दूरदर्शनवाहिनीद्वारा ‘सनातन संस्था’की मानहानि करनेका षड्यन्त्र !

बलवान हिन्दुत्ववादी संगठनका हाथ होनेकी जानकारी

मुंबई : गत २५ वर्ष अध्यात्मप्रसार एवं धर्मजागृतिके कार्य अविरत करनेवाली सनातन संस्थाकी दूरदर्शनवाहिनीद्वारा मानहानि करनेका षड्यन्त्र रचनेकी जानकारी विश्‍वसनीय सूत्रोंद्वारा सनातन संस्थाको दी गई है । पिछले कुछ वर्षोंसे खरे सन्त एवं ढोंगी सन्त, इनको एकसमान सिद्ध कर, दूरदर्शनवाहिनियों द्वारा उनकी बारंबार अपकीर्ति की जा रही है । जानकारी मिली है कि कांची पीठाधीश्‍वर जयेंद्र सरस्वती महाराज, सन्त आसारामजीबापू आदिकी अपकीर्ति  करनेके उपरान्त अब इस श्रृंखलामें सनातन संस्थाको भी लेकर उसकी मानहानि करनेका दांव एक बलाढ्य हिन्दुत्ववादी संगठनने रचा है । सनातन संस्थाको कलंकित कर, तदुपरान्त उसका कार्य नष्ट करना इस संगठनका वास्तविक उद्देश्य है । (हिन्दू धर्मके खरे बैरी हिन्दू ही हैं, इस वाक्यको सिद्ध करनेवाली बलवान हिन्दुत्ववादी संगठन ! – सम्पादक)

सूत्रोंद्वारा दी गई जानकारीके अनुसार पहले चरणमें सनातन संस्थाविषयी दूरदर्शनवाहिनियोंद्वारा विविध प्रकारकी गलत धारणाएं फैलाई जाएंगी । इन गलतधारणाआेंकी ठोस पुष्टिके लिए धर्मद्वेषी एवं सनातनके विरोधियोंकी भेंटवार्ताएं, इसके साथ ही नकली वीडियो दूरदर्शनपर दिखाए जाएंगे । इसके लिए कुछ दूरदर्शनवाहिनियोंके पत्रकार बनावटी वीडियो बना रहे हैं । सबसे अन्तिम चरणमें कुछ आधुनिकतावादी (पुरोगामी) एवं समाजद्रोही संगठनोंकी मिलीभगतसे सनातन संस्थापर प्रतिबन्ध (बन्दी) लगाएं !, ऐसी मांग करनेवाले दिखावटी (झूठ-मूठके) आंदोलन किए जाएंगे । सूत्रोंका कहना है कि इन आंदोलनोंको भी प्रसारमाध्यमोंद्वारा  प्रसिद्धि दी जाएगी । सनातन संस्थापर शासकीय प्रतिबंध लगानेके लिए भी प्रयत्न हो रहे हैं ।

सूत्रोंके बताए अनुसार सनातनविषयी आगे दी गई गलतधारणाएं फैलानेके लिए बलवान हिन्दुुत्ववादी संगठनके कार्यकर्ता आजकल विविध स्थानोंके सनातनके विरोधकोंसे मिल रहे हैं ।

१. सनातन संस्था युवकोंको नौकरी – धंधा छोडकर साधना करनेके लिए बाध्य करती है ।  (सनातन संस्था स्वयंसेवी संस्था है । सनातन साधकोंको नौकरी-धंधा छोडकर साधना करे, ऐसा नहीं कहती है । प्रत्येक साधक पूर्णकालिक साधना करनेके लिए स्वेच्छासे निर्णय लेता है । पूर्णकालीन साधना करनेकी तुलनामें नौकरी-धंधा संभालकर, साधना करनेवाले साधकोंकी संख्या अनेक गुना अधिक है । – विश्‍वस्त, सनातन संस्था)

२. सनातन संस्था आतंकवादका प्रशिक्षण देती है । (एक भी घटना अथवा न्यायालयीन सुनवाइयोंसे सप्रमाण यह सिद्ध नहीं हुआ है कि सनातन संस्था आतंकवादी संगठन है । अंग्रेजीमें कहावत है कि कुत्तेको पागल कहो और मार डालो, और  सनातनके विरोधक इसे सार्थ कर रहे हैं । वास्तवमें आतंकवादसे नागरिकोंकी रक्षा हो, इस उद्देश्यसे सनातन संस्था वर्ष २००३ से सर्वत्र निःशुल्क स्वरक्षा एवं प्रथमोपचार प्रशिक्षण दे रही थी । – विश्‍वस्त, सनातन संस्था)

३. सनातन संस्था युवक-युवतियोंको घरसे भागकर आश्रम आनेके लिए प्रोत्साहित करती है । (साधना करनेके लिए जिनके घरसे विरोध है, ऐसे अनेक व्यस्क (बालिग) साधक-साधिकाएं स्वेच्छासे घरका त्याग कर पूर्णकालीन साधना करनेके लिए सनातनके आश्रममें आए हैंै । सनातन संस्था किसीको भी घरसे भागकर आश्रममें आनेके लिए प्रोत्साहित नहीं करती; परन्तु आश्रममें साधना करनेके लिए आश्रय मांगनेवाले प्रत्येकको आश्रय दिया जाता है । इनमेंसे जिनमें साधना करनेकी लगन नहीं होती, उन्हें वापस घर भेजा जाता है । – विश्‍वस्त, सनातन संस्था)

४. सनातन संस्था पूजाघरमें रखे देवी-देवताआेंकी संख्या कम करनेके लिए कहती है । (अनेकसे एकमें आना, यह अध्यात्मशास्त्रका सिद्धान्त है । इसके अनुसार साधनाके अगले चरणमें पूजाघरमें श्री गणपति, बालकृष्ण आदिकी अनेक प्रतिमाएं अथवा मूर्तियां रखनेके स्थानपर एक ही रखनी चाहिए । ऐसा सनातन संस्था बताती है । – विश्‍वस्त, सनातन संस्था)

५. सनातन संस्था अन्धश्रद्धा फैलाती है । (सनातनके श्रद्धासंवर्धनका और दाम्भिकता (पाखण्ड) निर्मूलनके कार्यसे अपरिचित लोग ही इस प्रकारका मिथ्यारोप कर सकते हैं । – विश्‍वस्त, सनातन संस्था)

हिन्दुत्ववादी संगठन और सम्प्रदायोंको आवाहन !

आगामी कुछ दिनोंमें सनातनको अपमानित करनेके लिए दूरदर्शनवाहिनियोंके माध्यमसे सनातनके बारेमें गलतधारणाएं फैैलाए जानेकी अधिक सम्भावना होगी । ध्यान रहे आज सनातन संस्थापर संकटमें है, तो कल आप भी होंगे । इसलिए धर्मद्वेषियोंके इस षड्यन्त्रको रोकें ! यदि आपको इस प्रकारके समाचार अपनी दूरदर्शनवाहिनियोंके माध्यमसे प्रसारित होते हुए दिखाई दें, तो यह जानकारी तुरन्त

१. सनातन संस्थाके विश्‍वस्त श्री. वीरेन्द्र मराठेको ९४०३६८७२६१ इस क्रमांकपर सूचित करें । इसके साथ ही उनसे सनातनसम्बन्धी तथ्योंको जान लें !

२. असत्य समाचार प्रसारित करनेवाली दूरदर्शनवाहिनियोंका प्रतिवाद, तुरन्त करनेकी दृष्टिसे सिद्धता करें !

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