बेलगांवमें हिंदुत्ववादियोंके कारण धर्मांतरका प्रयास असफल !

कार्तिक कृष्ण ४ , कलियुग वर्ष ५११५ 

सर्वत्रके हिंदू इस प्रकार संगठित होकर धर्मपर होनेवाले अन्यायके विरुद्ध लडाई लडें, तो हिंदू राष्ट्रकी स्थापना होनेमें देर नहीं लगेगी !

ईसाईयोंद्वारा हिंदुओंका धर्मांतर करनेका षड्यंत्र निरस्त करनेवाली श्रीराम सेना तथा अन्य धर्माभिमानी हिंदुओंका अभिनंदन !

बेलगांव : ‘न्यू लाईफ फेलोशिप चर्च’ की ओरसे २० अक्तूबरको हिंदुत्ववादियों द्वारा यहांके तिलकवाडी स्थित कलामंदिरमें प्रार्थनासभाके माध्यमसे हिंदुओंका धर्मांतर करनेका षड्यंत्र निरस्त किया गया । अत: कुछ समयके लिए तनावपूर्ण वातावरण उत्पन्न हुआ था । इस कारण हिंदुत्ववादी एवं पुलिसमें विवादकी घटनाएं घटीं । महापालिका तथा पुलिससे किसी प्रकारकी अनुमति लिए बिना यह प्रार्थना सभा आयोजित की गई है, ऐसा लिखित परिवाद हिंदुत्ववादियोंने तिलकवाडी पुलिस थानामें किया ।

१. कलामंदिरमें ‘न्यू लाईफ फेलोशिप चर्च’के के.जे. चेरियनके नेतृत्वमें हर रविवारको प्रार्थनासभाका आयोजन किया जाता था । २० अक्तूबरको प्रार्थनासभा हेतु २५० से अधिक लोग उपस्थित थे ।
२. सभाके माध्यमसे धर्मांतरका प्रयास किए जानेका आरोप लगा कर हिंदुत्ववादियोंने कलामंदिरके बाहर प्रदर्शन किए । श्रीराम सेनाके श्री. रमाकांत कोंडुसकर, श्री. बाळू पवार, नगरसेवक श्री. दीपक जमखंडीके साथ १५० धर्माभिमानियोंने प्रार्थनासभा बंद करनेकी मांग की ।
३. उस समय खडेबजार पुलिस थानाके पुलिस निरीक्षक हरिश्चंद्र, पुलिस उपनिरीक्षक कुबेर रायमाने तथा उनके सहकारियोंने कलामंदिर परिसरमें आकर धर्माभिमानियोंकी चापलूसी करनेका प्रयास किया; विंâतु प्रार्थनासभा अनधिकृत होनेके कारण उसे त्वरित बंद करें, इस मांगपर हिंदुत्ववादी दृढ थे । ( ऐसे धर्माभिमानी हिंदू सर्वत्र होने आवश्यक ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
४. पुलिसने प्रार्थनासभा आयोजित करनेवाले गिरिजाघरके कुछ विशेष पदाधिकारियोंको पुलिस थाना ले जाकर केवल पूछताछ की । इस समय पुलिस थानाके बाहर कई धर्माभिमानी इकट्ठे हुए थे । अंतमें परिस्थितिकी गंभीरता देखकर प्रार्थनासभा निरस्त की गई ।
५. इस कार्यक्रम हेतु महापालिकाद्वारा १ लाख ७५ सहस्र रुपयोंका चलन भरनेकी बात सामने आई है, तथा तदनुसार पुलिस थानामें परिवाद प्रविष्ट किया गया है ।
६. महापालिकाने एक वर्षकी राशि जमा कर यह कलामंदिर ईसाईयोंको ५२ सप्ताहोंके लिए किराएपर दिया है, एक ईसाई पदाधिकारीने ऐसा बताया ।

(कहते हैं, ) प्रार्थनासभामें धर्मांतरका प्रयास नहीं हुआ !

पुलिस द्वारा ईसाईयोंका समर्थन !

‘न्यू लाईफ फेलोशिप चर्च’के के.जे. चेरियन तथा उनके पदाधिकारियोंने महापालिका आयुक्त, महसूल अधिकारियोंको इस अवैध कार्यक्रममें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष पद्धतिसे सम्मिलित कर लिया है । हिंदू धर्मियोंको भ्रष्ट एवं अपवित्र करनेका काम किया गया है । यह नहीं चलने दिया जाएगा, हिंदुत्ववादियोंने ऐसी चेतावनी दी । तदुपरांत इस सूत्रपर पुलिस अधिकारी तथा हिंदुत्ववादियोंमें विवाद हुआ । पुलिस अधिकारयिोंने कहा कि यह केवल प्रार्थनासभा है, इस सभामें धर्मांतरका प्रयास नहीं हुआ, इन शब्दोंमें ईसाईयोंका समर्थन करते ही धर्माभिमानी संतप्त हुए । ( हिंदुओंद्वारा धर्मपर हो रहे आघातोंके विषयमें परिवाद प्रविष्ट करनेपर भी पुलिस उस ओर ध्यान नहीं देती ; किंतु अन्य धर्मियोंके विषयमें कोई घटना घटनेपर पुलिस किसी परिवादकी राह न देखकर हिंदुओंपर तुरंत कार्यवाही करती है । हिंदुओ, आपके अतिसहिष्णु तथा असंगठित होनेके कारण पुलिस आपकी ओर ध्यान नहीं देती, यह जानें तथा संगठित होकर हिंदू राष्ट्रकी स्थापना करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

ईसाईयों द्वारा केवल हिंदुओंका धर्मांतर करने हेतु ३ सप्ताहसे विना अनुमति प्रार्थनासभा आयोजित की जा रही थी । किंतु पुलिसको उसकी जानकारी न होनेके विषयमें सर्वत्र आश्चर्य व्यक्त हो रहा है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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