मनोगत व्यक्त करते हुए ठाणे के श्री. विष्णु शुक्ल, साथ में पू. डॉ. चारूदत्त पिंगले
सनातन आश्रम, रामनाथी (गोवा) – साधनावृद्धि एवं धर्मप्रसार के लिए आयोजित राष्ट्रीय शिविर के माध्यम से अब तक सभी धर्माभिमानियों को हिन्दू राष्ट्र स्थापित करने हेतु साधना का महत्व ध्यान में आ गया है । अब जो अन्य राष्ट्र एवं धर्मप्रेमी आपके साथ समाज में कार्य कर रहे हैं, ऐसे सभी तक ईश्वरीय आधार का महत्व पहुंचा कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के सेतू का निर्माणकार्य करें, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू.डॉ.चारूदत्त पिंगळे ने किया । यहां १९ जून से चल रहे साधनावृद्धि एवं धर्मप्रसार के लिए आयोजित राष्ट्रीय शिविर के प्रथम भाग के समारोपन सत्र में वे बोल रहे थे । इस अवसर पर उपस्थित शिविरार्थियों ने भी उनका मनोगत व्यक्त करते हुए आगे की कालावधि में साधना में वृद्धि करने के साथ धर्मकार्य के लिए अधिकाधिक त्याग करने का निश्चय किया ।
इस शिविर के लिए पूरे भारत से ३५ धर्माभिमानियों के साथ १८० कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था । शिविर के प्रथम भाग के समारोपीय सत्र में सभी शिविरार्थियों ने आगे के छः महिनों में साधना एवं धर्मकार्य की दृष्टि से क्या प्रयत्न करेंगे, इसका प्रत्यक्ष नियोजन किया । इस शिविर के द्वितीय भाग में सनातन के कार्य के संदर्भ में दिशादर्शन किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात