श्री महालक्ष्मी मंदिर एवं धरोहर रहें स्थल राजनीति का अड्डा न बनें – कोल्हापुर के हिंदुत्वनिष्ठ

श्री अंबाबाई भक्त समिति की बैठक में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा मांग

कोल्हापुर : गत कुछ दिनों से शिवसेना सहित विविध संघटन एवं राजनीतिक दल ने श्रीपूजकों को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। मंदिर में इस प्रकार के विवाद न हों; इसके लिए पश्‍चिम महाराष्ट्र देवस्थान समिति समय-समयपर प्रधानता लेकर यदि श्रीपूजक एवं आंदोलनकारियों में समन्वय रखती, तो मंदिर युद्धभूमि नहीं बनता तथा माता श्री महालक्ष्मीदेवी का अनादर नहीं होता !

श्रीपूजक एवं आंदोलनकारियों को अपने-अपने काम से संबंधित आचारसंहिता का पालन करना चाहिए, साथ ही भ्रष्टाचार के आरोप होनेवाली देवस्थान समिति को स्वयं से लेकर सुधार करते हुए मंदिर अपकीर्त न हो; इसकी ओर ध्यान देना चाहिए। श्री अंबाबाई भक्त समिति की ओर से आयोजित बैठक में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा ऐसे मत प्रदर्शित किए गए। गंगावेस के श्री उत्तरेश्‍वर मंदिर में २१ जून को सायंकाल ५ बजे इस बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक की अध्यक्षता बजरंग दल के जिला प्रमुख श्री. संभाजी साळुंखे ने की।

श्री उत्तरेश्‍वर मंदिर में संपन्न हुई बैठक में सहभागी हिंदुत्वनिष्ठ

मान्यवरों का मनोगत

१. परधर्मीय श्री महालक्ष्मी मंदिर के विषय में न ही बोलें तो अच्छा हैं ! – श्री. संभाजी साळुंखे

श्री महालक्ष्मी मंदिर के संदर्भ में विवाद उत्पन्न होने न देना देवस्थान समिति के हाथ में था। आंदोलनकारी एवं श्रीपूजकों को एक-दूसरों के विरोध में ‘तू तू, मैं मैं’ टालनी चाहिए। सामाजिक संकेतस्थलों के माध्यम से देवी एवं मंदिर की होनेवाली अपकीर्ति रोकी जाए। धर्म एवं ईश्‍वर को न माननेवाले आंदोलनकारियों को इस आंदोलन से हटा दिया जाए। प्रशासनद्वारा बुलाई गई बैठक में सुयोग्य निर्णय लेना चाहिए। उससे सामान्य भक्तों को राहत मिलेगी। ‘पुजारी हटाव’ आंदोलन में कुछ अन्यधर्मी भी हैं। वो हिन्दू धर्म के संदर्भ में न बोलें, अन्यथा उनको उन्हीं कीं भाषा में ही उत्तर दिया जाएगा। भूमाता ब्रिगेड जैसे संघटन कोल्हापुर के सामाजिक वातावरण को दूषित कर रहे हैं। प्रशासन समय पर ही उनको नियंत्रित करे !

२. देवी की पवित्रता न रखनेवालों को ‘योग्य’ भाषा में उत्तर दिया जाएगा ! – श्री. महेश उरसाल

गत ४ दिनों से सामाजिक संकेतस्थलपर एक श्रीपूजक के नाम से जो संदेश फैल रहा है, उसमें देवी का अनादर करनेवाली आपत्तिजनक जानकारी का उपयोग किया गया है। इस प्रकार के विकृत लेखन के कारण समाज के साथ भक्तों में क्षोभ उत्पन्न हो रहा है। देवी की पवित्रता न रखनेवालों को योग्य भाषा में उत्तर दिया जाएगा। माता-पुत्र के संबंध का भान न होनेवाले संबंधित संदेश भेजनेवाले विकृत लोगों की पुलिस प्रशासन जांच कर उनपर कठोर कार्रवाई करें !

३. श्री महालक्ष्मी देवी का पूजन श्रीपूजकों ने ही करना चाहिए ! – श्री. मधुकर नाजरे

देश में स्थित मंदिर संविधान के अनुसार नहीं, अपितु धर्मशास्त्र के अनुसार चलाए जाते हैं। अतः देवी का पूजन किसे करना चाहिए, यह धर्मशास्त्र में बताया गया है। पंढरपुर के मंदिर से बडवे-उत्पातों को मंदिर बाहर कर देने के पश्‍चात वहां जो शासन की ओर से पुजारी नियुक्त किए गए हैं, उनको पूजन ही करने नहीं आता ! अतः पंढरपुर के मंदिर में बहुत ही गडबडी चल रही है। अतः श्री महालक्ष्मी मंदिर से श्रीपूजकों को हटाया नहीं जाना चाहिए; किंतु उनपर कोई तो अंकुश रखा जाना चाहिए।

मंदिर में श्रीपूजकों ने ही देवी का पूजन करना चाहिए, साथ ही धर्म एवं ईश्‍वर को न माननेवालों का श्रीपूजकों के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन के साथ तनिक भी संबंध नहीं है। ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखा कर शासन उचित निर्णय करें !

उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठ

हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. मधुकर नाजरे, श्री. सुधाकर सुतार, बजरंग दल के शहरप्रमुख श्री. महेश उरसाल, वन्दे मातरम् युथ फेडरेशन के श्री. अवधूत भाट्ये, हिन्दुत्वनिष्ठ सर्वश्री गोविंद देशपांडे, संजय पाटिल, अरुण तिबिले, मयूर तांबे, लक्ष्मण जाधव, प्रमोद सावंत, रमेश साळोखे, श्याम पाटिल, राजू जाधव, रवींद्र भोसले, सुनील पाटिल, राहुल पाटिल, सचिन पाटिल, महेश नलवडे, नितीश कुलकर्णी, राजेंद्र सूर्यवंशी आदि हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे। इस समय उत्तरेश्‍वर पेठ, तट तालीम मंडल, साथ ही उद्यमनगर एवं पोवारनगर में स्थित उद्योजकों ने हिन्दुत्वनिष्ठों की भूमिका का समर्थन किया।

श्री महालक्ष्मी देवी के संदर्भ में आपत्तिजनक संदेश भेजनेवालों के विरोध में पुलिस अधीक्षक से पास परिवाद करेंगे !

हिन्दू मंदिरों से संबंधित विषय में अन्य धर्मिय एवं संघटन अपनी टांग ना अडाएं। यह विषय हिन्दुओं से संबंधित है, हिन्दू ही मिल कर उसका पर्याप्त समाधान निकालेंगे। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि, सामाजिक संकेतस्थल पर श्री महालक्ष्मी देवी के संदर्भ में आपत्तिजनक संदेश भेजनेवालों के विरोध में आनेवाले २ दिनों में पुलिस अधीक्षक के पास परिवाद प्रविष्ट किया जाएगा !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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