`हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु सबको एकत्रित आना चाहिए ! – श्री. धनंजय देसाई

ज्येष्ठ कृष्ण , कलियुग वर्ष ५११५

श्री धनंजय देसाई

श्री धनंजय देसाई

ठाणे : आज देशकी ऐसी दुरावस्था हो गई है कि आतंकवाद, धर्मांतर, घुसखोरी, लव जिहाद इत्यादि विविध माध्यमोंद्वारा देशद्रोही एवं विदेशी शक्तियां देशके टुकडे करना चाहती हैं । देशकी सीमापर लडनेवाले जिस सैनिक हेमराजका सिर काटकर उसे पाकिस्तान ले जाया गया, उसके परिजनोंके लिए घोषित शासकीय सहायता अबतक वहां पहुंची नहीं है; परंतु लडाईमें मृत जिहादी आतंकवादियोंके परिजनोंके लिए कांग्रेस सरकारने हाल ही में `आतंकवादी दिलासा पैकेज’ के अंतर्गत पेन्शन योजना आरंभ की है । इससे आतंकवाद तथा नक्सलवाद जैसी विदेशी शक्तियोंद्वारा पुरस्कृत समस्या समाप्त न करनेकी नीति स्पष्ट होती है । ऐसी विदेशी शक्तियोंके दलालोंकी सत्ता हटाने हेतु जात-पांत तथा पंथमें जो अंतर है, उसे नष्ट कर `हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु हिंदू राष्ट्र सेनाके राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. धनंजय देसाईने सभीको एकत्रित आनेका आवाहन किया ।

छत्रपति शिवाजी महाराज, स्वातंत्र्यवीर वि.दा. सावरकर एवं बाबासाहेब आंबेडकरकी संयुक्त जयंतीके अवसरपर हिंदू महासभा, श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान, हिंदू जनजागृति समिति एवं वन्दे मातरम् प्रतिष्ठानने संयुक्त रूपसे ठाणे पश्चिमके लोकमान्य नगर क्षेत्रके श्री स्वामी समर्थ मठके प्रांगणमें हिंदूसंगठन मेला आयोजित किया था । इस मेलेमें शिवसेनाके विधायक श्री. प्रताप सरनाईक विशेष रूपसे उपस्थित थे । विविध संगठनोंके पदाधिकारी एवं हिंदूनिष्ठ मिलाकर इस मेलेमें ५०० राष्ट्रप्रेमी  उपस्थित थे । मेलेकी परिसमाप्ति  वन्दे मातरम गीतसे हुई ।

अपने मूल उद्देश्यसे दूर जानेवाले हिंदूनिष्ठ पक्षोंके कारण देशका विनाश ! –  श्री. दिनेश भोगले, हिंदू महासभा

हिंदू महासभाके महाराष्ट्र राज्य प्रवक्ता श्री. दिनेश भोगलेने कहा कि जो कांग्रेस सरकार छत्तीसगढमें नक्सलवादियोंसे अपने पक्षके पदाधिकारियोंकी  रक्षा नहीं कर सकती, वह जनताकी रक्षा कैसे करेगी ? कांग्रेस सरकारकी नक्सलवाद, आतंकवाद तथा पडोसी राष्ट्रोंद्वारा घुसपैठ आदि समस्याओंपर आक्रामक नीति अपनानेकी मानसिकता नहीं है । इसलिए देशकी भयंकर हानि हो रही है । उसीप्रकार आज स्वयंको हिंदूनिष्ठ कहलानेवाले दल भी अपने मूल उद्देश्यसे दूर जा रहे हैं । अतः देशका विनाश हो रहा है ।

युवा वर्ग राष्ट्र एवं धर्मपर आघात करनेवालोंको पाठ   पढाएं ! –  श्री. महेश मुळीक, हिंदू जनजागृति समिति

हिंदू जनजागृति समितिके श्री. महेश मुळीकने कहा कि शाहिस्तेखानकी उंगलियां काटनेकी घटनाको इस वर्ष ३५० वर्ष हो रहे हैं । इस घटनाके माध्यमसे शिवाजी महाराजने एक अलग ही शोर्य दिखा दिया है । वर्तमान समयके युवकोंको इसका आदर्श लेकर राष्ट्रके विरोधमें उठनेवाले, धर्मको नष्ट करनेकी इच्छा करनेवाले, लव जिहादके माध्यमसे हिंदू महिलाओंपर हाथ डालनेवाले धर्मांध नराधमोंको शिक्षा देनी चाहिए ।

ब्राह्मणद्वेषी संगठनोंके समर्थक राष्ट्रवादी कांग्रेसको पराजित करें ! –  श्री. दिलीप अलोनी

हिंदू एवं ब्राह्मणद्वेषी संभाजी ब्रिगेड एवं पुरुषोत्तम खेडेकरको राष्ट्रवादी कांग्रेसका समर्थन है । इसके अतिरिक्त ये तथाकथित लोग ब्राह्मणोंके विरोधमें विषवमन करनेवाला आपत्तिजनक लेखन करते हैं । मुंबई उच्च न्यायालयद्वारा खेडेकर लिखित अनेक पुस्तकोंके विषयमें निर्णय लेनेके लिए सरकारको कहा गया है; परंतु पिछले अनेक दिनोंमें सरकारने कोई निर्णय नहीं लिया है । इसीलिए जबतक राष्ट्रवादी कांग्रेस सत्तामें है, तबतक ऐसे ब्राह्मणद्वेषी संगठनों एवं लोगोंपर कार्यवाही होना असंभव है । इसलिए राष्ट्रीय एकता रक्षा अभियानके अध्यक्ष श्री. दिलीप अलोनीने इस अवसरपर सार्वजनिक रूपसे आवाहन किया कि वर्ष २०१४ के चुनावमें राष्ट्रवादी कांग्रसको पराजित करना, यही एकसूत्री एवं एककलमी कार्यक्रम करें ।

 क्षणिकाएं

१. मेलेके लिए ज्येष्ठ स्वातंत्र्यसैनिक आए थे । उन्होंने कहा कि वर्तमान समयमें ऐसे कार्यक्रमोंके माध्यमसे भारी मात्रामें युवा शक्ति संगठित होनेकी आवश्यकता है ।
२. पुलिसद्वारा मेलेके स्थानपर कश्मीरी एवं बांग्लादेशी हिंदुओंपर अत्याचारोंकी छायाचित्र (फॅक्ट) प्रदर्शनी लगानेकी अनुमति नहीं दी गई । ( हिंदुओंके देशमें हिंदुओंपर अन्यायके विषयमें छायाचित्र प्रदर्शनी लगानेको प्रतिबंध क्यों ? क्या अन्य धर्मियोंके विषयमें पुलिसने ऐसा करनेका  साहस किया होता ? यह स्थिति  परिवर्तित करने हेतु मुसलमानोंकी चापलूसी करनेवाले राजनेता एवं पुलिसको हटाना अनिवार्य है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
३. व्यासपीठपर आए प्रतिष्ठित व्यक्तियोंको भेंटस्वरूप  छत्रपति शिवाजी महाराजकी प्रतिमा  देकर उन्हें सम्मानित किया गया ।

सत्तांतरके भयसे कांग्रेस सरकारद्वारा सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगानेका षडयंत्र !  –  श्री. धनंजय देसाई

श्री. देसाईने कहा कि ठाणेके बमविस्फोटमें एक भी व्यक्तिकी मृत्यु नहीं हुई, परंतु उस घटनामें २ व्यक्तियोंको दोषी बताकर आज सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगानेका षडयंत्र चालू है । वास्तवमें सनातन संस्था समाजको धर्माचरण कैसे करे?, संस्कृतिकी रक्षा कैसे करें तथा साधना कैसे करें ? आदि बातोंके विषयमें मार्गदर्शन करती है । फलस्वरूप भविष्यमें हिंदू सत्तांतर करनेकी संभावनासे भयभीत होकर सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगानेका प्रयास किया जा रहा है । दूसरी ओर मुंबईके दंगेके लिए प्रमाणित उत्तरदायी  रजा अकादमीके नेताओंके साथ उपमुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्री इफ्तार पार्टियोंका आनंद लेते हैं । आज समाजमें कुछ तथाकथित संत हैं, जो लोगोंको नपुंसक बनानेका कार्य कर रहे हैं; परंतु सनातन संस्थाके संत हिंदुओंको जागृत करनेका कार्य कर रहे हैं; इसलिए सनातनपर प्रतिबंध लगाया जाता है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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