कश्मीरी हिन्दुओं के अधिकार हेतु कर्नूल (आंध्रप्रदेश) में हिन्दू संगठनों का आविष्कार !

‘एक भारत अभियान – कश्मीर की ओर’ इस अभियान के अंतर्गत कर्नूल (आंध्रप्रदेश) में संपन्न हुई चौथी सभा !

कश्मीरी हिन्दुओं का आठवां विस्थापन एवं संपूर्ण भारतवर्ष के इस्लामीकरण के विरोध में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का उद्घोष !

सभा को संबोधित करते हुए १. श्री. प्रमोद मुतालिक, साथ में २. श्री. रमेश शिंदे, ३. टी.एन. मुरारी एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ नेता गण
सभा को संबोधित करते हुए १. श्री. प्रमोद मुतालिक, साथ में २. श्री. रमेश शिंदे, ३. टी.एन. मुरारी एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ नेता गण

कर्नूल (आंध्रप्रदेश) : पुरे भारतवर्ष में स्थापित सहस्रों मस्जिदों को अवैधानिक रूप से धनपूर्ति की जाती है। इसके लिए सैकडों मंदिरों को ध्वस्त किया जाता है। ऐसी मस्जिदों एवं मदरसों के माध्यम से धर्मांध मुसलमान संगठनों का कार्य तेजी से फैल रहा है। इस के फलस्वरूप समाज में ‘कट्टरतावाद’ एवं ‘जिहादी मानसिकता’ का तीव्र गति से प्रसार हो रहा है। कश्मीर में हिंसाचार, अमरनाथ यात्रा पर आक्रमण एवं हिन्दुओं का हो रहा वंशविच्छेद ये सब इसका ही परिणाम है !

श्रीराम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिकद्वारा ऐसा स्पष्ट रूप से प्रतिपादित किया गया।

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पनून कश्मीर के साथ पूरे भारत के १६० हिन्दुत्वनिष्ठ एवं राष्ट्रनिष्ठ संगठनों के नेतृत्व में कश्मीरी हिन्दुओं के पुनर्वसन के लिए, ‘एक भारत अभियान – कश्मीर की ओर’ इस नाम का अभियान आरंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत कर्नूल मे २४ जुलाई को एक जाहिर सभा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर श्री. प्रमोद मुतालिक प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे। इस राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत यह चौथी सभा थी।

शिवसेना तेलंगाना-आंध्रप्रदेश, श्रीराम सेना एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित इस सभा में श्री. मुतालिक ने आगे कहा कि; देश को, भारत सरकार एवं देशभर के सांसदोंद्वारा हिन्दुओ के पलायन की जानकारी ही नहीं दी गई, यह लज्जाजनक है। पाकसमर्थक आतंकवाद को नष्ट करने के लिए उसके स्त्रोत पाकिस्तान को ही नष्ट करना चाहिए। इससे ही विश्व में शांति प्रस्थापित होगी। इसलिए बार बार केवल ‘चर्चा’ न कर पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से कडा प्रत्युत्तर देना पडेगा !

हम हिन्दुओं का प्रधानमंत्री मोदीजी पर ऐसा विश्‍वास था कि, वे गोहत्या को रोकेंगे, राम मंदिर का निर्माणकार्य करेंगे, धारा ३७० हटा देंगे एवं लव्हजिहाद को जड़ से उखाड देंगे; परंतु इस संदर्भ में अब तक उन्होंने कुछ भी नहीं किया है। यदि दूसरी बार चुन कर आने के लिए उन्हें हिन्दुओं के मतों की आवश्यकता है, तो हिन्दुओं की इन मांगों को पूरा करना ही होगा !

१०० करोड हिन्दुओं के इस देश में उनके आराध्य प्रभु श्रीरामचंद्र का विशाल मंदिर अयोध्या में निर्माण करना असंभव होना, हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है !

असल में, शिवसैनिक ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करेंगे !- श्री. टी.एन मुरारी, राज्य अध्यक्ष, शिवसेना तेलंगाना – आंध्रप्रदेश

श्री. टी.एन मुरारी
श्री. टी.एन मुरारी

श्रीराम की लकडी की मूर्ति एवं रावण की सोने की मूर्ति में से जो श्रीराम की मूर्ति को चुनेगा, वही खरा शिवसैनिक !

ऐसे शिवसैनिक ही ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करेंगे। शिवसेना भारत सरकार से, सरकार को कश्मीर के साथ पूरे देश के इस्लामीकरण के विरोध में समय रहते ही कदम उठाने का आवाहन करती है। अन्यथा हम पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिरिया अथवा इराक समान इस्लामी राज्य देखने का समय आएगा !

भारत सरकार को उसके आंखों पर आई पट्टी दूर कर कश्मीर में वर्चस्व स्थापित करने की इच्छा रखनेवाले धर्मांधों के विरोध में तथा कुल मिला कर पूरे देश को ही हथियाने की इच्छा रखनेवाले वैश्विक जिहाद के
विरोध में सतर्क होने की आवश्यकता है।

कश्मीर में लश्कर-ए-तोयबा, जैश-ए-महंमद, इंडियन मुजाहिदीन समान जिहादी संगठनों के आतंकवादी दिन दहाडे घूमते हैं। कश्मीर की न्याय, सुरक्षा एवं लोकतंत्र की व्यवस्था के लिए यह एक चुनौती है !

भारतभर के सभी हिन्दुओं के लिए ‘कश्मीरी पंडितों का पलायन’ एक चुनौती है ! – श्री. राहुल कौल, राष्ट्रीय समन्वयक, युथ फॉर पनून कश्मीर

श्री. राहुल कौल
श्री. राहुल कौल

विगत सैकडों वर्षों में कश्मीर से हिन्दुओं का ७ बार पलायन हुआ। अब ८ वीं बार यह पलायन हो रहा है। आज यदि हमने इसे दुर्लक्षित किया, तो कल कर्नूल के हिन्दुओं पर यही समय आने में विलंब नहीं लगेगा !
उत्तरप्रदेश के कैराना का सत्य आप को ज्ञात है ही !

इसलिये सभी हिन्दुओं को १९ जनवरी २०१७ को हो रहे, ‘चलो कश्मीर’ अभियान में सम्मिलित होना चाहिए।

यदि कश्मीर को इस दुरावस्था से बाहर निकालना है, भारत सरकार यह ध्यान में ले कि, वहां की व्यवस्था इस्लामी धर्मांधों ने अपने नियंत्रण में ली है। नैशनल कॉन्फरन्स, पीडीपी, कांग्रेस एवं भाजपा आदि सभी राजनीतिक दलों ने विघटनवाद एवं इस्लामी धर्मांधता को अनदेखा कर इन सूत्रों को राजनीति का अविभाज्य हिस्सा बना दिया। वहां की सरकारद्वारा विघटनवादियों के साथ समन्वय (अजेंडा ऑफ अलायन्स) हिन्दुओं की सभी आशाओं को धुल में मिलानेवाली घटना है, जो कश्मीर हाथ से निकल जानेवाला एक विनाशक कदम सिद्ध होगा !

इस अवसर पर श्री. कौल ने कांग्रेस एवं भाजपा पक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि, कश्मीर में असंतोष धार्मिक कट्टरता के कारण हो रहा है, इसे छिपाने का कार्य न करें ! कामीर में राजनीति की अपेक्षा वहां का जिहादी युद्ध वर्चस्व भारी पड़ गया है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है !

२६ जनवरी २०१७ को हिन्दू, कश्मीर में भारत का ध्वज फहराएंगे ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

श्री. रमेश शिंदे
श्री. रमेश शिंदे

कश्मीर में अपने राष्ट्रध्वज का विरोध होता है, जलाया जाता है। हम इस का निषेध करते हैं !

साथ ही हम अगले ही वर्ष २६ जनवरी को गणतंत्र दिवस पर कश्मीर में भारत का ध्वज फहराएंगे। कश्मीर में चल रहा आतंकवाद आज पुरे भारतवर्ष में अपने पांव फैला रहा है ! अतः हम कश्मीर में जाकर राष्ट्रनिष्ठा का प्रसार करेंगे। देशभर के हिन्दुओं को १९ जनवरी २०१७ को हम कश्मीर में ले जानेवाले हैं।

कश्मीर, केरल एवं अन्य राज्यों में फैले जिहादी आतंकवाद के विरोध में भारत सरकार को तत्परता से सतर्क होना अत्यावश्यक हो गया है।

भारत के बड़े बड़े राजनीतिक दलोंद्वारा जमात-ए-इस्लामी, अल्-ए-हदीस समान धर्मांध मुसलमान संगठनों की किसी न किसी प्रकार से सुरक्षा पूर्ति की गई है। विविध सरकारों की अनेक नीतियां ऐसे संगठनों के पालन-पोषण के लिए कारणभूत हैं।

ऐसा ध्यान में आता है कि, विघटनवादियों को आंतरिक प्रोत्साहन एवं समर्थन दिए जाने के कारण आतंकवाद के लिए अनेक बार ये राजनीतिक दल इन विघटनवादियों के गुटों का अप्रत्यक्ष रूप से ‘प्रायोजकत्व’ कर रहे हैं।

यदि मक्का-मदिना में श्रीराम मंदिर का निर्माणकार्य करना असंभव है, तो अयोध्या में मस्जिद नहीं खडी होने देंगे ! – श्री. प्रमोद मुतालिक

श्री. प्रमोद मुतालिक
श्री. प्रमोद मुतालिक

एक पत्रकार ने, श्री. प्रमोद मुतालिक से पूछा कि, अयोध्या में राममंदिर के पास मस्जिद खडी करने में क्या अडचन है ?

इस पर मुतालिक ने कहा कि, कुछ अडचन नहीं है, केवल मक्का-मदिना में उनके मुख्य मस्जिद के पडोस में हिन्दुओं को राम मंदिर को खडा करने की अनुमति दें !

इस पर इस पत्रकार ने कहा कि, यह कैसे संभव है, उसने कहा कि यह उनका स्थान है।

इस पर श्री. मुतालिक ने उत्तर देते हुए कहा कि, जैसे वहां मंदिर नहीं हो सकता, वैसे ही अयोध्या में मस्जिद नहीं हो सकती !

हम हिन्दू; अंतिम सांस तक राम मंदिर के पडोस में, किसी को भी मस्जिद का निर्माण कार्य नहीं करने देंगे !

कश्मीरी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों के विरोध में भारत सरकार को ‘श्‍वेतपत्र’ निकालना चाहिए ! – पनून कश्मीर संगठनद्वारा मांग

इस अवसर पर श्री. राहुल कौलद्वारा भारत सरकार से मांग की गई कि, कश्मीरी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों के विरोध में सरकार को एक श्‍वेतपत्र निकालना चाहिए तथा हिन्दुओं के वंशविच्छेद तथा राज्य एवं केंद्रशासनद्वारा वंशविच्छेद को निरंतर अस्वीकार करनेवाली भूमिका की जांच करने हेतु एक विशेष अन्वेषण पथक स्थापित करना चाहिए।

इसी से केंद्रसरकार का भारतीय नागरिकों के प्रति जो दायित्व एवं अभिभावकत्व है, वो सिद्ध होने की निश्चित संभावना है।

इस अवसर पर सनातन का अंग्रेजी भाषीय ‘करेक्ट मेथड ऑफ कुकिंग अ मील (अन्न बनाने की उचित पद्धति ?)’ ग्रंथ का हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं के शुभहाथों प्रकाशन किया गया।

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सनातन का अंग्रेजी भाषीय ‘करेक्ट मेथड ऑफ कुकिंग अ मील (अन्न बनाने की उचित पद्धति ?)’ ग्रंथ का प्रकाशन करते हुए बाईं ओर से शिवसेना के कर्नूल जिला सरचिटणीस श्री. लक्ष्मीनारायण शर्मा, श्री. अर्जुन यादव, श्री. रमेश शिंदे (हिंदु जनजागृती समिती) , श्री. राहुल कौल (यूथ फॉर पनून कश्मीर), श्री. टी.एन्. मुरारी (शिवसेना), श्री. प्रमोद मुतालिक (श्रीराम सेना), शिवसेना इंदूर के जिलाध्यक्ष श्री. पी. गोपी, शिवसेना कर्नूल जिलाध्यक्ष श्री. प्रताप रेड्डी एवं हिंदु जनजागृती समिति के आंध्र प्रदेश समन्वयक श्री. चेतन जनार्दन

‘एक भारत अभियान – कश्मीर की ओर’ इस अभियान के विषय में … !

भारतवर्ष के हिन्दुओ, संगठित होकर अपनी कश्मीरी बंधुओं के न्याय्यपूर्ण अधिकारों के लिए उनके पीठ पीछे निश्चित रूप से खडे रहें !

केंद्र सरकारद्वारा विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं के संदर्भ में त्वरित निर्णय लेने की मांग हेतु विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओंद्वारा १९ जनवरी २०१७ को ‘चलो कश्मीर’ अभियान चलाया जाएगा। इस पार्श्वभूमि पर देशभर के हिन्दुत्वनिष्ठ एवं राष्ट्रनिष्ठ संगठनोंद्वारा ‘एक भारत अभियान – कश्मीर की ओर’ इस राष्ट्रव्यापी एवं जागृति उत्पन्न करनेवाले अभियान का आरंभ किया गया है। इस के अंतर्गत हिन्दुओं में जागृति उत्पन्न करने हेतु पुरे भारतवर्ष में ८० सभाओं का आयोजन करने का निश्चय किया गया है।

इस अभियान के अंतर्गत कर्नूल में हुई यह चौथी सभा थी।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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