जगद्गुरु शंकराचार्यजीको ‘जेड्’ सुरक्षाकी पूर्ति न करनेके संदर्भमें संबंधित व्यक्तियोंपर कार

अद्ययावत


जगद्गुरु शंकराचार्यजीको ‘जेड्’ सुरक्षाकी पूर्ति न करनेके संदर्भमें संबंधित व्यक्तियोंपर कार्यवाही होगी – गोवाके मुख्यमंत्री पर्रीकर

२९ नवंबर २०१३
फोंडा (वार्ता.) – गोवाके मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकरने २७ नवंबरको हिंदू जनजागृति समितिके गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकीको दूरभाष कर आश्वासन देते हुए कहा, ’पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी पीठाधीश्‍वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्‍चलानंद सरस्वतीजीको ‘जेड्’ श्रेणीकी सुरक्षाकी सुविधा होते हुए भी वह नहीं दी गई जो कुछ हुआ, वह प्रशासकीय त्रुटियोंके कारण हुआ । आप परिवाद प्रविष्ट करें तथा उसमें विस्तृत रूपसे जानकारी दें । मैं संबंधित व्यक्तियोंपर कार्यवाही करूंगा ।’

२६ नवंबरको दैनिक ‘तरुण भारत’द्वारा अपने समाचारपत्रमें शंकराचार्यजीको सदाकी भांति पूर्ति की जानेवाली ‘जेड्’ श्रेणीकी सुरक्षा नहीं दिए जानेके संदर्भमें आवाज उठानेसे भक्तगणोंमें शंकराचार्यजीका अनादर किए जानेकी भावना फैल गई है, ऐसा समाचार प्रसारित किया गया था । तत्पश्चात संध्या समय मुख्यमंत्रीके कार्यालयके अधिकारियोंने हिंदू जनजागृति समितिसे क्षमायाचना की थी । हिंदू जनजागृति समितिने जगद्गुरु शंकराचार्यजीकी विशाल धर्मसभा मडकई, गोवामें आयोजित की थी । उस सभाके निमित्त शंकराचार्यजी गोवा आए थे । शंकराचार्यजीको ‘जेड्’ सुरक्षापूर्ति करने हेतु केंद्रशासनद्वारा वर्ष २००७ में पत्र दिया गया है । उसके अनुसार आयोजक एवं पुरी पीठद्वारा गोवाके मुख्यमंत्रीको सूचित किया गया था ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


गोवामें शंकराचार्यको जेड सुरक्षा उपलब्ध न करानेके कारण मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा हिंदू जनजागृति समितिसे क्षमायाचना !

२७ नवंबर २०१३

शंकराचार्यजीको जेड स्तरकी सुरक्षा उपलब्ध करानेका राजशिष्टाचार होते हुए वह उपलब्ध न करानेवाला गोवा प्रशासन जनताकी रक्षा क्या करेगा ?

मडगाव – पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्धनमठ, पुरी पीठाधीश्वर, श्रीमत् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराजको वे जिस राज्यमें जाएंगे वहां जेड सुरक्षा उपलब्ध करानेका राजशिष्टाचार है । तदनुसार गोवामें श्रीमत् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराजको जेड सुरक्षा उपलब्ध न करानेके विषयमें गोवाके हिंदुओंमें संतप्त प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई । इसके परिणामस्वरूप २६ नवंबरको हिंदू जनजागृति समितिके गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकीसे मुख्यमंत्री कार्यालयके अधिकारीद्वारा क्षमायाचना की गई । इस अधिकारीने कहा, `शंकराचायजीको जेड सुरक्षा उपलब्ध न कराना दुर्भाग्यपूर्ण है । उसके लिए हम क्षमा याचना करते हैं’ । मुख्यमंत्रीने इस संदर्भमें जानकारी प्राप्त करनेके निर्देश दिए हैं, ऐसा बताया  गया ।
केंद्रीय गृहविभागके 1986/VIP(S)/ Dtd. 25.08.07 पत्रानुसार श्रीगोवर्द्धनमठ, पुरी पीठाधीश्वर, श्रीमत् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराजको जेड सुरक्षा उपलब्ध कराना अनिवार्य है ।
इस संदर्भमें पुरी पीठसे गोवा प्रशासनको एक पत्रद्वारा १८ नवंबरको उनके गोवा दौरेके विषयमें अवगत कराया गया था । इस पत्रकी प्रति गोवाके मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिव, उत्तर गोवा जिलाधिकारी, उत्तर गोवा पुलिस अधीक्षक को भेजी गई थी । शंकराचार्य गोवामें २२ नवंबरकी सुबह पहुंचे । २१ नवंबरको उनकी सुरक्षाके विषयमें हिंदू जनजागृति समितिके डॉ. मनोज सोलंकीने संबंधित पुलिस अधिकारी टोनी फर्नांडिससे पूछा था । उस समय उन्होंने बताया था कि गोवामें अंतरराष्ट्रीय चलचित्र महोत्सव हेतु आए शरद पवार तथा अन्य जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त महनीय व्यक्ति उपस्थित होनेके कारण शंकराचार्यको सुरक्षा उपलब्ध कराने हेतु पुलिस बल नहीं है, ऐसा लिखकर भेजा था। (शंकराचार्य गोवामें २२ नवंबरसे आनेवाले हैं इसकी पूर्व सूचना केंद्रशासनद्वारा ही गोवा प्रशासनको दी गई थी, उपर दी गई बातोंसे यह स्पष्ट होता है । अत: गोवा प्रशासनद्वारा की गई क्षमा याचनाको क्या नाटक समझें ? यदि हिंदू संतप्त प्रतिक्रिया व्यक्त न करते, तो क्या मुख्यमंत्री कार्यालय ऐसी क्षमायाचना करता ? यही बात मुसलमानोंके मौलवी अथवा ईसाईयोंके धर्मगुरु के संदर्भमें  घटती, तो वे पूरे  राज्यमें शोर मचाते । हिंदू अति सहिष्णु होनेके कारण ही उनके जगद्गुरु शंकराचार्यके साथ अपमानजनक बर्ताव किया जाता है । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

पुरी पीठद्वारा भी केंद्रप्रशासनसे पत्रव्यवहार !

डॉ. मनोज सोलंकीने २१ नवंबरको पुरी पीठको दूरभाषद्वारा संदेश दिया कि अंतरराष्ट्रीय चलचित्र महोत्सवका कारण दिखाकर शंकराचार्यको जेड सुरक्षा उपलब्ध करानेके विषयमें गोवा पुलिसने असमर्थता व्यक्त की है । हिंदू जनजागृति समिति जैसी छोटी संस्था उनकी सुरक्षाके विषयमें विश्वास नहीं दिला सकती । तथा उस संदर्भमें हम क्या करें, ऐसा पूछा । दूसरे दिन पुरी पीठने केंद्रप्रशासनसे पत्रव्यवहार किया तथा गोवा प्रशासनको इस विषयमें नोटिस भेजनेवाले हैं , केंद्रप्रशासनने पीठको यह अवगत कराया है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


'जेड' स्तरकी सुरक्षा उपलब्ध कराना आवश्यक होनेपर भी श्रीमद् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज की सुरक्षा हेतु गोवामें केवल एक पुलिस !

२४ नवंबर २०१३

एक चलचित्र महोत्सव हेतु `जेड प्लस सुरक्षा’ उपलब्ध करानेवाली; किंतु हिंदुओंके सर्वोच्च धर्मगुरुकी सुरक्षाके विषयमें अक्षम्य लापरवाही दिखानेवाली भाजपाप्रशासित गोवाकी हिंदूद्रोही पुलिस !

जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी महाराजका गोवामें शुभागमन होनेवाला है, गोवा पुलिसको इसकी पूर्वसूचना दी गई थी; किंतु पुलिसने शंकराचार्यको उचित सुरक्षा उपलब्ध नहीं करायी । मुंबईसे गोवा स्थित मडगाव रेलस्थानकतक मुंबई पुलिसकी ५ सशस्त्र पुलिस सुरक्षा हेतु नियुक्त थी; किंतु तत्पश्चात आश्रम पहुंचनेतक गोवा पुलिससे केवल १ पुलिस शंकराचार्यकी सुरक्षा हेतु साधारण पोशाकमें रेलस्थानकपर उपस्थित थी । इस पुलिसके पास स्वतंत्र सवारी भी नहीं थी । महाराष्ट्रसे स्वामीजीके साथ आए सशस्त्र पुलिस दलने रेलस्थानकपर उतरनेके पश्चात शंकराचार्यजीकी सुरक्षाका दायित्व हस्तांतरित करने हेतु गोवा पुलिस दलके विषयमें पूछनेपर वहां केवल १ पुलिस उपस्थित देखकर उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया । (गोमंतकियोंकी गर्दन झुकानेवाली भाजपा प्रशासनकी गोवा पुलिस ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात


गोवामें भाजपा सरकारने शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वतीजीको 'जेड' सुरक्षा देना अस्वीकार किया !

२३ नवंबर २०१३

चलचित्र महोत्सवके निमित्त गोवामें ‘अति महत्वपूर्ण’ व्यक्तिके आनेसे भाजपा सरकारने शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजीको सदैवकी भांति जेड सुरक्षा देना अस्वीकार किया !

  • शंकराचार्यके स्थानपर चलचित्र महोत्सव एवं राजनीतिज्ञ महत्त्वपूर्ण प्रतीत होनेवाला भाजपाका गोवा शासन !

  • गोमंतकवासियो, भाजपा सरकारके इस हिंदूद्रोहको जानें !

फोंडा – गोवाकी भाजपा सरकारकी पुलिसने २२ नवंबरको गोवामें आगमन करनेवाले गोवर्धनमठ, पुरीके (उडीसा) शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजीको सदाकी भांति ‘जेड‘ स्तरकी सुरक्षा देना अस्वीकार कर दिया है । इस संदर्भमें आयोजकोंद्वारा संबंधित पुलिस अधिकारियोंसे संपर्क करनेपर उन्हें बताया गया, ‘अंतर्राष्ट्रीय चलचित्र महोत्सवके लिए गोवामें शरद पवार, मनीष तिवारी समान अति महत्वपूर्ण व्यक्ति आए हैं, जिन्हें ‘जेड प्लस’ सुरक्षाकी पूर्ति की गई है । अतः शंकराचार्यजीको सदाकी भांति ‘जेड‘ सुरक्षाकी पूर्ति करने हेतु हमारे पास पुलिसबल नहीं है ।’ । ( यदि गोवामें पोप आए होते, तो क्या पुलिसकर्मियोंद्वारा ऐसा ही उत्तर दिया गया होता ? यदि अंतर्राष्ट्रीय चलचित्र महोत्सवकी कालावधिमें आतंकवादियोंने आक्रमण किया, तो आवश्यक मनुष्यबल न रहनेवाला पुलिस विभाग जनताकी रक्षा कैसे करेगा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

प्रत्यक्षमें शंकराचार्यका गोवा भ्रमण पूर्वनियोजित है । पुरी पीठ तथा हिंदू जनजागृति समितिद्वारा सरकारको निवेदन प्रस्तुत कर पूर्वसूचना भी दी गई है । हिंदू जनजागृति समितिके गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकीने सुरक्षासे संबंधित पुलिस अधिकारियोंसे न्यूनतम सुरक्षापूर्ति भी तो करें ऐसी प्रार्थना की थी । ऐसा होते हुए भी अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिला । २२ नवंबरको सवेरे ७ बजे शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजीका मडगाव रेलवेस्थानकपर आगमन हो रहा है । शंकराचार्यका यह भ्रमण गोमंतकियोंके लिए एक शुभ अवसर है । (गोमंतको, आपके धर्मगुरुके लिए सुरक्षापूर्ति न कर आपको लूटनेवाले राजनीतिज्ञोंको अतिमहान सिद्ध कर उन्हें सुरक्षापूर्ति करनेवाले राजनेताओंको फटकारें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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