भाद्रपद अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११६
मायावती का हिंदुद्वेष !
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लखनऊ (उत्तरप्रदेश) – बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के हिन्दू एजेंडे को देश की एकता और अखंडता के लिए सीधा खतरा करार दिया है। मायावती ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, संवैधानिक पदों पर आरएसएस से जुडे अनेक लोगों की नियुक्तियाेंं से देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को खतरा पैदा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस पूरे देश में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि आरएसएस नेता दावा कर रहे हैं कि भारत एक हिन्दू राष्ट्र है। यह देश और समाज को विभाजित करने का एक प्रयास है। आरएसएस एक असंवैधानिक संगठन है। बसपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाओं में मुख्यमंत्रियों की "हूटिंग" किए जाने पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा, ऎसी घटनाएं मुख्यमंत्रियों का अपमान हैं और इससे देश का संघीय ढांचा कमजोर होगा।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा एक बार फिर से लोगों की पहली पसंद बन गई है। केन्द्र में भाजपा और प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) सरकारों की असफलता की वजह से लोग बसपा की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनावों के दौरान कहते थे कि लोग भाजपा को वोट देने का इंतजार कर रहे थे, वैसे ही उत्तर प्रदेश के लोग अब बसपा के शासनकाल को याद कर रहे हैं। यदि अभी चुनाव हो जाएं तो जनता के समक्ष सिर्फ बसपा ही एक विकल्प होगा।
स्त्रोत : पत्रिका