनके तथा हिन्दू जनजागृति समिति के साथ है; इसलिए यह कार्य शतप्रतिशत सफल हुआ है । हिन्दू जनजागृति समिति उत्स्फूर्त रूप से समस्त हिन्दुओं के लिए कार्य करनेवाली संगठन है । उन्हें इस कार्य के लिए अधिक आशीर्वाद प्राप्त हो, यही ईश्वरचरणों में प्रार्थना ।

२. पर्यावरणरक्षा एवं धर्मशास्त्रविषयक जागृति करने का कार्य अभिनंदनीय ! – विलास मते, सामाजिक कार्यकर्तो

लोगों में जिस प्रकार रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है, उसी प्रकार पर्यावरण की रक्षा का भी विचार करना चाहिए । उन पर यह विचार अंकित करने के लिए साथ ही धर्मशास्त्र विषयक जागृति करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १७ वर्षों से ‘खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान’ आयोजित किया जाता है । हम भी इस अभियान में सम्मिलित रहते हैं । समिति द्वारा आयोजित इस अभियान का गावकरियों द्वारा अभिनंदन तथा कार्य के लिए हमारी शुभेच्छाएं !

३. अभियान के कारण खडकवासला परिसर में अत्यंत चैतन्य प्रतीत हुआ ! – बाळासाहेब नवले, भूतपूर्व नगरसेवक

अन्य दिन खडकवासला बांध के पास अत्यंत कोलाहल का वातावरण रहता है, इसलिए वहां ठैरने की इच्छा भी नहीं रहती; किंतु आज इस अभियान स्थल पर आने के पश्चात् मेरे मन में यह प्रश्न आया कि, ‘क्या यह खडकवासला का ही परिसर है ?’ इस अभियान के कारण यहां के परिसर में अत्यंत चैतन्य प्रतीत हुआ तथा यहां ही ठहरने की इच्छा हुई ।

४. यह कार्य पुलिसकर्मियों का है; िंकतु यह कार्य समिति ने करने के कारण हमें अत्यंत सहकार्य हुआ । – अशोक शेळके, पुलिस निरीक्षक,

हवेली पुलिस थाने पुलिस-प्रशासन का सहकार्य

इस अभियान के लिए पुलिस प्रशासन का अच्छा सहकार्य प्राप्त हुआ । पुलिस निरीक्षक अशोक शेळके के मार्गदर्शन के नीचे पुलिस पथक की सहायक पुलिस निरीक्षक स्मिता पाटिल, पुलिस हवालदार सूर्यकांत राऊत, आर्.के. सोनवणे, विश्वास मोरे, होमगार्ड कांबळे, पाथरकर, महिला पुलिस हवालदार दिवार, मालुसरे इत्यादि ने  डकवासला में नाकाबंदी करते हुए सहकार्य किया । पाटबंधारे विभाग की ओर से रंग खेलकर पानी में जाने के लिए प्रतिबंध है, यह जागृति पर घोषणाएं की रही थी । इस संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति ने उनके आभार व्यक्त किए ।

क्षणिकाएं

१. पिंपरी के ‘डी.वाय. पाटिल कॉलेज ऑफ नर्सिंग’ की युवतियों का रंग लगाकर जलाशय में जाने के संदर्भ में प्रबोधन करने के पश्चात् युवतियों ने समिति के कार्य की प्रशंसा की । उस समय उन्होंने धूलिवंदन तथा रंगपंचमी के धर्मशास्त्रीय महत्त्व की जानकारी प्राप्त की । साथ ही अभियान स्थल पर आयोजित प्रदर्शनी कक्ष को भ्रमण किया तथा हिन्दुओं पर आनेवाली आपत्तियों के संदर्भ में भी जानकारी प्राप्त की ।

२. अनेक स्थानीय हिन्दूत्वनिष्ठों ने अभियानस्थल पर भेंट देकर समिति के कार्य की प्रशंसा कर शुभेच्छाएं भी दी ।

धाराशिव जनपद के एक गांव के सरपंच श्री. चंद्रकांत घुले ने अभियानस्थल को भेंट दी । साथ ही श्री घुले ने इस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की कि, ‘हमारे परिसर में ऐसा पानी देखने को भी नसीब में नहीं है । आप जलाशय की रक्षा कर पुण्य का कार्य कर रहे हैं । आप का यह कार्य अभिनंदनीय है ।’

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