कर्नाटक सरकारद्वारा अन्य धर्मियों की झोली में सुविधाओं की वर्षा, तो हिन्दुओं की झोली मे कुछ नही !

बेळगाव (कर्नाटक) की हिन्दू धर्मजागृति सभा में सैकडों हिन्दुओं की साक्षी में हिन्दू राष्ट्र स्थापना की ललकार !

व्यासपीठ पर बाईं ओर से दीपप्रज्वलन करती हुई श्रीमती विदुला हळदीपुर, अधिववक्ता श्री. चेतन मणेरीकर एवं श्री. व्यंकटरमण नाईक

बेळगाव : कर्नाटक सरकार वर्ष २०१३-१४ से चर्च और मस्जिदों के निर्माण के लिए करोडों रुपए बांट रही है, जो कि अवैध और भारतीय संविधान के विरोध में है ! कर्नाटक सरकार मस्जिदों के इमामों को प्रतिमास ४ सहस्र रुपए और मौलवीयों को ३ सहस्र रुपए गौरवधन देती है; किंतु यही सरकार मंदिरों के पुजारियों को एक पैसा भी नहीं देती ! विगत ५ वर्षों में २० हिन्दू कार्यकर्ताओ की हत्याएं हुईं; परंतु सत्ताधारियों के हस्तक्षेप के कारण अभी तक अपराधियों को दंड नहीं दिया गया ! ऐसे समय में हिन्दुओं ने अपनी जाति-संप्रदाय की सीमाओं को लांघकर केवल एक ‘हिन्दू’ के रूप में संघटित होकर देशविरोधी शक्तियों से देश की रक्षा करनी चाहिए ! हिन्दू विधिज्ञ परिषद के कर्नाटक राज्य समन्वयक अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर ने ऐसा आवाहन किया । वे, २० फरवरी को सायंकाल ६ बजे यहां के महांत भवन, महांतेश नगर में कन्नड भाषियों के लिए आयोजित हिन्दू धर्मजागृति सभा को संबोधित कर रहे थे । इस सभा में २५० से भी अधिक हिन्दू धर्माभिमानी उपस्थित थे ।

हिन्दू धर्मजागृति सभा के लिए उपस्थित धर्माभिमानी हिन्दू

इस सभा में हिन्दू जनजागृति समिति के समिति के धारवाड जिला समन्वयक श्री. व्यंकटरमण नाईक एवं सनातन संस्था की श्रीमती विदुला हळदीपुर ने भी मार्गदर्शन किया । इस सभा में हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओंसहित आसपास के गांव से आए धर्माभिमानी हिन्दू बडी संख्या में उपस्थित थे । प्रारंभ में मान्यवरों के हाथों दीपप्रज्वलन किया गया । वेदमूर्ति वासुदेव पांडुरंग छत्रे गुरुजी एवं उनके सहयोगियोंने वेदमंत्रपठन किया । कु. सरिता मुगळी ने सभी को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य का परिचय करवाया एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. संजय जोशी ने सूत्रसंचालन एवं आभारप्रदर्शन किया ।

हिन्दू जनजागृति समिति की आेर से राष्ट्र आैर धर्म से जुडे अलग-अलग विषय को लेकर हिन्दुआें मे जागृति करने हेतू धर्मसभा का आयोजन किया जाता है ! आप भी एेसे सभा में सहभागी होकर राष्ट्र तथा धर्म सेवा कर सकते है ! हमसे जुडने हेतु यहां Click करें : HinduJagruti.org/join

अधिवक्ता श्री. चेतन मणेरीकर ने आगे कहा कि,

१. राज्य के पुलिस प्रशासनद्वारा सतर्कता की चेतावनी दी जानेपर भी कर्नाटक सरकार ने पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के १४०० धर्मांध दंगाईयों के विरोध में प्रविष्ट गंभीर अपराधों को वापस लिया ! उससे सामाजिक संपत्ति की हानि करनेवाले एवं पुलिस अधिकारियोंपर ही प्राणघातक आक्रमण करनेवाले इन धर्मांध दंगाईयों का आत्मविश्‍वास और अधिक बढा है !

२. कर्नाटक सरकार ने सत्ता में आते ही सत्ता का दुरुपयोग एवं अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए ‘लोकायुक्त’ इस पद को ही दुबला बना दिया है !

३. राजकर्ताओं के दबाव के कारण पुलिस उपअधीक्षक एम. के. गणपति एवं आयपीएस अधिकारी डी.के. रवी की आत्महत्या और पुलिस उपअधीक्षक अनुपमा शेणॉय का त्यागपत्र ये घटनाएं सामने आयी हैं; परंतु इसके लिए उत्तरदायी रहें लोग खुलेआम घूम रहे हैं !

४. कर्नाटक में गोहत्या बंदी कानून के होते हुए भी बडे राजकीय नेताओं की छत्रछाया में खुलेआम गोहत्याएं हो ही रहीं हैं !

५. ‘ट्रान्स्परन्सी इंटरनॅशनल’ इस जागतिक संस्थाद्वारा किए गए सर्वेक्षण में कर्नाटक राज्य भ्रष्टाचार में देश में पहले स्थान पर होने की बात उजागर हुई है !

६. देश के ८ राज्यों में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं; परंतु उनको अल्पसंख्यकों के लिए आवंटित सुविधाएं नहीं मिलती; परंतु देश के कुछ राज्यों में मुसलमान और ईसाई बहुसंख्यक होते हुए भी वे अल्पसंख्यकों के लिए आवंटित सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं, यह हिन्दुओं के साथ किया जा रहा अन्याय ही है !

समाज में व्याप्त दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन कर एक उत्तम समाज निर्माण के लिए हिन्दू राष्ट्र स्थापना अनिवार्य ! – श्री. व्यंकटरमण नाईक, हिन्दू जनजागृति समिति

रामराज्य में प्रजा धर्माचरणी थी; इसलिए वह सात्त्विक थी । अब हमें भी पाश्‍चात्त्य संस्कृति के प्रभाव को त्याग कर धर्म के आधार पर हिन्दू राष्ट्र स्थापना करनी होगी, इसके लिए क्षात्रतेज के साथ ही ब्राह्मतेज की भी आवश्यकता है ! ब्राह्मतेज के लिए साधना यही एकमात्र मार्ग है और ऐसा करने से ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना होगी !

दास्यता की मानसिकता से ग्रस्त हिन्दू ही आज हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र का विरोध कर रहे हैं ! – श्रीमती विदुला हळदीपुर, सनातन संस्था

भारतीय समाज में कुल दो विचारधाराएं हैं । उनमें से एक विचारधारा हिन्दू राष्ट्र का समर्थन करनेवाली, तो दूसरी विचारधारा उसका विरोध करनेवाली है ! हिन्दू धर्म को नष्ट करने के लिए विदेशी आक्रमण साथ ही दास्यता की मानसिकता से ग्रस्त हिन्दू ही आज हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र का विरोध कर रहे हैं । स्वयं को आधुनिकतावादी एवं बुद्धिजीवी कहलानेवाली वैचारिक आतंकवाद की विचारधारा के कारण हिन्दुओं की आस्थाओं को बडा आघात पहुंच रहा है !

क्षणिकाएं

१. इस अवसर पर हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा ली गई !

२. सभास्थल पर क्रांतिकारकों का पराक्रम एवं धर्माचरण का महत्त्व विशद करने के लिए क्रांतिकारकों की एवं पारंपरिक वेशभूषा किया हुआ बालसाधकों का कक्ष खडा किया गया था !

३. सभास्थल पर सनातन संस्थाद्वारा प्रकाशित विविध विषयों के ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों का वितरण कक्ष साथ ही क्रांतिकारकों की जानकारी देनेवाली फलक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी !

आभार : इस सभा के लिए बहुमूल्य सहयोग देनेवाले प्रज्ज्वल डेकोरेटर्स, प्रभु साऊंडस एवं मणिकांत डेकोरेटर्स के प्रति आभार व्यक्त किये गये !

फेसबुक पेज ‘मारव्हलस बेलगाम’ से सभा का सीधा प्रसारण !

ऐसे हिन्दुत्वनिष्ठ सर्वत्र होने चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात

बेळगाव के प्रखर राष्ट्रनिष्ठ एवं हिन्दू धर्माभिमानी श्री. राकेश नंदगडकर ने अपना फेसबुक पेज ‘मारव्हलस बेलगाम’ के माध्यम से सभा लाईव्ह शेयर की । इस फेसबुक पेज के ८६ सहस्र से भी अधिक दर्शक (फॉलोअर्स) हैं !

सभा के पश्‍चात आढावा बैठक

सभा के पश्‍चात संपन्न आढावा बैठक में उपस्थित हिन्दू धर्माभिमानियों ने हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना जान ली एवं हिन्दू धर्म पर हो रहे आघातों के विरोध में आवाज उठाने के लिए किए जानेवाले आंदोलनों में सम्मिलित होने की सिद्धता भी दर्शाई ! इस समय धर्माभिमानियों ने हिन्दुओं को धर्मशिक्षा मिले एवं हिन्दू धर्म के प्रवाहों में निहित मतभेद नष्ट होने के लिए धर्मप्रेमियों ने प्रयास करने की, साथ ही धर्मशिक्षावर्ग का प्रारंभ करने की सिद्धता दर्शाई !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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