राष्ट्र के लिए सामाजिक क्षेत्र में विद्यमान दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध जागृति आवश्यक ! – मंगेश खांदेल

सभा को संबोधित करते हुए श्री. मंगेश खांदेल तथा व्यासपीठपर श्री. पराग बींड

वर्धा (महाराष्ट्र): हिन्दू राष्ट्र का अर्थ रामराज्य की भांति आदर्श राज्य ! केवल संविधान में ‘हिन्दू राष्ट्र’ शब्द आने से और सत्ता परिवर्तन होने से रामराज्य की अनुभूति नहीं होगी, तो उसके लिए राज्यकर्ता और प्रजा, इन दोनों का भी श्रीरामजी की भांति सात्त्विक एवं प्रामाणिक होना अपेक्षित है । इसके लिए हमें शासन, साथ ही सामाजिक क्षेत्र में विद्यमान दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध जागृत होना आवश्यक है । श्री. मंगेश खांदेल ने ऐसा प्रतिपादित किया । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १० फरवरी को सालोड (हिरापुर) के सुशिला भवन में आयोजित हिन्दू राष्ट्र -जागृति सभा को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसरपर सनातन संस्था के श्री. पराग बींड उपस्थित थे । इस ससभा को धर्मप्रेमियों द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ ।

सनातन का दमन करने से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना रोकी नहीं जा सकती ! – पराग बींड, सनातन संस्था

अभीतक न्यायालय में किसी भी प्रकरण में सनातन संस्था के सहभाग का प्रमाण न मिलकर भी सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगाने की मांग की जाती है । सनातन संस्थापर प्रतिबंध लगाकर हिन्दुत्व के कार्य को बंद करने का यह षड्यंत्र है । कांग्रेस ने ही ‘लोग सनातन से दूर चले जाएं’, इसके लिए ही यह षड्यंत्र रचा था । अब हिन्दुत्वनिष्ठ दलों के राज्यकर्ता सत्ता में होते हुए भी यही नीति चलाई जा रही है, यह दुर्भाग्यजनक है । ‘मुर्गा ढंकने से सूर्य उदित हुए बिना नहीं रहता’, साथ ही आधुनिकतावादी, राज्यकर्ता और पुलिस प्रशासन सनातन का चाहे कितना भी दमन करें; किंतु वे हिन्दू राष्ट्र की स्थापना को रोक नहीं सकते । सभा का सूत्रसंचालन और आभार प्रदर्शन कु. श्‍वेता जमनारे ने किया ।

क्षणिका

सभास्थलपर ग्रंथप्रदर्शनी, धर्मशिक्षा फलक, साथ ही क्रांतिकारियों की जानकारी देनेवाले फलक लगाए गए थे ।

धर्मसभा का विशेषतापूर्ण प्रसार

१. सालोड में संत माऊली कृपा मंडल की ओर सदे भागवत सप्ताह की ओर से भागवत सप्ताह का आयोजन किया गया था । उसमें हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से धर्माचरण का महत्त्व हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का निमंत्रण दिया गया ।

२. सालोड के १३० महिला बचत समूह के माध्यम से सभा का निमंत्रण दिया गया, जिसका महिलाआें द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ ।

३. सालोड के धर्माभिमानी श्री. गजूभाऊ तिमांडे ने सभा के १ सहस्र निमंत्रणपत्र प्रायोजित किए ।

४. नवरात्र उत्सव मंडल तथा महिला बचत समूहों के साथ ८ बैठकें की गईं ।

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