मध्य प्रदेश : यहां धर्मप्रसार कार्य में धर्मप्रेमी, अधिवक्ताओं तथा जिज्ञासुओंका प्रतिसाद प्राप्त हुआ !
१. धर्मप्रसार कार्य में धर्मप्रेमी तथा जिज्ञासुओंका प्रशंसनीय सहयोग !
१ अ. हिन्दुत्वनिष्ठोंके साथ आयोजित किए गए अभियान
१ अ १. देवी-देवताओंका अनादर रोकने के संदर्भ में हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा अभियान आयोजित कर तीन स्थानोंपर निवेदन प्रस्तुत : १४.३.२०१५ को इंदौर में हिन्दुत्वनिष्ठोंकी बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में देवी-देवताओंके अनादरवाले छायाचित्र प्रदर्शित करना, यह अपराध है। अतः उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट करने के सूत्र पर विचारविमर्श किया गया। मध्यप्रदेश के हिन्दूत्वनिष्ठोंने प्रत्येक विभाग के संबंधित व्यक्तियोंको इस संदर्भ में निवेदन प्रस्तुत करने का अभियान आरंभ किया। उसी के अनुसार अभीतक ३ स्थानोंपर निवेदन प्रस्तुत किए गए हैं।
१ अ २. हिन्दू नववर्ष का संदेश प्रस्तुत करनेवाले हस्तपत्रकोंका वितरण : गुढीपाडवा के दिन (२१.३.२०१५) इंदौर के राजवाडा में दो हिन्दुत्वनिष्ठोंने ४०० हस्तपत्रकोंका वितरण कर हिन्दुओं में हिन्दू-नववर्ष का संदेश पहुंचाया। ये पत्रक हिन्दू धर्म सभा के श्री. निलेश दूबेद्वारा प्रायोजित किए गए थे।
१ अ ३. उज्जैन के छह अधिवक्ता धर्मकार्य में सम्मिलित होने के लिए इच्छुक ! : उज्जैन के धर्माभिमानी अधिवक्ता श्री. विवेक गर्ग ने ५ तथा ६ मार्च को उनके ६ मित्रोंसे पहचान करवाई। ये सभी अधिवक्ता हैं तथा उन्हें धर्मकार्य में सम्मिलित होने की इच्छा है।
१ अ ४. जबलपुर के अधिवक्ता धर्मकार्य में सम्मिलित होने के लिए उत्सुक ! : जबलपुर के हिन्दूसेवा परिषद के श्री. अतुल जैस्वानी ने ३०.३.२०१५ को समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे के साथ अपने परिचित अधिवक्ताओंकी बैठक आयोजित की थी। इस बैठक के लिए कुल मिलाकर २२ अधिवक्ता उपस्थित थे। इस बैठक में अधिवक्ताओंने श्री. रमेश शिंदे को, ‘हम प्रत्यक्ष धर्मकार्य में किस प्रकार सम्मिलित हो सकते हैं ?’ इस संदर्भ में अपने संदेह तथा प्रश्न पूछे। साथ ही इस कार्य में सम्मिलित होने की इच्छा व्यक्त की।
१ अ ५. पशुवधगृह एवं मस्जिद के भोंगे हटाने हेतु याचिका प्रविष्ट करनेवाले अधिवक्ता श्री. पांडेजी ! : जबलपुर के अधिवक्ता श्री. पांडेजी ने जबलपुर के पशुवधगृह एवं मस्जिद के भोंगे हटाने के लिए याचिका प्रविष्ट की है। इस संदर्भ में सभी अधिवक्ताओंने उन्हें सहायता करने की सिद्धता प्रदर्शित की है।
२. ‘संगठन हिन्दू सेवा परिषद’ के तृतीय वर्धापन दिवस के कार्यक्रम में समिति का सहयोग !
२ अ. कार्यक्रम से पूर्व आयोजित पत्रकार परिषद में समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे की उपस्थिति : श्री. अतुल जैस्वानी ने उनके ‘संगठन हिन्दू सेवा परिषद’ के तृतीय वर्धापन दिवस के उपलक्ष्य में ३१.३.२०१५ को ‘धर्मजागृति सभा’ आयोजित की थी। उस में समिति को आमंत्रित किया था। इस कार्यक्रम की पूर्व सिद्धता के अंतर्गत कार्यकर्ताओंने ३ गांवों में बैठक आयोजित कर तथा प्रसारमाध्यमोंका उपयोग कर धर्मजागृति सभा के संदर्भ में जनजागृति की थी। कार्यक्रम के पूर्व पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था। उस में समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे उपस्थित थे।
२ आ. श्री. रमेश शिंदे ने ५,२०० हिन्दुओंका मार्गदर्शन किया : धर्मजागृति सभा में समिति की ओर से श्री. रमेश शिंदे ने उपस्थित ५ सहस्र २०० हिन्दुओंके सामने ‘हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता’ विषय पर प्रवचन दिया। इस सभा के लिए राममंदिर न्यास के वेदांती महाराज तथा साध्वी सरस्वतीदीदी उपस्थित थीं। कार्यक्रम में समिति की ओर से फ्लेक्स प्रदर्शनी तथा ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था।
३. समिति के राज्य समन्वयक श्री. योगेश वनमारे का हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ताओंको मार्गदर्शन !
१८.३.२०१५ को श्री. अतुल जैस्वानी की विनती पर समिति के राज्य समन्वयक श्री. योगेश वनमारे ने ‘आपस में संघभावना किस प्रकार वृद्धि करें ?’ इस विषय पर एक बैठक में हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ताओंका मार्गदर्शन किया। इस बैठक में परिषद के १२ सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे।
४. विश्व हिन्दू परिषद के विराट हिन्दू सम्मेलन में समिति की धर्मशिक्षण फ्लेक्स प्रदर्शनी एवं सनातन की ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन !
२१.३.२०१५ को कोटमा, जनपद अनूपपुर के विश्व हिन्दू परिषद के जनपद अध्यक्ष डॉ. नितीन सहारिया ने विराट हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया था। उस कार्यक्रम में उन्होंने समिति के मध्यप्रदेश राज्य समन्वयक श्री. योगेश वनमारे को आमंत्रित किया था। साथ ही इस कार्यक्रम में हिन्दुओंको धर्मशिक्षा प्राप्त हो; इसलिए धर्मशिक्षण विषय की फ्लेक्स प्रदर्शनी तथा सनातन की ग्रंथप्रदर्शनी का आयोजन किया था। इस सम्मेलन के लिए १ सहस्र २०० से अधिक धर्माभिमानी उपस्थित थे।
५. अधिवक्ताओंकी बैठक
जबलपुर में अधिवक्ताओंकी बैठक में अधिवक्ताओंको इकट्ठा कर उनकी बैठक आयोजित करने का विचार किया गया।’
– श्री. योगेश वनमारे, हिन्दू जनजागृति समिति समन्वयक, मध्यप्रदेश
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात