‘सोशल मीडिया’रूपी शस्त्र का सकारात्मकता से उपयोग किया तो अध्यात्मप्रसार संभव – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय एवं सारनाथ (वाराणसी) की महाबोधी विद्यार्थी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में ‘अध्यात्म का विस्तार तथा सोशल मीडिया’ इस विषय पर आयोजित २ दिवसीय आंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

वाराणसी : ‘सोशल मिडिया’रूपी शस्त्र का सकारात्मकता से उपयोग किया तो अध्यात्मप्रसार करना संभव है ! हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने अपने मार्गदर्शन में ऐसा प्रतिपादित किया। भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय एवं सारनाथ (वाराणसी) की महाबोधी विद्यार्थी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में ‘अध्यात्म का विस्तार तथा सोशल मीडिया’ इस विषय पर आयोजित २ दिवसीय आंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वे संबोधित कर रहे थे।

सारनाथ की महाबोधी विद्या परिषद के सभागार में १३ एवं १४ जनवरी को इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर भोपाल (मध्य प्रदेश) के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रा. ब्रजकिशोर कुठियाला, सारनाथ (वाराणसी) की महाबोधी विद्या परिषद के अध्यक्ष प्रा. राम मनोहर पाठक, महाबोधी सोसाईटी के सहसचिव पू. (डॉ.) के. मेधांकर थेरोजी, जौनपुर के पूर्वांचल विश्‍वविद्यालय के प्रा. डॉ. राजा राम यादव आदि मान्यवर उपस्थित थे। इस सम्मेलन में विविध क्षेत्रों से पधारे हुए शिक्षक, प्राध्यापक, साहित्यकार, पत्रकार और छात्र भी सम्मिलित थे।

सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे

सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने आगे कहा, ‘‘हमारी यात्रा अज्ञान से ज्ञान की ओर होनी चाहिए। उसके लिए हमारी शारीरिक, बौद्धिक, आत्मिक तथा चित्त की शुद्धी भी आवश्यक है। आज के प्रसारमाध्यमों की नीति पक्षपातपूर्ण है । उनके इस पक्षपात के कारण लोग सामाजिक प्रसारमाध्यमोंपर अपना क्षोभ व्यक्त करते हैं !’’

अध्यात्म का प्रचार तथा प्रसार को एक आंदोलन मानकर उसे चलाएं ! – प्रा. ब्रजकिशोर कुठियाला

इस अवसर पर उपस्थित जिज्ञासुओं का मार्गदर्शन करते हुए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रा. ब्रजकिशोर कुठियाला ने कहा, ‘‘सामाजिक प्रसारमाध्यम ने (सोशल मीडिया ने) समाज को मानवता के साथ जोडा है। अध्यात्म का प्रचार एवं प्रसार को एक आंदोलन मानकर हम सभी को उसे चलाना चाहिए। उसके लिए सामाजिक प्रसारमाध्यमों का अच्छे प्रकार से उपयोग करना चाहिए !’’

सोशल मीडिया का उपयोग करनेवालों के विवेक को कौन जागृत करेगा ? – प्रा. राम मनोहर पाठक

इस अवसरपर महाबोधी विद्या परिषद के अध्यक्ष तथा इस आंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के प्रणेता प्रा. राम मनोहर पाठक ने अपने भाषण में प्रसारमाध्यमों के विषय में चिंता व्यक्त की ! उन्होंने कहा, ‘‘सोशल मिडिया का उपयोग करनेवालों के विवेक को कौन जागृत करेगा ? सोशल मीडिया समाज का रक्षणकर्ता है, तथापि इस रक्षणकर्ता की रक्षा करने का दायित्व अंततः समाज का ही है !’’

महाबोधी विद्या परिषद के अध्यक्ष प्रा. राम मनोहर पाठक ने इस सम्मेलन में सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी का आदरपूर्वक स्वागत किया।

प्रा. ब्रजकिशोर कुठियालाद्वारा सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के संदर्भ में व्यक्त किए गए गौरवोद्गार !

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रा. ब्रजकिशोर कुठियाला ने अपने वक्तव्य में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के प्रति गौरवोद्गार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘केवल ५ दिनों में ही सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी के साथ घनिष्ठ मित्रता हुई। उनकेद्वारा किये गए संबोधन से सम्मेलन का पूरा वातावरण ही आध्यात्मिक बन गया !’’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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