नंदुरबार (महाराष्ट्र) – केंद्रशासन ने अर्थव्यवस्था में सुधार लाने हेतु मंदिर के श्रद्धालुओं द्वारा अर्पण किया गया सुवर्ण अधिकार में लेनेका विचार किया है । केंद्रशासन यह धर्मविरोधी निर्णय लागू न करे, साथ ही नकली धर्मनिरपेक्षता के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर किए जानेवाले योगासनों की क्रिया द्वारा ॐ का उच्चार न करें, इस मांग के लिए १६ मई को प्रातः ९.३० बजे दीनदयाल चौक पर हिन्दू जनजागृति समिति तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने निदर्शन किया । उस समय समिति के डॉ. नरेंद्र पाटिल ने बताया, कि मंदिर का धन भ्रष्ट राजनेताओं के अधिकार में देना या नहीं, इस बात का विचार स्थानीय श्रद्धालुओं को करना चाहिए । श्रीमती निवेदिता जोशी ने बताया, कि इंटरनेट पर प्रसारित विकृति के संदर्भ में अभिभावकों को सतर्क होना चाहिए तथा इस विकृति का विरोध करना चाहिए । विश्व हिन्दू परिषद के श्री. दिलीप ढाकणे पाटिल ने यह चेतावनी दी, कि योगक्रिया से ॐ हटाने का निर्णय नंदुरबार जनपद के धर्मप्रेमी कभी भी सहन नहीं करेंगे । आंदोलन के पश्चात जनपदाधिकारी कार्यालय को मांग का निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय डॉ. सतीश बागुल ने सूत्रसंचालन किया । आंदोलन में श्री संप्रदाय, विश्व हिन्दू परिषद, योग वेदांत सेवा समिति, बजरंग दल, शिवप्रतिष्ठान, हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था तथा पृथक व्यायाम पाठशालाओं के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात